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पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/६१९

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( ६१२ भावक भावक ( वि० ) १ मात्र से पूर्ण । २ सौख्य वृद्धि फारक ३ कल्पना करने वाला। अद्भुत रसोड़ी- एक पदार्थ और सुन्दरता के प्रति रुचि रखने वाला । भावकः ( पु०) भावना हृदयगत भाव संस्कार। २ प्रेम के भावों को बहिउँध से थोषन करना | भावन ( वि० ) [ स्त्री० - भावनी ] प्रभाव डालने वाला अक्षर करने वाला। भावनं ( न० ) १ उत्पत्ति | प्रादुर्भाव २ किसी भावना ( खी० ) ) के स्वार्थ को आगे बढ़ाना। ३ कल्पना विचार । ख्याल | ४ भक्ति । श्रद्धा । । भावनः ( न० ) १ निमित्त कारण । २ सृष्टिकर्त्ता ३ शिव जी की उपाधि | भावितकं (न० ) सत्य विवरण | भाविधं (न०) स्वर्ग, मयं और पाताल का समूह | त्रैलोक्य | भाविन् (वि० ) १ हुआ | २ होने वाला | ३ आगे आने वाला काल ४ होने योग्य | २ अवश्य भावी । ६ कुलीन । सुन्दर श्रादर्श २ ध्यान | धारणा | ६ अप्रमायीकृत अनुमान भाविनी (स्त्री०) सुथरी स्त्री | २ सती स्त्री । कु कल्पित विषय ७ आलोचन | खोज निर्णय | ३ स्मरण । याददाश्त स्त्री | ३ स्वेच्छाचारिणी या निरङ्कुशा श्री । १० ज्ञान | प्रतीति । १३ प्रमाण ! तर्क । प्रयोग | १२ सूखे चूर्ण को किसी तरल पदार्थ से तर करना । ३३. यसाना । पुष्प तथा सुगन्ध द्रव्यों से | भाबुक ( वि० ) १ होने वाला भव्य । ३ समृद्ध- शाली प्रसन्न ४ शुभ गुणग्राही कविप्रिय। भावुकं (न० ) प्रसन्नता कुशलता समृद्धि | २ प्रेम और आसक्ति प्रकट हो । सजाना । भाषा जिससे भावः ( पु० ) १ उच्छा | हृदय का आवेग । २ रागद्वेष २ प्रेमभाव का प्रकटन ३ साबु पुरुष | ४ लंपट जन । ५ नट । अभिनयकर्त्ता ६ सजावट | भाविक (वि०) [ सी० -- भाविकी ] स्वाभाविक नैसर्गिक । प्राकृतिक । २ भावनात्मक | ३ थाने चाला। काल । भाषिकं ( न० ) भाषा जो प्रेम और कामेच्छा से परिपूर्ण हो । २ अलङ्कार विशेष। इसमें भूल और भावी बातों को प्रत्यक्ष वर्तमान की तरह निरूपण करना पड़ता है। ) भावित (व० कृ० ) १ रचा हुआ पैदा किया हुआ। २ प्रकट किया हुआ ३ पोसा हुआ | विचारा हुआ। सोचा हुया कल्पना किया हुआ। २ ध्यान किया हुआ परिवर्तित । ६ शुद्ध किया हुआ। ७ सिद्ध किया हुआ | स्थापति किया हुआ व्यास परिपूर्ण उत्साहित १० तर भींगा हुआ। 9 सुगन्धित किया भाषा हुआ। १२ मिला हुआ। मिश्रित आमन् ( वि० ) ~ बुद्धि, (वि० ) १ वह जिसने अपने आत्मा को परमात्म का ध्यान करके पवित्र कर लिया हो। २ भक्तिपूर्ण। साधु । ३ विचारयान ² ४ संलग्न । भानुका ( पु० ) बहनोई | भगिनीपति । भाव्य (वि० ) १ होने वाला / २ आने वाला काल । ३ होने वाला पूर्ण होने वाला ४ वह जिसका विचार होने वाला हो। भाव्यं ( न० ) अवश्यम्भावी भावी | भाप ( धा० आम० ) [ भाषते, भाषित ], बोलना। कहना २ सम्बोधन करना। ३ वार्ता- लाप करना। ४ निरूपण करना । २ वर्णन करना। भाषणं ( न० ) १ कपन 1 वार्तालाप | बातचीत । २ दयामय शब्द | भाषा (स्त्री० ) 1 बोली । जवान । वाणी | २ परि- 8 भाषा विवरण | ३ सरस्वती का नामान्तर अर्जदावा । अभियोगपत्र अन्तरं ( न० ) दूसरी बोली या मापा - पादा. ( पु० ) अर्जी दावा -समः, ( पु० ) शब्दालङ्कार विशेष । इसमें शब्दों को इस प्रकार किसी डाक्य में क्रम- वद्ध किया जाता है कि चाहे उसे संस्कृत भाषा का वाक्य समझे चाहे प्राकृत का यथा मलमणि कल-भरेरित विमसि फेसिकीर किपालि पोरे वीरें | -- साहित्यदर्पण |