1. Ce वियुत ! वियुत ( ३० कु० ) वियोग प्राप्त रहित हीन | वियोगः ( पु०) वियोग विलोह | २ हानि । २ व्यवफलन । काट । वियोगिन् (वि० ) अलगाया हुआ | वियोजित | वियोगप्राप्त। ( पु० ) चकवाफ | चकवा | दियोगिनी (स्त्री० ) वह स्त्री जो अपने पति या प्रियतम से विद्युड़ी हो । २ वृत्तविशेष | वियोजित ( ० ० 3 अलगाया हुआ विवाह प्राप्त २ रहित किया हुआ। { ७८१ ) विरागः | विरतां ( म० ) वारिन या बीरन नाम की धा | विरम ( ० ० ) १ हुआ। ३ समास किया हुआ। विरतिः (स्त्री० ) : 9 अवसान | बंदी | समाप्ति | २ छोर३ सांसारिफ वस्तुओं से उदासीनता । विरमः ( पु० ) : विराम रहना २ सूत्र | विरल (वि० ) जिसके बीच बीच में अवकाश यह खाली जगह हो । सवन नहीं पतखा । २ नाहक ३ ढीला चौड़ा दुर्लभ थोड़ा कम दूरस्थ /-जानुक. ( वि० : घुटना टेके हुए । विरलं ( न० ) इही | जमा हुआ दूध चिरलं ( अभ्वा० ) थोड़ा बहुतायत से नहीं। विरस ( वि० ) १ स्वादहीन फीका रसहीन । २ अविर | अप्रिय | पीढ़ाकारक | ३ निष्ठुर | हृदयहीन । विरसः ( पु० ) पीड़ा कष्ट विरहः (१० ) १ वियोग | विवाह | २ विशेष कर दो प्रेमियों का वियोग ३ अनुपस्थिति श्रमान | त्याग अनलः, ( पु० ) बिरहा.ग्न-व्यवस्था (स्त्री० ) वियोग की वृशा-मार्च, उत्कण्ड-उत्सुक (वि० ) वियोग पीड़ित --उत्करिता (विरहीक- सिउता । (स्त्री०) नायिका भेद के अनुसार प्रिय के न आने से दुखित नायिका --स्वरः, ( पु० / उदर जो वियोग की पीड़ा के कारण चढ़ आया हो। विरजः ( पु० ) विष्णु का नामान्तर | 1 विरजस् } { वि० ) १ धूल गर्द से रहित | २ अनुराग | विरहिणी ( जी० ) 1 वह स्त्री जिसका अपने प्रिय- विरजस्के । शून्य सुखवासना से मुक्त | ३ जिसका तम या अपने पति से वियोग हो गया हो । २ भाड़ा | उजरत मजदूरी रजोधर्म बंद हो गया हो। विरजस्का (स्त्री०) वह स्त्री जिसका रजो धर्म चंद्र हो | विरहित (व० ० ) 1क्त लागा हुआ । २ गया हो। अलग किया हुआ ३ अकेला एकान्त ( ४ रहिन विहीन वियोनिः ) ( पु० ) १ अनेक जन्म २ पशुओं का वियोनी गर्भाशय ३ हीन उत्पत्ति | विरक्त ( ० ० ) १ अत्यन्त खाल । २ बदरंग ३ असन्तुष्ट। मन फिरा हुआ। अव ४ सांसारिक बन्धनों से मुक्त । विमुख | उत्तेजित | भविष्ट | विरक्तिः (स्त्री०) १ असन्तोष असन्तुष्टता अनुराग का अभाव । विमुखता। विराग २ उदासीनता | ३ खिसता अप्रसन्नता विरचनं ( म० ) विरचना (श्री० )} प्रणयन । निर्माण | बनाना। विरचित (३० कृ०) १ निर्मित बनाया हुआ । तैयार किया हुआ २ रचा हुआ। लिखित १३ सम्हाला हुआ भूषित | अलंकृत १४ धारण किया हुआ ।। पहिना हुआ। २ जड़ा हुआ। बैठाया हुआ। विरज (वि०) १ जिस पर धूल था गई न हो। रजिसमें अनुराग न हो। विरंच: विरंचिः ( पु० ) ब्रह्मा का नाम । विरञ्चिः विरटः ( पु० ) काला अगुरु अगर का वृक्ष ANTI INWOBRAKUA «DE विरागः ( पु० ) बदलना। !
२ मा हुआ | बंद किया विरहिन ( वि० ) [ श्री० --विरहिनी ] वियोजित 1 वियोगी अपने मामा से ) । रंग का परिवर्तन । २ मिजाज क अनुराग का अभाव । असन्तोष MAS CONSONA