पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/९४६

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1 सेतुक 1 र प्रतिबन्धक किसी भी प्रकार की रोक या रुकावट | ७ निर्दिष्ट या निर्वामिया विधि। ८ प्रणव । श्रोङ्कार । [ यथा कालिका | पुराणे:- मंत्राणां प्रथमः सेतुरुवस्नेतुः प्रणव स्मृतः । स्वस्थ परंस्ता विदीर्यते ॥ ( २४० ) सेविन् सेराहः ( पु० ) दूधिया सफेद रङ्ग का घोड़ा। सेरु ( वि० ) बांधने वाला । सेल ( धा० प० ) [ सेलति ] जाना | चलना। सेव ( धा० श्रा० ) [ सेवते, सेवित ] करना सेवा करना।२ पीछा करना | पढ़ियाना | अनुगमन करना | ३ इस्तेमाल करना । उपयोग करना | ४ मैथुन करना।२ सम्पादन करना | ६ बसना | रहना ७ रखवाली करना। भा परिश्चय करना । -चंधर (पु० ) पुल की बनावट | २ श्रीराम चन्द्र जी का बनवाया इतिहासप्रसिद्ध दूल । -भेदिन, (वि० ) रुकावट का तोड़ने वाला । रुकावट दूर करने वाला ( पु० ) दन्ती नामक | सेव देखो सेवन। ३ नगर द्वार के सामने का घुस्स /-योगः, ( पु० ) -रक्षः, ( पु० ) पहरेदार सेफः (पु० ) लिङ्ग पुरुष की जननेन्द्रिय | समती } ( श्री० ) सफेद गुलाव विशेष । सेरः (०) १६ घटॉक का एक सेर वृक्ष | J सेतुकः ( पु० ) १ बाँध पुल | २ दर्रा | सेत्रं ( न० ) बन्धन | बेड़ी | सेदिवस (वि० ) [ स्त्री०- सेदुषी ] उपवेशित || बैठा हुआ। सेन ( वि० ) वह जिसका कोई प्रभु हो । सेना ( स्त्री० ) 1 फौज । बाहिनी १२ सेना की अधिष्ठात्री देवी कार्तिकेय की पत्नी यतलाई जाती है।-अयं, (न० ) सेना का वह दल जो आगे. चलता है। --चरः, ( पु० ) १ सिपाही । २ अनुयायी । अनुचरवर्ग - निवेशः, ( पु० ) | सेवा ( स्त्री० ) १ सेवकाई । पराधीनता १२ पूजन | सेना की छावनी धर्चा ३ अनुराग अनुरक्ति | ४ उपयोग |

  • आसरा । ६ चापलूसी । ठकुरसुहाती ।

-धर्मः, ( 30 ) सेवकाई करने का कर्तव्य । सेवि ( न० ) १ वेर या बेरी का फल | २ सेवक । ( स्त्री० ) १ सेनानायक सैन्यशिखर 1-निवेशनी, २ कार्तिकेय का नाम । --परिच्छद (वि० ) सेना से घिरा हुआ । -पृष्ठं, (न० ) सेना का पिछला भाग -~-मङ्ग, ( पु० ) सेना को तितर बितर कर | सेवित ( व० कृ० ) १ सेवन किया हुआ | सेवकाई भगा देना |~मुखं, (न० ) १ सेना का एक दल २ विशेष कर वह दल, , जिसमें हाथी, ३ किया: रथ, ३ घोड़े, और पन्द्रह पैदल सिपाही होते हैं। । २ अनुमान किया हुआ अभ्यास किया हुआ। ३ आसरा लिया हुआ | ४ उपभोग किया हुआ काम में लाया हुआ। मिट्टी का टीला या सेना की सजावट | सेवितं ( ५० ) १ बदरी फल | वैर । २ सेव | पहरुमा सेवितृ (५०) अनुचर पराधीन | सेचिन् (वि० ) १ सेवा करने वाला पूजा करने वाला । २ अभ्यास करने वाला काम में खाने वाला । ३ बसने वाला रहने वाला । ( पु० ) मौकर। अनुचर | सेवक ( वि० ) १ सेवा करने वाला अर्चा करने वाला । २ अनुगमन करने वाला ३ परतन्त्र | पराधीन | सेवकः (g० ) १ नौकर | चाकर | २ भक्त | आरा- धना करने वाला ३ दर्जा। सीने वाला। ४ बोरा । सेवकाई । सेवनं ( न० ) १ सेवा करने की क्रिया । २ इस्तेमाल करने की क्रिया काम में लाने की किया ३ स्वीमैथुन करने की किया ४ सीना। सीने का काम ६ बोरा