पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/९०५

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समुच्चर मुश्बरः ( 50 ) आरोहण | २ पार करना। मुच्छेदः (पु० ) परीक्षा नाश । जड़ से नाश | मूलोच्छेद | ( मुच्छ्रयः ( पु० ) उन्नयन ऊँचाई २ विरोध | शत्रुना। उठान ठंडोसॉस आह त्पतनं ( म० ) १ उठान । २ उड़ान ३ उद्योग 1 उत्पत्तिः ( श्री० ) १ पैदायश | उत्पत्ति | २ घटना | मुच्छ्राय: ( पु० ) ऊँचाई मुसितं ( न० ) ? मुद्रासः ( पु० ) ) मित (वि० ) यागा हुआ। छोटा हुआ। २ मुक्त किया हुआ। ३ मुक्त | मुस्कर्षः १ उन्नति । यदती | २ अपनी जाति से ऊँची किसी अन्य जाति में जाना । पुकः ( पु० ) 1 ऊपर चढ़ना टन्नति करना। २ सीमोल्लङ्घन | जयदा लांधना। नुक्रोशः ( पु० ) १ चिहाना | २ विकट कोलाहल | ३ कुटरी नामक पक्षी | त्य ( वि० ) १ उठा हुआ | उन्नत | २ नियखा हुआ उत्पन्न ३ ( घटना का ) होना । त्थानं ( न० ) १ उठान | उत्थान | २ ( मरकर ) | समुदित ( व० ० ) १ ऊपर गया हुआ । उठा हुआ । + जी उठना ३ पूर्वरीत्या आरोग्य | ४ (घाव का ) पुरना २ रोग का लक्ष्य ६ उद्योग धंधे में ऊपर चढ़ा हुआ २ उँचा | उनत | २ उत्पन्न | निकला हुआ४ समवेत | एकत्रित । मिला हुआ। २ सम्पन्न | लगना । समुदीरां ( न० ) १ कथन | वर्णन | उच्चारय । २ दुहराना। समुद्र (वि० ) १ उठान । चान | २ पूर्णरीत्या व्याति ३ डकन वाला | ४ छोमी वाला । उत्पख ( (वि० ) अत्यन्त गड़बड़ाया हुआ । } दुम्पिंजत (अस्तव्यस्त | उत्पिक्षत पि उत्पिञ्चः पिंजलः सुत्पिञ्जल: ६ ) समुदात समुत्सुक ( बि० ) १ अत्यन्त विकत या चिन्तित | अभिलापी। शोकान्त्रित समुत्तेवः (१०) ऊँचान उठान २ मोटापन 1 । पुत्सवः ( पु० ) बड़ा उत्सव पुत्सर्गः ( पु० ) 2 त्याग । विराग २ गिरन गिराव। ३ मल का त्याग दस्त होना। सारणं ( न० ) १ हँका देना भगा देना | २ पीड़ा करना। शिकार करना। समुदत ( ० ० ) ( कुएं से जैसे ) सांधा हुआ। निकाला हुआ। अनुदयः (०)चढ़ाव उठान | २ निकास । ३ संग्रह समूह राशि ४ योग । मिलावट | समूचा नमाम | ६ गजरम | ७ उद्योग | ८ लड़ाई समरस १० सेना का पिछला भाग। समुदागः (5० ) पूर्णज्ञान : समुद्राचार: ( पु० ) १ उचित अभ्याम या व्यवहार | २ संशोधन करने का उपयुक्त विधान | ३ अभि प्राय प्रयोजन मतलब समुदायः ( पु० ) संग्रह समुदाय | समुदाहरणं ( ० ) कथन | उचारण | २ उदाह रण। मिसाल नजीर 1 समुद्रः ( पु० ) १क्नदार निटास या टोकरी । लोक विशेष | ( go ) : सेना जो हरवदी में स् व्यस्त हो गयी हो। २ बड़ी भारी | समुद्रकः ( 50 ) १ उक्नदार पेटी या टोकरी । २ लोक विशेष । गनुबद । समुद्रमः १ उठना उगना । २ निकलना | ३ उत्पत्ति । पैदायश | समुदणं ( न० ) १ चमन । उगलन । २ वह जो अगला गया हो। ३ उठना। ऊपर करना । समुद्रीतं ( न० ) उच्चस्वर का गीत या राग।