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पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/२९

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प्रतीष अतोव ( अन्यथा० ) अधिक अतिशय बहुत } अतुल (वि०) असमान। अनुपम उपमान रहित । अतुलः (पु० ) तिलक वृक्ष । अतुल्य (वि० ) जिसकी तुलना या समता न हो ! बेजोड़ | अद्वितीय। ( अतुषार ( वि० ) जो ठंदा न हो। -करः ( पु० ) सूर्य अतृराया ( स्त्री० ) थोड़ी सी घास। प्रतेजस् (वि० ) : धुंधला । जो चमकदार न हो । २ निर्बल | कमज़ोर | ३ तुन्छ । (स्त्री० ) १ माता | २ बड़ी बहिन | ३ सास । यत्तिः ( स्त्री० ) अत्तिका ( स्त्री० ) बढ़ी बहिन | आदि । अत्यनिष्टोमः ( पु० ) ज्योतिष्टोम यज्ञ का कर्म विशेष | अत्यङ्कुश (वि० ) जो दश में न रह सके। वेकाबू ( हाथी) । २४ ) 1 । अत्यन्त (वि० ) १ बेहद बहुत अधिक अतिशय २ सम्पूर्ण । नितान्त ३ अनन्त । सदा सर्वदा रहने वाला भाव (त्यन्ता- भावः ) किसी वस्तु का बिल्कुल न होना। सत्ता की नितान्त शून्यता । गत (चि० ) सदैव के लिये गया हुआ। जो लौटकर न आवे । गामिन् ( वि० ) बहुत चलने फिरने वाला बहुत तेज़ चलने वाला । – वासिन् (पु० ) वह जो सदा | अपने शिक्षक के साथ छात्रावस्था में रहे। संयोगः ( पु० ) अति सामीप्य अविच्छिन्नता । श्रविच्छेद | www अत्यन्तिक ( वि० ) १ बहुत था बहुत तेज़ चलने वाला । २ बहुत समीप ३ दूर दूर का । प्रत्यन्तिकम् (न० ) अति सामीप्य | बिल्कुल मिला हुआ। पड़ोस प्रत्याहित अत्यन्तीन ( वि० ) बहुत अधिक चलने फिरने वाला बड़ी तेज़ी से चलने वाला। अनः, अनुः (पु० ) १ हवा | २ सूर्य । अत्यन्ह (वि० ) स्थितिकाल में एक दिन से अधिक । प्रत्यभिः ( पु० ) विकार उत्पन्न करने वाली तीक्ष्ण | अव्यकार: ( पु० ) तिरस्कार | अभिषाप । भर्त्सना । धिकार । २ वड़े डोल डौल वाला शरीर । पाचन शक्ति | प्रत्ययः (पु०) १ बीत जाना । निकल जाना । २ अन्त । उपसंहार | समासि । अनुपस्थिति । श्रदर्शन। लोप | तिरोधान् । ३ मृत्यु | नाश | ४ खतरा जोखों। बुराई । ५ दुःख ६ अपराध दोष । अतिक्रमण ७ आक्रमण 1 अत्ययित ( दि० ) १ बढ़ा हुआ आगे निकला हुआ। २, उल्लङ्घन किया हुआा। अत्याचार किया हुआ। प्रत्यायिन् (वि० ) बड़ा हुआ। आगे निकला हुआ। अव्यर्थ ( वि० ) अत्यधिक बहुत ज्यादा। 1 1 प्रत्यर्थम् ( क्रि० वि० ) बहुत अधिकता से अति- शयता से । अत्याचारः (१०) १ अन्याय विरुद्धाचार | दुराचार | आचार का अतिक्रमण कोई ऐसा कार्य जो प्रथा से समर्थित न हो । २ उपद्रव । दुःखद काम । अधार्मिक कृत्य | प्रत्यादित्य ( वि० ) सूर्य की चमक को अपनी चमक से दबा देने वाला। अत्यानन्दा ( स्त्री० ) स्त्रीसहवास सम्वन्धी श्रानन्द्रों के प्रति अस्वस्थ अनास्था | अत्यायः (पु०) १ अतिक्रमण । उहवन २ आधिक्य | ज्यादती । प्रत्यारूढ (वि० ) बहुत अधिक बढ़ा हुआ । अत्यारूढम् (न०) – प्रत्यारूदिः (स्त्री०) अत्युच्चपद | अत्यधिक उन्नति या उत्कर्प। त्याश्रमः ( पु० ) संन्यासाश्रम । (२) संन्यासी २ परमहंस | ब्रह्मचर्यादि आश्रमधर्मों को पालन करने वाला । अत्याहित] ( न० ) १ थड़ी भारी विपत्ति | खतरा महाविपद । दुर्घटना | २ दुस्साहस या जोख का काम।