पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/९०

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अधिका जविका ) (स्त्री०) १ माता भव महिला १२ पार्वती क) का नाम । ३ राजा विचित्रवीर्य की पढ़- रानी का नाम यह काशिराज की मफली बेटी थी। पतिः, भत्त, ( पु० ) शिव का नाम । पुत्रः सुतः, (पु०) उतराष्ट्र का नाम । - विकेयः नचिकेयः ( पु० ) 1 गणेश जी का, २ फार्तिकेय विकेयकः का, ३ उतराष्ट्र का नाम । नवयकः | (न० ) १ पानी २ जल का भाग जो रक्त में 1 रेल २ सारस (~5:, (३०) रुहं, (न०) कमल । --रोहिणी (स्त्री० ) कमल -वाहः, (पु०) १ बादल २ झील ३ पानी ढोने वाला - वाहिन्, (न०) पानी ढोने वाला (पु०) बादल। वाहिनी (स्त्री० ) कठेली या काठ का डोल- विहारः, (पु०) जलक्रीड़ा-वेतसः, (पु० ) नर- कुल जो जल में उत्पन्न होता है। -सरां (न०) जल की धारा था जल का बहाव ।--सर्पिणी, (स्त्री० ) ओक । 6 19 कण्टकः, ( पु० ) ग्राह । अविवाल । मगर : अंबुमत् अम्बुमस् } (वि० ) पनीला । जिसमें जल हो । अनुमतीती } ( स्त्री० ) एक नदी का नाम कूर्मः, (पु०) सूंस शिशुमार केशरः, (५०) नीबू का पेड़ - किया, ( स्त्री० ) पितरों को जलवान। तर्पण। -ग, चर चारिन्, (वि०) जल में रहने वाले जीवजन्तु ( – धनः, (पु० ) घोला:-चत्वरं, (न०) झील । -ज, (वि० ) जब में उत्पन्न-जः (४०) १ चन्द्रमा २ कपूर ३ सारस पक्षी ४-जम्, (न०) १ कमल २ इन्द्र का बन-जन्मन्, (न० ) कमल (०) चन्द्रमा २ शङ्ख | ३ सारस । -तस्करा ( पु० ) जल का चोर। सूर्य --- द. (वि० ) जल देने वाला था जिससे जल निकले दः (पु ) बादल । -धरः (पु० ) शंबूकृत ) (वि० ) घोंट बंद कर के गुन गुनाया अम्बूकृत ) हुआ। ऐसे बोला हुआ जिससे थूक उड़े। अभू (धा० आत्म०) [ अंभ, अंभित ] शब्द करना | अमस् (४० ) : जल | २ आकाश | ३ लग्न से चौथी राशि। -ज, (वि० ) पानी का उ~-जः, ( पु० ) १ चन्द्रमा २ सारसपक्षी जं, (न०) कमल - जम्मन्, ( पु० ) की उपाधि | (न०) कमल । -दः धरः, (पु० ) बादल । चिः, -निधिः, राशिः, (५०) समुद्र । - (न०) - हूं (न०) कमल | (g०) सारस /-- सारं ( न० ) मोती। -सुः (पु० ) पुआ। बदरी वाला बादल का। 1 १ बादल । मेत्र । २ अत्रक। घिः, (पु० ) | अंभोजिनी ) ( स्त्री० ) १ कमल का पौधा या उसके अम्भोजिनी फूल । २ कमल के फूलों का समूह १ जल का कोई पात्र । जैसे घड़ा, कलसा आदि । २ समुद्र | ३ चार की संख्या 1-निधिः, ( पु० ) समुद्र--प, (वि० ) जल पीने वाला। --पः (पु० ) १ समुद्र २ वरुण । -पातः (पु०) धारा जलप्रपात । जलप्रवाह जलधोत । - प्रसादः, (५०) - प्रसादनम्, (न० : कतक निर्मली का पेड़। (जिससे जल साफ होता है ) ---भवम् ( म० ) कमल |~-भृत् ( १० ) १ जलवाहक यादव २ समुद्र ३ अ -मात्रज, (वि० ) जो केवल जल ही में उत्पन्न हो । - मात्रजः, ( पु० ) शङ्ख 1-मुचू (१०) बादल -राजः, ( पु० ) समुद्र । वरुण राशि:, ( पु० ) समुद्र /-रुहू, (२०) १ कमल - ३ स्थान नहाँ कमल के फूलों का बाहुल्य हो। यस्मय (वि० ) [ स्त्री० - अम्मयी ] पनीली या पानी की बनी हुई। अम्र देखो आम्र । अम्ल ( वि० ) खट्टा थक, (वि० ) खट्टा | --उदारः, (पु० ) खट्टी डकार 1-केशर, ( go ) चकोतरा मा बीजपूरक का पेड़ --- निम्नकः, (पु०) नीबू का पेड़-फलः, (पु०) इम्ली का वृक्ष फलं, (न.) इम्ली फल 1- वृक्षः, (पु० ) इस्ली का पेड़-सारः, (पु०) नीष का वृक्ष ।