पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/९५५

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स्तब्धत्व ( १४९ स्तब्धत्वं ( न० ) ) १ कड़ाई | कठोरता | कढ़ापन | स्तव्धता (श्री०) । सती । २ हड़ता। अचलता | ३ ३. सुद्ध होना । धचैतन्यता ४ हठीलापन | जिद्द | इठ । स्तभ देखो स्तम्भ | स्वभः ( पु० ) चकरा मेदा स्तभु ( न० ) देखो स्तम्भन । स्तम् ( धा० प० ) [ स्तमति ] घयड़ा जाना । परे- स्तंभनं, } (न), रोक थाम । पकड़ थकड़ । २ शान हो जाना। सुझ करना ३ सवत या कड़ा करना । २ सहारा देना। न देख पड़े [८] स्तब्धता ६ हाथो बाँधने का खूंटा सुरूपना ३ पहाड़ ( पु० ) अनाज | चावल । --करिता वाल या भुट्टा पैदा करने वाला अच्छी उगत या उपज वनः, (१०) १ वास खोदने की खुप । २ थमाज काटने का हंसिया । इ चावल रखने की टोकरी -झः (पु०) अनाज काटने का हँसिया | खुप स्तिघ् क्रिया : --उत्कीर्ण (वि० ) कार के में सादी हुई (मूर्तिकर, (वि० ) १ स्तब्ध करने वाला । २ रोकथाम करने वाला बाधा वाजने वाला- पूजा. (स्त्री०) मड़वा की पूजा | यस्तंभ का पूजन | स्तंबेरमः स्तम्बेरमः ) ( पु० ) हाथी गज स्तंभू ) (धा० था० ) [ स्तंभते, स्तनोति स्वम्भू S स्तक्षति स्तम्भित या स्तन्ध ] १ रोकना पकड़ना। गिरफ्तार करना दवाना | २ दृढ़ करना करना। अल बनाना सु करना | स्वध करना | ४ सहारा देना २ कड़ा होना ६ अकड़ जाना। अभिमान दिखलाना। स्तंत्रः ) ( पु० ) १ घास का गट्टा २ अनाज की स्तम्बः ) बाल या मुद्दा ३ गुपद्धा ४ झाड़ी | जंगल । ५ काही या पौधा जिसका तना या धड़ ७ मा ( पु०) कामदेव के पाँच यागों में से एक। मनः करि | स्तर (वि० ) छा लेने वाला | ढकने वाला। (श्री० ) | स्नरः ( ० ) १ परत | | २ शय्या । बिस्तर विरमा | स्तंभकिन } ( पु० ) चमड़े से महा हुधा बाजा सकिन् । विशेष | करना ६ तांत्रिक क्रिया विशेष | स्तंभतः स्तरां ( न० ) बिछाने सुनने या बखेरने की क्रिया। स्तरिमन } (दु०) शब्दा । खाट । चारपाई । केोछ । स्मरी ( श्री० ) धूम भाप २ बछिया बड़ी ३ चौक गौ । | स्तनः (पु० ) प्रशंसन | स्तुति | कीर्तिकथन 1३ तारीफ | प्रशंसा | स्तर | स्तुति | बंदीजन | गुरु- समु- स्तवक (वि०) [स्थी०-स्तनिका] प्रशंसा | स्तकः ( पु० ) प्रशंसा करने वाला भाट २ प्रशंसा | स्तुति ३ पुष्प दस्ता ४ अन्थ का परिच्छेद २ समूह पुयायो यौवन दाय। नस्पति घितियोपियुवाको स्तंभः ) ( पु० ) १ दत्ता कठोरता चिमड़ापन स्वतः गतिहीनता २ अकदन | सुचपना | स्तवनं ( न० ) 1 प्रशंसा | स्तुति | २ स्तोत्र | स्व · संज्ञा- हीनता ३ रोकथाम बाधा अड़चन ४ का वट दबाना १ सहारा अवलंब ६ खंभा ७ पेड़ का तना धड़ मूढ़वा मूर्खता । ३ अलौकिक या | स्तिघ् (घा०या० ) [ स्तिनुते ] स्तावः ( पु० ) प्रशंसा। स्तुति। स्तावकः ( पु० ) प्रशंसा करने वाला जन चापलूय | • उत्तेजना के भावों का अभाव | १० मंत्र शक्ति से किसी वेग या भाव को दबाने की आक्रमण करना ३ चूना रिसना भाट बंदी चढ़ना | २ बहना