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पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/७२३

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लब्ध { ७१६ ) लंपट लम्पट लब्धं ( न० ) वह जो प्राप्त हो या उपलब्ध हो।-- अन्तरं, ( न० ) १ वह जिसे प्रवेश करने का अधिकार प्राप्त हो गया हो । २ वह जिले अवसर प्राप्त हुआ हो।- उदय ( वि० ) १ उत्पन्न । २ वह जिसका भाग्योदय हुआ हो । काम, (वि०) | लंफः वह जिसकी कामना सिद्ध होगयी है। सफलमनोरथ - कीर्ति, ( वि० ) जिसने यश पाया हो । } ( पु० ) उचान । फलांग | झपट । लम्फः लंफनं प्रसिद्ध । प्रख्यात 1~~-चेतसू, -~~-संज्ञ, (वि० ) | } फलांग | कूद । झपट | लपक | होश में आया हुआ। (वि० ) उत्पन्न । > जन्मन् -नामन. - शब्द, (वि० ) प्रसिद्ध | प्रख्यात -नाशः, (पु०) जो पास हो उसका नाश होना या खोजाना- प्रशमनं, (न० ) १ मिले हुए धन का सत्पात्र को दान | २ उपार्जित धन की लंब रक्षा ।—लन, - लक्ष्य, ( वि० ) १ वह जिस } (वि० ) १ लंबा । २ यढ़ा। ३ प्रशस्त । निशाना ठीक बैठा हो । २ निशाना लगाने में निपुण । --वर्ण, ( वि० ) १ विद्वान् | परिडत | ३ प्रसिद्ध । प्रख्यात । - विद्या, (वि०) विद्वान । शिक्षित | बुद्धिमान 1-सिद्धि (वि० ) वह जिसका मनोरथ पूर्ण हो गया हो। जो किसी कला में पूर्ण निपुणता प्राप्त कर चुका हो । लब्धिः ( स्त्री० ) १ प्राप्ति । लाभ। मुनाफा। ३. (गणित) लम (वि० ) पाया हुआ। प्राप्त किया हुआ लम् ( ० श्रात्म० ) [ लभते, लव्ध ] १ प्राप्त करना | पाना । २ अधिकार में करना कब्ज़ा करना । ३ लेना। ४ पकड़ना : थामना । २ मिलना । (खोई हुई वस्तु का) हुँद निकालना | पुनः प्राप्त | लंबकः करना। ७जानना। सीखना। पहचानना। समझना। स्लभनं (न० ) १ प्राप्त करने की क्रिया २ पहचानने को किया। लम्बकः है। लभसं ( ४० ) छोड़ा बाँधने की रस्सी । ( पु० भी होता है ) । बोधगम्य | लमकः ( पु० ) प्रेमी 1 अनुरागी। आशिक । 9 लंपट: } (पु० ) व्यभिचारी | विषयी । कामी । लम्पटः लंबू लम्बे २ ( घा० आत्म० ) [ लंबते, लंत्रित ] १ लटकना । २ किसी के साथ लगना या मत्थी ३ नीचे उतरना । डूबना | ४ पीछे रह जाना। ५ विलंब करना | ६ ध्वनि करना । होना अविका जम्बिका ( वि० ) १ सरभुका । जालची | २ कामुक | ऐयाश लंबः ( पु० ) वह खड़ी रेखा जो किसी बूँदी रेखा पर इस तरह गिरे (क, उसके साथ वह समकोण बनावे उसे लंबरेखा कहते हैं। - उदर, (वि० ) बड़े पेट का उदः, (पु० ) १ गणेशजी | २ मरभुका । भोजनभट्ट 1-ओष्ठः (लम्बोष्ठः लम्बौष्टः) (पु०) ऊँट कर्णः, (पु०) १ गधा। २ बकरा ३ हाथी ४ बाज पक्षी ५ राक्षस दैत्य 1-जठर, (वि० ) बड़े पेट वाला - पयोधरा, (स्त्री० ) स्त्री जिसकी छातियां या कुच लंबे और नीचे लटकते हो । - स्किच, (वि०) भारी या बड़े चूतरों वाला } लभसः ( पु० ) १ धन दौलत | २ याचक | लभ्य ( वि० ) १ पाने योग्य । २ पत्ता पाने योग्य जो या } ( स्खी ) : दुर्गा । २ लक्ष्मी । । ३ मुनासिब । लम्बा लंबिका लम्बिका ( पु० ) १ लंबरेखा | २ ज्योतिष में एक प्रकार का योग इनकी संख्या १५ लस्वनः } ( पु० ) ३ शिव जी । २ कफ | लंबनं ) ( न० ) १ भूलने वाला । लटकने वाला । लम्वनं २ गोट । भालर | ३ गते का हार जो नाभि तक लटकता हो । } (स्बी०) गले के अंदर की घंटी या कौआ ।