पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/६५७

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1 महत्तरक. महत्तरकः ( पु० ) दरवारी मुसाहिय। राजा या रईस के घर का प्रबन्धकर्त्ता। ( ६५० महत्वं ( न० ) १ बड़प्पन | २ विशालता | ३ गुरुता । श्रेष्ठता 1 महनीयं ( वि० ) प्रतिष्ठापात्र माननीय पूज्य मान्य । महंतः ) (पु०) मठ का मुख्य पुरुष महन्तः या मर का मुख्याधिष्ठाता सुखिया | साधु साधुओं का महरू ) ( अन्यया०) सात ऊर्ध्व लोकों में से चौथा महसे । लोक। महलक महलतः } ( पु० ) रनवास का खोजा या महल्लिकः 5 हिजा महल्लक (वि० ) निर्बल कमज़ोर। वृद्ध महत्जकः ( पु० ) १ रनवास का खोजा । ३ विशाल भवन | महल राजप्रासाद | महसू (न० ) १ उत्सव | २ भेंट | नैवेश | चलि | २ दीप्ति। थामा। 8 महलोक । महस्वत् ) ( वि० ) चमकीला । प्रकाशमान | महस्विन् } प्रवीस | महा (श्री० ) गौ । महा ( वि०) अत्यन्त बहुत अधिक [ नोट ब्राह्मण, पात्र, प्रस्थान, सैल और माँस इन शब्दों में महा लगाने पर इन शब्दों के अर्थ कुस्सित हो जाते हैं।] -ध्यक्षः, ( पु० ) शिव जी :--अंगः, ( पु० ) १ जेंट | २ चूहा | घूंस | ३ शिव -अञ्जनः ( पु० ) एक पर्वत का नाम । प्रत्ययः (पु०) बबर भारी सङ्कट - अध्वनिक, (वि० ) मृत | मरा हुआ अध्वरः ( पु० ) बड़ा यज्ञ - घ्नसं, (न०) मारी गाड़ी --अनसः (g०) -अनसं, (न० ) रसोई घर ( वि० ) कुलीन | गौरव युक्त महात्मा धर्मात्मा /अनुभावः, मान्य पुरुषान्तकः ( पु० ) शिव। -अन्नाः, (पु० बहुवचन० ) आन्ध्र देश वासी ।-अन्वयः, अभि (वि०:) कुलीन घराने में उत्पन्न ।~-अभिषवः (पु० ) सोम 1 अनुभाव, आदर्श । २ ( go ) मृत्यु २ ) महा 1- का बहुतसा खींचा हुआ रस ।-अमात्यः, ( पु० ) प्रधान सचिव | अम्बुकर ( पु० ) शिव अस्वुज (न० ) दस खरव संख्या - अम्ल (न० ) इमली का फल 1- अर्ध्य, ( वि० ) मूल्यवान | वेशकीमती अष (१०) महासागर । २ शिव /- (वि०) १ बहुमूल्य २ अमूल्य-अम्. १० ) सफेद चन्दन काट -अवरोहः ( पु० ) वर वृष । --ध्यशन, ( वि० ) पेटू भोजनभट्ट - अश्मन् (पु०) खाल माणिक अमी f ● ( न०) आश्विन शुकादमी। प्रसुरी (स्त्री०) दुर्गा का नाम --अन्दः (पु० ) मध्यान्होत्तर दोपहर के बाद का समय-आचार्यः, (पु०) शिव जी का नामान्तर 1-श्राव्य. ( वि० ) धनवान धर्म। -धाढ्यः (पु० ) कस्य का पेड़ यात्मन् (वि० ) महात्मा । महापुरुष ( यु० ) परब्रह्म । परमानन्द मानकर, ( पु० ) बड़ा नगाड़ा /-श्रानन्दः, - नंदः, ( पु० ) मोस । -आयुधः, ( पु० ) शिव - आलयः (पु० ) ३ देवालय | मंदिर। आश्रम । २ तीर्थस्थान । ३ मझलोक ४ परमात्मा - लया (स्त्री० ) देवता विशेष ।-आशयः, ( ५० ) १ महानुभाव । २ समुद्र । अस्पद, ( वि० ) उच्चपदवर्ती | २ चलवान श्राहवः, ( पु० ) प्रचण्डयुद्ध -च्छ (वि०) १ उदारा- शय कुलीन २ वह जिसके उद्देश्य बहुत ऊँचे हों।-इन्द्रः (पु०) १वा इन्द्र । इन्द्र का नाम । २ नेता मुखिया ३ पर्वतमाला विशेष - इष्वासः, ( पु० ) बड़ा धनुर्धर । महाभट बड़ा योद्धा । -ईशः, -ईशानः, ( पु० ) शिव - ईशानी, (स्त्री० ) पार्वती ।-ईश्वरः, ( पु० ) १ विष्णु । २ शिव-ईश्वरी, (खी०) दुर्गा- उत्तः, (पु० ) बड़े भारी वीलडौल का बैल /- उत्पलं. (न० ) बड़ा नील कमल-उत्सवः ( पु० ) १ कोई बड़ा उत्सव २ फामदेव - उत्साह, (वि० बड़ा उत्साही। बड़ा स्फूर्तिमान । -उद्धिः ( पु० ) उदय:, (पु० ) महासागर | २ इन्द्र | अन्नवि | २ मोड १३