पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/९७०

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स्रोतस्य समुद्र /-रन्ध्रः, (पु०) हाथी की सूँड़ का छेद। नकुना। नथुना।—वहा (स्त्री० ) नदी । तस्यः ( पु० ) १ शिव २ चोर | J प्रकाशमान ।-प्रयोगात्. ( अभ्यया० ) अपने निजू प्रयलों द्वारा /- भटः ( पु० ) अपना योद्धा २ शरीररक्षक - भावः, ( पु० ) ३ निजू दशा | २ स्वभाव | प्रकृति ! -भूः, ( पु० ) १ ग्रह्मा की उपाधि । २ शिव का नामान्तर | ३ विष्णु का नामान्तर 1 -योनि, ( दि० ) मातृ सम्बन्धी । ( पु० स्त्री०) अपनी उत्पत्ति का स्थान ( स्त्रो० ) भगिनी या अन्य कोई समीपी नातेदार रपः, (पु०) स्वाभाविक स्वाद । -राज, (पु०) परब्रह्म । -रूप, (वि० ) १ समान । सदृश २ मनोहर । सुन्दर मनोश | ३ विद्वान । पण्डित बुद्धिमान् /-रूपं. (न० ) १ प्रकृति | २ विल- चया उद्देश्य ३ प्रकार | तरह किस्म -वश, ( वि० ) १ आत्म-संयमी । २ स्वाधीन | - वासिनी (स्त्री० ) विवाहिता अथवा श्रविवा- हिता वह स्त्री जो युक्ती होने पर भी अपने पिता के घर में रहें। -वृत्ति, (वि० ) अपने उद्योग पर निर्भर--संवृत्त, ( वि० ) स्वयं अपनी रक्षा आप करने वाला-संस्था, (वि० ) आत्मा- धिकार । धृति। मन का प्रशान्त भाव। धीरता | -स्थ, ( वि० ) १ स्वाधीन | २ स्वस्थ तंदुरु स्त । ३ सन्तुष्ट | सुखी । - स्थानं, ( न० ) अपना निजू घर। --हस्तं, (न० ) अपना हाथ या अपने हाथ का लेख । हस्तिका, ( स्वी० ) कुल्हाड़ी। -हित, ( वि० ) अपने लिये हितकर | - हितं, ( न० ) अपनी भलाई। अपना हित । -चंदः (०) अपनी इच्छा या सर्जी।चंदं स्वः ( पु० ) १ नातेदार | रिश्तेदार | २ जीवात्मा । ( वि० ) १ स्वेच्छाचारी | मनमौजी । २ बहशी | ) इच्छानुसार अपने मन ) ज, (बि० ) स्वयं उत्पन्न ।—जः, (पु०), स्वं (दु०}} धन दौलत | सम्पत्ति । पुत्र या बच्चा । २ पसीना 1-जं, (न०) खून | -जनः, ( पु० ) विरादरी जाति वाला। तंत्र, (वि० ) स्वाधीन। अनियंत्रित | मनमौजी स्वेच्छाचारी । मनमुखी । -~तंत्रः, ( पु० ) अंधा | स्व आदमी । —देशः, ( पु०) अपना देश । -- धर्मः, स्वंगः ( पु० ) १ अपना धर्म | २ अपना कर्त्तव्या | ३ | स्वतः } (पु० ) आलिङ्गन । स्वंग विशेषता | निजू सम्पत्ति -पत्तः, (पु० ) निजू | स्वच्छ ( वि० ) १ साफ। बहुत स्वच्छ । चमकीला । दल । -परमण्डलं, (न० :) निजू और शत्रु का देश। -प्रकाश, ( वि० ) स्वयंसिद्ध । स्वयं तस्वती | ती ) ( स्त्री० ) नदी। ( सर्वनाम० वि० ) १ निजू | अपना | २ स्वाभा विक प्रकृतिगत ३ अपनी जाति का अपनी जाति सम्बन्धी अक्षपादः, ( पु० ) न्याय दर्शन का मानने वाला या अनुयायी। अक्षर, ( न० ) अपने हाथ की लिखावट /-- अधिकार, ( पु० ) अपना कर्त्तव्य या शासन - अधिष्टानं, ( न० ) शरीरस्थित पट्चक्रों में से एक/- अधीन (५० ) : स्वतंत्र । खुदमुखतार | २ आत्मनिर्भर | ३ अपनी निजू प्रजा १ निजू शक्ति या सामर्थ्य के भीतर अध्यायः ( पु० ) १ वेदाध्ययन - अनुभूतिः, ( स्त्री० ) निजू अनु- भव | २ आत्मज्ञान | अंतं, (न० ) १ मन । २ गुफा । खोह । -अर्थ:, (पु० ) १ अपना मतलब | निजू प्रयोजन | २ निजू अर्थ /- प्रायत्त (वि०) आत्मनिर्भर | इच्छा, (स्त्री०) निजू अमिलाप - उदयः, (वि०) किसी ग्रह का उदय जो किसी स्थल विशेष पर हो । - उपधिः, ( पु० ) वह सारा जो अपने स्थान पर अथल रहै। - कंपनः, ( पु० ) पवन | वायु - कर्मिन्, (वि० ) स्वार्थी खुदगरज | इंद स्वक ( वि० ) १ अपना निजू अपना २ अपने खानदान या कुटुम्ब का । ( घा० प० ) [ स्वंगति ] जाना । चलना। विशुद्ध | २ सफेद । ३ सुन्दर । ४ तंदुरुस्त | स्वस्थ ] -पत्रं. (न०) अयरक । चालुकं, (न०)