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पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/८०२

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विस्तीरा ५ वृत्त का व्यास ६ काही ७ पेड़ की डाली या शाखा जिसमें नये पत्ते लगे हों। विस्तीर्ण (व० कृ०) १ विस्तृत दूर तक फैला हुआ। २ चौड़ा | ३ लंबा । यदा | फैला हुआ ( न० ) मानकन्द | विस्तृत ( ० ० ) व्यास फैला हुआ बड़ा 1 हुआ । २ चौड़ा विस्तारित | ३ बिपुल | परिया चारों ओर फैला हुआ विस्तृतिः ( स्त्री०) १ फैलाव | विस्तार | २ व्याप्ति ३ लंबाई चौदाई । ऊँचाई | गहराई | ४ का व्यास ( ७९४ ) , विस्पष्ट ( श्रि० ) साफ | स्पष्ट बोधगम्य २ प्रत्यक्ष प्रकाशित खुला हुआ माहिन । विस्फारः (पु० ) १ कंपन | सिसफन २ धनुष की टंकार । विस्फारित ( व० कृ० ) १ कैंपाया हुधा २ कम्पित | थरथराता हुआ | ३ टंकोरा हुआ।४ चा हुआ। ताना हुआ।२ प्रदर्शित | दिख- लाया हुआ। विस्फुरित ( व० ० ) काँपता हुआ कम्पित २ सूजा हुआ। फूला हुआ । विस्फुलिंग: ) ( पु० ) : शोबा अंगारा आग विस्फुलिङ्ग ) का जलता हुआ कोचला | २ विष } विशेष | विस्फूर्जपु: ( पु० ) 1 गर्जन वहाद| नाद | २ बादल की गड़गड़ाहट । ३ खहरों का उत्थान । विस्फूजितं ( न० ) 1 गरजन | श्रीन्कार २ बहर- दार लुड़कन ३ फल। परिणाम | विस्फोटः (पु० ) ( 1 फोड़ा | गुमड़ा | ३वेषक : विस्फोटा ( सी० ) ) माता की बीमारी । विस्मयः (पु० ): भारचर्य साधत रस 1 सुनने से मन में उत्पन्न होता है।]३ अभिमान | अहार अकड़ शेखी ४ सन्देह शक- - आकुल, ~आविए, (वि० ) विस्मित | आश्चर्य कित विहग. विस्मयंगम (वि० ) आश्चर्यकारक अद्भुत विस्मय (न०) विस्कृति मात्र या स्मरण का न रहना | भुलझाना | [ प्रड | विमान (त्रि०) [ स्त्री० [विस्तापनी ] आश्चर्य- विमापनं (न० ) विस्मयोत्पादन करने वाला २ कोई भी की नगरी ( यह पु० भी है ) विस्मापनः ( पु० ) कामदेव २ का फरेब धूल भ्रम विस्मिन (व० ऋ०) चकित । आश्चर्य में पड़ा हुआ । ! विस्मृत (व० कृ० ) भूला हुआ जो स्मरण न हो । विस्मृतिः (श्री) विस्मरय भूल जाना । विस्मेर वि० ) चकित | आश्चर्यान्वित । . . वि ( ० ) ( पु० ) हरताल | विसंसः ( पु० ) १ पवन २ गलन। जीर्थक | विशंसा (स्त्री० ) ) निर्बजता । कमजोरी । विस्प्रंसन ( वि० ) १ गिराने बाला चुधाने बाला। २ खुला हुधा वीजा। का एक स्थायी भाव (यह अनेक प्रकार के अलौविस्त्राव फिक अथवा विलक्षण पदार्थों के दर्शन करने या विशंसनं ( न० ) १ पतन २ बहाव टपकन । ५ खुलाव बोलापन ४ दस्तावर | रेखक | विवन्ध देखो विन्ध विम्म विश्रंभ्रः विनम्मः वित्रसा ( श्री०) जीता। निर्बलता। गुड़ाया। जैसी दुर्गन्धि (सन्धिः वित्रस्त (२०० ) 1 ढीला किया हुआ । २ कमज़ोर निर्मल | 2 वित्रवः विश्रावः ( पु०) बहाव टपकन चूमन (म० ) खून का बहाव विश्रुतिः ( स्त्री० ) बहाव । चिस्वर (वि० ) बेलुरा ! क विगः (पु०) १ पक्षी | २ वाइल | सोर ४ सूर्य २ चन्द्रमा ६ ग्रह |