पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/६६९

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माजना ( ६*२ ) माला जिले का नाम । २ एक पहाड़ी जाति । ३ विष्णु | मार्टि: ( खी० ) सफाई | स्वच्छता विशुद्धता | का नाम । मालं ( न० ) १ खेत | २ ऊँची ज़मोन | ३ छल । दशा । –चक्रकं, (न० ) पुट्ठे पर का वह जोड़ जो कमर के नीचे जाँव की हड्डी और कूल्हे में होता है । कूल्हा | मालकं ( न० ) हार | माला । मालकः ( पु० ) १ नीम का पेड़ | २ गाँव के समीप का वन | ३ नरेरी का बना पात्र । मार्जना ( स्त्री० ) ढोल का शब्द | मार्जनी (स्त्री) झाडू वुहारी । मार्जर: ( पु० ) ३१ बिल्ली | बिलार । २ उद्- मार्जलः (पु० ) ) विलाव 1-कण्ठः, ( पु० ) मोर 1-करणं, (न० ) खीमैथुन का श्रासन विशेष | मार्जरकः ( पु० ) १ विली | २ मयूर | माजरी (स्त्री० ) १ विल्ली । २ गन्धमाजीर। ३ मुश्क। कस्तुरी। माजरीयः ( पु० ) १ बिल्ली । २ शूद्ध । मार्जित ( च० कृ० ) १ साफ किया हुआ | शुद्ध किया हुआ । २ बुहारा हुआ | ३ सजाया हुआ | मार्जिता ( स्त्री० ) चीनी मिला हुआ दही। मार्तंड ) ( पु० ) 9 सूर्य । २ अर्क | मदार | ३ मार्तण्डः / शूकर | ४ बारह की संख्या। मार्तिक (वि० ) [ स्त्री० - मार्तिकी ] १ मिट्टी का बना हुआ । मिट्टी का । मार्तिकः (पु० ) १ घड़ा विशेष । २ धड़ा का ढकना । मार्तिकं ( न० ) मिट्टी का ढेला । मायै ( न० ) मरण-धर्म-शीलता । मागे मादंङ्गम् } ( न० ) नगर मार्दृगः } ( पु० ) मृदंगची । मादैनिक: मार्दङ्गिकः, (पु० ) मृदंगची मार्दवं ( न० ) १ कोमलता | २ मृदुता | सरलता। माक (वि० ) [ स्त्रो०- माकी ] अँगूर का बना हुआ। माकं ( न० ) अँगुरी शराब करवा । मार्गिक ( दि० ) मर्मज्ञ । भली भाँति किसी वस्तु या या विषय से परिचित । मार्च देखो मारिष । मालतिः ) ( स्त्री० ) १ लता विशेष जिसके फूल बड़े मालती खुशबूदार होते हैं। २ मालती का फूल । ३ कली । ४ कारी युवती स्त्री | २ रात | ६ चाँदनी 1- तारकः, ( पु० ) सुहागा - पत्रिका, ( स्त्री० ) जायफल का छिलका 1 - फलं. ( न० ) जायफल 1- माला, ( स्त्री० ) मालती पुष्पों की माला । मालय (वि०) [स्त्री० --मालयी] मलय पर्वत का मालयः ( पु० ) चन्दन काष्ठ | मालवः ( पु० ) १ मध्य भारत का स्वनामख्यात मालवा प्रान्त । २ राग विशेष । मालवकः (g० ) १ मालवियों का देश । २ मालवा निवासी | मालवी | मालवा: ( पु० बहुवचन ) मालवा देशवासी । मालसो (स्त्री० ) एक पौधे का नाम । माला ( स्त्री० ) १ हार | पुष्पहार | २ पंक्ति । अवली ३ समूह | ढेर गुच्छा ४ लड़ कण्ठ- हार । ५ माला। जंजीर। ६ रेखा जैसे तडिम्माला । विद्युन्माला । ७ अनेकों की उपाधियाँ। - उपमा, ( स्त्री० ) एक प्रकार का उपमा अलंकार जिसमें एक उपमेय के अनेक उपमान होते हैं और प्रत्येक उपमान के भिन्न भिन्न धर्म होते हैं । –कारः, या-करः, (पु० ) १ माली | २ माली की जाति । ३ पुराणानुसार एक जाति जो विश्वकर्मा और शूद्रा के संयोग से उत्पन्न हुई है। किन्तु पराशर पद्धति से यह तेलिन और कर्मकार से उत्पन्न है । वर्णसङ्कर जाति विशेष /--तृणः, ( न० ) एक सुगन्ध युक्त तृण विशेष /- दीप-