द्वि विद्विष्ट ( ६० ० ) पुणत नापसंद | विद्वेषः ( पु० ) शत्रुता घृणा निमा | तिरस्कार | 1 २ विद्वेषणः ( पु० ) करने वाला शत्रु । विद्वेषणी ( श्री० ) विद्वेष करने वाली स्त्री | विद्वेषणं ( ० ) १ घृणोत्पादक शत्रुता । विद्वेषन ) ( वि० ) विद्वेषी विद्वेष्ट । पु० ) शत्रु | २ करने वाला। विध् ( धा० प०) { विधति ] १ चुभोना | घुसेड़ना। वेधना | काटना २ सम्मान करना। पूजन करना | ३ शालन करना करना | विधः ( पु० ) १ प्रकार किस्म । जाति । २ ढंग रूप | ३ गुना यथा अष्टविध अडगुना। ४ हाथी का खाद्यपदार्थ | ५ समृद्धि ६ वेध | कारक ( ७७? ) विधवनं ( न० ) १ कंपन हिलन २ धरधरी । कंपकपी । विधव्यं ( न० ) कंपकपी । विधना (स्त्री० ) वह स्त्री जिसका पति मर गया हो। पतिहीन स्त्री रौंद वेवा 1 ● विधस (पु० ) सर्वसृष्टिउत्पादक य विधा (स्त्री० ) १ ढंग तौर तरीका रूप | २ 1 किस्म । जाति । ३ धनदौलत ४ हामी या घोड़े का धारा २ प्रवेशन | वेधन ६ भाड़ा मजदूरी विधातृ ( 5० ) बनानेवाला । सृष्टिकर्ता । २ ब्रह्म । ३ देने वाला | दाता ४ प्रारब्ध भाग्य। किस्मत | ५ विश्वकर्मा | ६ कामदेव । ७ मदिरा | शराव :-आयुस् (पु० ) धूप | सूर्य का प्रकाश २ सूरजमुखी का फूल-भू (ड० ) नारद जी की उपाधि Sw विधंतुदः विधुन्तु उपाय व हाथियों को नशे में खाने के लिये दिया गया खाद्यपदार्थ विशेष धन सम्पत्ति १० कट पोड़ा साप ११ विद्वेषण-जः कः (पु० ) विजन एडित जी विधानकं ( म० ) | पीड़ा सन्ताप विधायक ( वि० ) [ जी० - विधायिका ] वह कार्य जो संपादन कम में हो | २ अनुष्ठित | सम्पादिन ३ रचा हुआ। ४ आक्षप्त निर्दिष्ट | ५ | सौंपा हुआ। " [1] i } विधिः (१० ) १ कार्य करने की रीति । २ कार्यक्रम । प्रयाली ढंग | नियम कायदा ६ आज्ञा ४ धर्मशास्त्र की आज्ञा या आदेश। २ धार्मिक विधान या संस्कार ६ आचरण व्यवहार ७ सृष्टि रचना भाग्य (र) 10 हाथी का भाग १: समय १२ वैद्य हकीम | चिकित्सक १३ विष्णु का नामान्तर --शः ( 30 ) विधि विधान जानने याचा १ -हृष्ट-विहित, ( वि० ) नियमानुसार १ शास्त्रानुसार :- द्वैधं (न०) नियमों का विभिनव -पूर्वकं (अन्य ), नियम या विधि के सार-प्रयोगः ( पु० ) नियम का विनियोग । -योगः, ( पु० ) भाग या किस्मत की बी/वधूः ( श्री० ) सरस्वती देवी-हीन, ( वि० ) विधिरहिन । शाखविरुड अॅटलंद | विधिसा (सी० ) ३ कार्य करने की अभिलाषा २ युक्ति | विधि विधान - 1 विधित्सित ( वि० ) वह कार्य जो करना है। विधित्सितं ( न० ) इरादा | विचार | विधुः ( पु०) चन्द्रमा २ कपूर ३ राक्षस | दैव्य ४ प्रायश्चित्तात्मक कर्म पापमोचन पापवालन ! { ५ विष्णु का नामान्तर ६ मझा (पिचर भी होता है) (स्त्री०) चन्द्रमा की श्री रोहिणी । विधानं (न०) 1 किसो कार्य का प्रायोजन | २ सम्पा- | विश्रुतिः (श्री० ) कँपन थरथराहट) दन क्रम | विन्यास अनुष्ठान ३ सृष्टि विधुननं ( ० ) कंपन | धरमराउ । निर्देशकरण १२ आशा ! आदेश । धर्मशास्त्री की विनंता: } ( पु० ) राहु का नाम । } ढंग। | विधुन्तुदः /पश्चरः, प्रियाः,
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