पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/६२३

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भीष्मक मह, जिनका जन्म श्रीगङ्गादेवी के गर्भ से हुआ था। भीष्मकः ( पु० ) १ राजा सान्तनु के पुत्र का नाम । २ विदमों के एक राजा का नाम जिसकी लड़की रुक्मिणी के साथ श्रीकृष्ण ने अपना विवाह किया था। भुक्त (व० कृ० ) १ भक्षित | २ उपभुक्त | उपयोग में लाया हुआ | ३ अनुभूत | ४ भोग के लिये रखा हुआ । यथा भोग-बंधक। भुक्तं (न०) १ भक्षण करने या उपभोग करने की क्रिया। २ भव्य पदार्थ । २ वह स्थान जहाँ किसी ने भोजन किया हो । उच्छिष्ट ( न० ) - शेषः, ( पु० ) - समुस्मितं, (न० ) खाने से बचा हुआ | जूठन – सुप्त (वि० ) भोजनो- परान्त सोने वाला । भुक्तिः ( स्त्री० ) १ भोजन । थाहार । २ विषयोप- भोग | ३ कब्ज़ा | दखल | ४ भोजन | ३ ग्रहों का किसी राशि में एक एक थ्रैश करके गमन |-- प्रदः, ( पु० ) मूंग नामक अन्य वर्जित, ( चि० ) वह जिसका उपभोग निषिद्ध हो । भुन (वि० ) १ टेड़ा | चक्र | २ टूटा हुआ । भुज् (धा० पर० ) [ भुजति, भुग्न ] १ भुकाना | २ टेड़ा करना | मोड़ना । ( उभय० ) [ भुनक्ति, भुंक्त ] १ खाना | भक्षण करना । निघटाना | २ उपभोग करना | बरतना | ३ सम्भोग करना | ४ शासन करना | हुकूमत करना | रक्षा करना । ५ सहना । अनुभव करना ६ गुज़रना । भुज् (वि० ) खाने वाला उपभोग करने वाला । सहने वाला। शासन करने वाला। भुज् (स्त्री०) १ उपभोग | लाभ | मुनाफा | फायदा | भुजः ( पु० ) १ भुजा । बाहु । २ हाथ । ३ हाथी की सुंद| ४ मोड़ घुमाव । ५ त्रिकोण की एक भुजा ।अन्तरं – अन्तरालं, ( न० ) वचः-- स्थल । छाती । - श्रापीडः, ( पु० ) कोरियाना। बाहों में दबाना |– कोटर:, ( पु० ) बगल । - दण्डः, ( पु० ) बाहुदण्ड । –दलः, ( पु० ) भुवन दलं, (न० ) हाथ । -बन्धनं, (न० ) आालि- इन :--वलं, ( न० ) वीर्य, ( न० ) बाहों की साकत । - सध्यं. ( न० ) छाती | लीना । – मूलं, (न० ) कंधा 1 – शिवरं - शिरसू, ( न० ) कंधा | भुजगः ( पु० ) सर्प । साँप -- [अन्तकः, -प्रशनः, -भोजिन, ( ० ) - दारणः, - भोजिन्, ( पु० ) १ गरुड़ | २ मोर | ३ न्योला |-- ईश्वरः, - राजः, ( पु० ) शेष जी । भुजंगः ) ( पु० ) १ सर्व भुजङ्गः ) आशिक । ३ साँप | उपपति | जार। पति | स्वामी | ४ गाहू । ५ राजा का एक पाश्र्ववर्ती नौकर : ६ अश्लेषा नक्षत्र | – इन्द्रः ( पु० ) शेष जी । सर्पराज | - ईश: ( पु० ) १ वासुकी । २ शेष | ३ पतञ्जलि | ४ पिंगलमुनि । -कन्या, ( स्त्री० ) सर्प की युवती कन्या | - भं, (न० ) आश्लेषा नक्षत्र 1 – भुज्, ( पु० ) १ गरुड़ । मयूर । मोर। ~लता, ( स्त्री० ) ताम्बूली लता । - हन्, ( पु० ) गरुड़ | भुजंगमः ) ( पु० ) 9 सर्प | राहु । ३ आठ की भुजङ्गमः ) संख्या । भुजा ( स्त्री० ) १ बाँह । २ हाथ | ३ साँप की गिडुरी 1-कराटः, ( पु० ) नाखून | नख । -- दलः, ( पु० ) हाथ । - मध्यः ( पु० ) १ कोहनी | २ छांती | – मूलं, (न० ) कंधा । भुजिष्यः ( पु० ) १ दास गुलाम । साथी । सग्वा ३ कलाई का सूत्र | ४ रोग विशेष । भुजिष्या ( स्त्री० ) १ दासी । २ वेश्या | रंडी | भुडू ( घा० श्रात्म० ) [ भुडते ] १ पालना । २ चुनना छाँटना | भुभुरिका । भुभुरो । 1} ( स्वी० ) एक प्रकार की मिठाई । भुवनं ( न० ) १ जगत २ पृथिवी | ३ स्वर्गं । ४ प्राणधारी ५ मानव मानवजाति ६ जल । ७ चौदह की संख्या -ईशः, ( पु० ) राजा | बादशाह । - ईश्वरः, ( पु० ) राजा । बादशाह १ शिव जी का नाम 1 - ओक ( पु० ) देवता । —त्र्यं, ( न० ) तीन लोक-स्वर्ग,