पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/७६१

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वामक १ वामक ( वि० ) १ बाँया २ वामन (वि० ) १ बौना का इस् खर्च २ नम्र ३ नीच ना वामनः (पु० ) बौना श्रादमी २ विष्णु भगवान के पाँच्चे अवतार का नाम ३ दक्षिण दिग्गज का नाम: ४ काशिका वृत्ति के रचयिता का नाम । १ शंकेट का नाम - आकृति ( वि० ) सवांकार -पुराणां ( म० ) १८ पुराणों में से 1 एक । धामनिका ( श्री० ) बानी श्री । ( ७५४ ) चामनी ( ० ) १ श्री जो बौने डील की हो । २ घोड़ी | ३ श्रीविशेष | वामसूरः ( पु० ) दीमकों द्वारा बनाया हुआ मट्टी का ढीला | वामा ( श्री० ) रमयी २ सुन्दरी स्त्री ३ गौरी । ४ लक्ष्मी ५ सरस्वती। चालाक गधी | दथिनी ४ वामिल ( वि० ) १ सुन्दर अारी वामी (स्त्री० ) १ घोड़ी गीदड़ी | चायः ( पु० ) चुनन| बुनावट ( पु० ) जुलाहे का करघा वायकः (पु०) जुलाहर| २ ढेर | संग्रह | समुदाय | ) ( न०) देवता के लिये मिटान का नैवेद्य ब्राह्मण के लिये उद्यापन में मिटाश का सिलाई - दगडः, धायनं वायनकं मनोहर | २ अभिमानी। दाया भोजन | वायव (वि० ) [ श्री वायवी ] वायु सम्बन्धी । वायु के कारण उत्पन्न २ हवाई | } वायवीय ) ( वि० ) पवन सम्बन्धी हवाई 1- वायव्य पुराणं, (न० ) एक पुराश का नाम । वायसः (go ) 1 काक कौआ | २ अगर काष्ठ ३ तारपीन । धरातिः, रि, (५०) उल्लू इक्षुः ( पु० ) तृण या घास विशेष जो लंबी होती है। वायु: ( पु० ) हवा पवन २ पवन देव | ३ शरीरस्य पांच प्रकार का वायु [ प्राय अपान. वार 1- समान ध्यान और उदान ] आस्पदं, ( न० ) आकाश | अन्तरिय -केतुः, ( पु० ) चूल रज-कोणः, (पु०) उत्तर पश्चिम कोगा। गयड:, (पु० ) पेट का फूलना जो धनपच के कारण हुआ हो । गुल्मः, (पु०) आँधी। तूफान २ बवंडर | बबुला ~~ग्रस्त (वि० ) गठिया का रोगी।--आतः, तमयः नन्दनः सुतः - सुदुः, (पु० ) हनुमान -पुत्रः या भीम दारुः ( पु० ) बादल !-निम्न, ( वि० ) पागल | सिड़ी। सनफी पुरा, ( न० ) अहादश पुराणों में से एक 1-फलं, ( म० ) १ चोला | २ धनुष अतः, भक्षणः, -भुज् (पु० ) 1 केवल वायु पीकर रहने वाला तपस्वी २ सर्प | रोपा. (स्त्री०) रुह, वायु का रोगी - वर्त्मन् ( पु० न० ) आकाश व्योम अन्तरिष-वाहः, ( पु० ) धु । -वाहिनी ( श्री० ) शिरा धमनी । सखः, --सखिः (पु० ) अग्नि । वार ( न० ) जल पानी-आसनं, (न० ) जल काकुण्ड | ~ किटि:, (= वाकिटि: ) ( पु० ) सूस शिशुमार ः (पु० ) हंस /- दः ( पु० ) बादल दरं, (न० ) १ पानी | २ रेशम | ३ वाणी ४ आम की गुठली ५ घोड़े की गरदन की भौरी ६ शङ्ख |-- धिः, (पु०.) " 3- समुद्र घिमवं, (न० निमक | लवण |-- पुष्पं, (न० ) (= वा पुष्पं ) लौंग ।---भट:. ( go ) मगर भरियाल। नाका।- मुच्. (पु०) बादल - राशिः (पु०) समुद्र चटः (g०) नाव जहाज्ञ -सदनं, (= वाःसदनं ) जल- कुण्ड जल का छौड़। स्थ, (वि०) (=वाःस्थ) जल में। जल का | į बारः ( पु० ) १ वकना । २ बड़ी संख्या समुदाय ३ र ४ गल्ला कुंड । ५ दिन यथा बुधवार ६ बारी दाँव ७ अवसर दफा मरतवः | मद्वारा फाटक 8 नदी का सामने का तर! पीपार | १० शिवमी। चार (भ० ) ३ मद्यपात्र | २ जलसंघ :--अंगना, नारी युथति, -योषित, • वनिता,