पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/९४३

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सूत्रा सूत्रां ( न० ) गूंथने की क्रिया । सूत्रला ( स्त्री० ) तकला | टेकुवा | सूत्रिका ( स्त्री० ) पकवान विशेष | सूत्रित (व० कृ० ) सूत्र में दिया हुआ । सूत्रिन (व० ) [स्त्री० – सुत्रिणी] सूतों वाला | २ नियमों वाला । ( पु० ) काक ( १३७ ) सूरी वस्तु, जिससे जीवहिंसा होने की सम्भावना रहती है। सूनिन् (पु० ) १ कलाई | २ माँस चेचने वाला | वहेलिया। शिकारी । सुनुः ( पु० ) १ लड़का २ बच्चा । बालक । श्रौलाद | ३ दौहिन | बेटी का बेटा | ४ छोटा भाई ५ सूर्य मदार का पौधा 1 कल्याण | सूट ( धा० आ० ) [ सूदते ] १ ताड़न करना । चोटिल करना। घायल करना वध करना । २ उड़ेलना । ३ जमा करना | ४ निकाल डालना । [ उभय० –सूदयति – सूयते ] १ उत्तेजना देना उत्तेजित करना। जान डालना २ ताड़न करना। चोटिल करना वध करना । ३ उडेलना | समृतं ( न० ) १ सत्य और प्रिय बासी । २ अच्छा ४ स्वीकार करना। प्रतिज्ञा करना | २ तैयार और अनुकूल संवाद। शिष्ट भाषण | ३ शुभता । करना राँधना ६ फैक देना। सूदः (पु० ) १ नाश | वध २ उड़ेलना | चुआना ३ कूप | सोता। चश्मा ४ रसोइया । ५ चटनी | कढ़ी | ६ पकवान | ७ दली हुई मटर काँदा । 8 पाप गुनाह । कसूर | दोष | १० लोध वृक्ष । –कर्मन, (न०) रसोइया का काम | - शाला, ( स्त्री० ) रसोई घर । सूदन ( वि० ) [ स्त्री० –सुदनी ]१ नाशक | विना- कीचड़ शक । वधकारक । २ प्यारा प्रेमपात्र माशूक | सूदनं ( न० ) नाशन | विनाशन | वध | कल | २ प्रतिज्ञा | ३ निकालना। निष्कासन । सून ( ३० कृ० ) १ उत्पन्न । जन्मा हुआ। पैदा किया हुआ । २ खिला हुआ । फूला हुआ । कली लगा हुआ । ३ खाली । रीता। सूनं ( न० ) १ प्रसव करना । २ कली | कुसुम । ३ फूल । सूनरी (स्त्री० ) सुखी स्त्री । सुना ( स्त्री० ) १ कसाईखाना | २ माँस की बिक्री । ३ चोटिल करना | वध करना। ४ छोटी जिह्ना । ५ पड़का। कमरपेटी । ६ गर्दन की गाठों | सूरिन् (वि० ) [स्त्री० की सूज़न । ७ किरन ८ नदी | 8 पुत्री | सूनाः ( स्त्री० बहु० ) गृहस्थ के घर में ऐसा स्थान, चूल्हा, चक्की, ओखली, घड़ा, झाड़ में की कोई भी सूनू (स्त्री० ) लड़की। सुनुत ( वि० ) १ सच्चा और आनन्ददाई कृपालु और सहृदय | २ कृपालु शिष्ट भद्र | शुभ भाग्यवान् । ४ प्यारा । प्रेमपात्र | सूपः (पु० ) १ शोरुआ | कढ़ी | २ चटनी | मसाला | ३ रसोइया । ४ काई । तसला | १ तीर | बाण |–कारः, ( पु० ) रसोइया | बाबची - धूपनं.-धूपकं, ( न० ) हींग | सूर् ( धा० श्रा० ) [ सूर्यते ] १ चोटिल करना। बध करना । २ दृढ़ करना। हृढ़ होना । सूर्ण (वि० ) घायल | सूरः ( वि० ) १ सूर्य : २ मदार का पौधा । ३ सोम- वल्ली।४ परिडतजन शूरवीर राजा --- सुतः, ( पु० ) शनिग्रह । —सुतः, (पु० ) सूर्य के सारथी अरुण देव । सूरणः ( पु० ) ज़मीकंद | सूरन । सूरत ( वि० ) १ सहृदय । कृपालु । दयालु । कोमल २ शान्त | सूरिः ( पु० ) १ सूर्य । २ विद्वज्जन परिडतजन | ३ पाधा | ४ पुजारी। अक ५ सम्मानसूचक जैनियों की एक उपाधि । ६ श्रीकृष्ण का नामान्तर । सूरिणी] विद्वान् । पण्डित | ( पु० ) विद्वज्जन विद्वान् । पण्डित | सूरी (स्त्री० ) १ सूर्य की पत्नी का नाम | २ कुन्ती का नाम । सं० श० कौ० – १९८