सामग्री पर जाएँ

पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/७१३

विकिस्रोतः तः
एतत् पृष्ठम् अपरिष्कृतम् अस्ति

राष्ट्र ( राष्ट्र (पु० ) १ राज्य | साम्राज्य | २ देश मुल्क | ३ मजा | जाति । राष्ट्र (ज० ) | किसी भी प्रकार का जातीय या राष्ट्रः (5० ) देश व्यापी स राष्ट्रिकः ( पु० ) किसी देश या राज्य का रहने वाला । २ किसी राज्य का राजा या शासक राष्ट्रिय (वि० ) किसी राज्य सम्बन्धी । राष्ट्रिय ( ० ) राजा किसी राज्य का शासक । २ राजा का साला यथा" ७०६ ) "श्रुतं राष्ट्रियमुसायावदंगु दर्शनस् ।" रासू ( धा० थारम० ) [ रासते ] चिचियाना चीखना | भूँकना । री रिक्तं : ४० ) १ रिक्त या खाजी स्थान | २ वन | जंगल : रिक्तक (वि० ) देखा रिक रिक्ता (स्त्री० ) चतुर्थी, नवमी, चतुर्दशी तिथियाँ रिक्ता तिथियां कहलाती है। रिफ्यं ( न० ) उत्तराधिकार या विरासत में मिली हुई सम्पत्ति | २ धन | सम्पत्ति । ३ सुव । ---- प्रादः, ग्राहः, भागिन ( पु० ) -हरः, -हारिन (पु० ) उत्तराधिकारी । रिंगति, रिङ्गति ] s रिति रिंग रेंगना २ धीरे धीरे जाना। रिङ्ग रिखां, न० रिण ( म० ) ( रेंगना घुटनों घजना | २ }} रिंगणं, (न० ) ( विश्वलित होना । रासः ( पु० ) १ कोलाइल शोरगुल हहा गोपों की प्राचीन काल की कीड़ा जिसमें वे सब भएडल बना कर एक साथ नाचते थे। क्रीड़ा, (श्री) | रिङ्गणम् ( म० -भराडलं, (न० ) मण्डलाकार श्रीकृष्ण और गोपियों का नृत्य | रिच ( धा० उभ० ) [ रियक्ति, रिंक, रिक्त ] 2 खाली करना। साफ़ करना निकाल डालना। २ वशित करना । मुहताज करना । रासकं ( म० ) नाटक का एक क्षेत्र जो केवल एक धड़ का होता है। इसमें केवल ५ भट या अभिनय | रिटि: ( पु० ) १ बाजा । २ शिवजी के एक गण का करने बादे होते हैं। इसमें हास्यरस प्रधान होता है और सूत्रधार नहीं थाता। नाम | रासभः ( पु० ) गधा गर्दभ | राहित्य ( न० ) अभाव | राहु: ( पु० ) 1 पुराणानुसार नौ ग्रहों में से एक जो वित्रचित के वीर्य और सिंहिका के गर्भ से उत्पन्न | रिपू (धा० परस्मै० ) [ पर्सि रिट लि करना | नुकसान पहुँचाना अनिष्ट करना | २ हुधा था । २ ग्रहण | प्रसनं, ( न० ) - प्रासः, ( पु० ) --दर्शनं, (न० ) संस्पर्श:, बध करना । नारा करना । चन्द्र या सूर्य का ग्रहण :--सूतकं, (न० ) | रिट (व० ० ) १ घायल । चोटिल | ३ अभागा | ग्रहण का सूतक | यदकिस्मत | रि (धा० परस्मै० ) [ रियति, रीण ] जाना | चलना। रिक्त ( व० कृ० ) १ रीता किया हुआ खाली किया हुआ । २ खाली। रीता ३ रहित । विना । ४ सेखला (जैसे हाथ की अंजलि ) २ मोहताज । कंगाल । ५ विभक्त । वियुक्त पाणी, -हस्त | (वि०) खाली हाथ । रीते हाथ रिपुः ( पु० ) शत्रु | रिफ् ( धा० परस्मै० ) [ रिफति, रिफित ] १ गाली देना दोषी ठहराना कलङ्क लगाना २ कट- कटाने का शब्द करना। रिष्टं ( न० ) उपद्रव । अनिष्ट | दानि । २ अभा- गापन । बदकिस्मती ३ नाथ | हानि | ४ पाप ५ सौभाग्य J समृद्धि रिष्टिः ( पु० ) तलवार री ( धा० आत्म० ) [ रोयते ] चूना टपकना उसड़ना बहना ।