पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/७६७

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विशिन् विकालिका विशिन् ( पु० ) वीस एक फोड़ी | २ बीस गाँव विकर्षणः (पु० ) कामदेव के पाँच बाणों में से एक का शासक या ज़मींदार का नाम । सिकं (न० ) हाल की व्यायी गौ का दूध। विकट: ( ० ) विकङ्कट: ( पु० ) किंकनः पु० ) वृत विशेष जिसकी की कलियाँ बनती है। विकच ( वि० ) १ खिला हुआ फैला हुआ । २ बिखरा हुआ। ३ केशविहीन | विकचः (१० ) १ौद्ध भिक्षुक २ केतु का नाम विकट ( वि० ) बदशक कुरूप २ भयक्षर । डरावना जंगली उम्र ३ गया। चौड़ा प्रशस्त | ४ अहंकारी । अभिमानी चहाए हुए ७ धुंधला विकटं ( म०) बालतोड़ गूमड़ा सुन्दर ६ लोरी शक्ल बदले हुए। विकन्थन ( वि० ) 3 डींगे मारने वाला शेखी मारने वाला २ ज्याज स्तुति करने वाला प्रशंसा । विकन्या (सी० ) १ डींग ३ झूठी प्रशंसा | विकत्थनं ( न० ) १ शेखी 1 डींग २ व्यङ्गय | झूठी शेखी २ प्रशंसा विकपण } ( वि० ) अहड़ । हिलता दोलता। विकरः ( 50 ) बीमारी रोग विकराल ( वि० ) बदा भयानक बड़ा भयङ्कर विकर्णः (५०) एक फौरव राजकुमार का नाम । विकर्तनः (पु० ) १ सूर्य । २ । मदार | अकौवा ३ वह पुत्र जिसने अपने पिता का राज्य छीन लिया हो । विकर्मन् (वि० ) निषिद्धकर्म करने चाला। (न० ) निषिद्ध कर्म । विकर्मस्थ (वि० ) धर्मशास्त्र के मत से वह पुरुष जो वेदविरुद्ध काम करता हो। विकर्षः ( पु० ) १ तीर वाण विकर्षणं ( न० ) आकर्षण | खिचाव | . 1 1 S 2 " विकल ( वि० ) १ खरिडत अपूर्ण घशहीन । २ भयभीत | डरा हुआ । ३ रहिन । हीन | ४ विह्वल घबड़ाया हुआ उदास । ५ कुम्हलाया हुआ। मुर्भाया हुआ सड़ा हुआ। ( वि० ) जिसका कोई अंग भङ्ग हो। न्यूनाङ्ग | चीन-पाणिक ( पु० ) लुआ | विकला ( स्त्री० ) एक कला का ६० अंश । विकल्पः ( पु० ) 1 सन्देह । अनिश्चय | सङ्कोच । हिचकिचाहट । २. श्रम । अविश्वास ।३ कौशल 1 कला | ४ इच्छा अभिरुचि २ किस्म, जाति । ६ भूल चुक अज्ञानता |~-जालं, (न० ) दुविधा द्वैध 1 विकल्प ( न० ) १सन्देह में पढ़ना २ अनिश्चय | विकल्प (वि० ) पापरहित कलशून्य । निर पराध | विका विकसा । ( स्त्री० ) मजीठ | विसः (०) चन्द्रमा विकसित ( ३० क्रु० ) खिला हुआ पूरा फैला 1 ! विकारः (पु०) १ विकृति २ तबदीली परिवर्तन | ३ बीमारी रोग । ४ मनपरिवर्तन ५ भावना। उचन | मनोवेग ६ उद्वेग | विकलता। घबड़ाहट | ७ वेदान्त और सौख्य दर्शन के अनुसार किसी के रूप आदि का बदल जाना। परिणाम हेतुः, ( पु० ) प्रलोभन । खालच | विकलता का कारया । हुआ। विकस्वर ) ( वि० ) १ खुला हुआ | फैला हुआ | विकश्वर ) २ स्पष्ट समझ में आने वाला। 1 विकारित ( वि० ) बदला हुआ । विगड़ा हुआ। विकारिन (वि० ) परिवर्तनशील विकालः विकालिकः ( पु० ) शाम । सन्ध्या काल । दिनान्त काल । विकालिका ( मी० ) जलघड़ी की कटोरी ।