पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/५८२

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प्रास्ताविक प्रास्ताविक (वि० ) [ स्त्री० 1 प्रास्ताविकी ] आर- म्भिक प्रारम्भिक | भूमिका सम्बन्धी ३ उचित समय का सामयिक ४ प्रासङ्गिक प्रास्तुत्यं ( न० ) विवादग्रस्त विचाराधीन । 1 प्रास्थिक (वि० ) [ श्री० ग्रास्थिकी ] वह वस्तु जो यात्रा के समय शुभ समझी जाती हो । यथा- शङ्खध्वनि। दही मछली आदि । प्रास्त्रवण (वि० ) [ स्त्री० - प्रास्त्रवणी ] : तौल में एक प्रस्व भर २ क प्रस्थ के मूल्य में खरीदा हुआ। प्रस्थ के हिसाब से मोल लिया हुआ । ३ प्रस्थ भर का | ( ५७५ प्रावण (वि ) [ स्त्री० -- प्रास्त्रवणी ] सोते से निकला हुआ। प्राइः ( पु० ) नृत्य कला का शिक्षक | प्राह: ( पु० ) मध्यान्हपूर्व प्राहेतन (वि० ) [ स्त्री० - प्राहेतनी] मध्यान्ह के पूर्व. होने वाला मध्यान्ह पूर्व सम्बन्धी । प्राहेतराम् ) माहेतमाम् ) (धव्यया०) सबेरें । बड़े सड़के। गजरदम प्रिय ( वि० ) १ प्यारा २ मनोहर । प्रियः ( पु० ) १ प्रेमी | स्वामी । २ एक जाति विशेष का हिरन । प्रिया (जी० ) प्रेयसी २ माया । ३ श्री ४ छोटी इलायची खबर | संवाद | ६ शाख । प्रियं (न०) १ प्यार | २ महरवानी चाकरी अनुग्रह ३ प्रसन्नकारक सूचना या खबर ४ आनन्द | प्रियं ( अध्यया० ) प्रसन्नकारक ढंग से हर्षप्रद रीति से ।-प्रतिथि, (वि० ) चातिथेय - श्रपायः, ( पु० ) किसी प्रिय वस्तु का अभाव या अनुप स्थिति अप्रिय. ( वि० ) प्यारा कुप्यारा रुचिकर अरुचिकर - (पु०) आम का पेद।--ई, (वि० ) १ प्रेम या कृपा करने योग्य | २ सर्वप्रिय | मनभावन | -- (पु०) विष्णु का नामान्तर --असु, ( वि० ) जीवन का प्रेमी व्याख्य, (वि० ) शुभसंवाद सुनाने बाला /~-आख्यानं, (न० ) शुभसंवाद - ध्यात्मन् (वि०) मनभावन । मनोहर /~~उक्तिः, ( श्री० ) - उदितम्, ( न० ) चापलूसी की ) प्रिय बातें | मैत्री सूचफ वकता -उपपत्तिः, (ो०) आनन्द दायिनी घटना - उपभोगः ( पु० ) ( किसी प्रेमी या प्रेयसी के साथ रंगरलियां--पपिन्, (वि०) प्रसन्न करने या सेवा करने का अभिलाषी २ प्यारा स्नेही कर ( वि० ) गन्द दायी हर्षप्रद कर्मन, (वि०) मित्रभाव से वर्ताव करने वाला कलत्रः, ( पु० ) वह पति जो अपनी भार्या को बहुत चाहता हो काम, ( चि० ) सेवा करने के लिये इछुक-कार- कारिन्, ( वि० ) भलाई करने वाला । नेकी करने वाला कृत्. ( पु० ) हितैषी | मित्र | जनः, ( पु० ) प्यारा जन प्रेमपाय जन । जानि: ( पु० ) अपनी पत्नी को प्यार करने वाला पुरुष-तोपाः ( पु० ) स्त्री मैथुन का चासन विशेष :---दर्श (वि० ) मनोहर खूबसूरत | -~-दर्शन, (वि०) मनोहर सूरत का स्खूबसूरत मनोहर प्यारा--दर्शनः, (पु० ) १ सोता | २ खिरनी का पेड़ ३ एक गन्धर्व का नाम दर्शिन, (वि० ) अशोक राजा की उपाधि- देचन, (चि०) जुआ खेलने का शौकीन - धन्वः, (पु० ) शिवजी :- पुत्रः ( पु० ) पछी- विशेष /--प्रसादनम्, (न० ) पति को सन्तोष प्रदान-प्राय ( वि० ) अत्यन्त कृपालु या शिष्ट प्रायस (न० ) प्रिय सम्भापय जो एक प्रेमी अपनी प्रेयसी से करता हो :-प्रप्सु, (वि०) अपनी इट सिद्धि का अभिलाषी - भावः, ( 30 ) प्रेम की भावना --भाष, ( न० ) मीठा बोल-भाषिन् (वि० ) मीठा बोलने वाला 1-मण्डन, ( वि० ) आभूषणों का शौकीन -मधु, (वि०) शराब का सुश्ताक - मधुः, (पु०) बलराम जी का नामान्तर |~~ रण, ( वि० ) चहादुर । वचन, (वि० ) वचन कहने वाला वयस्यः, ( पु० ) प्यारा- मित्र। -धर्णी (स्त्री० ) कँगनी नाम का अन्न | -वस्तु, ( न० ) प्यारी वस्तु (~-वाच, (वि०) प्यारी बातें कहने वाला। (स्त्री० ) कृपामय या प्यारे वचन बोलने वाला 1--वादिका, (स्त्री० ) बाजा विशेष |-वादिन, (वि० ) मधुरभाषी ।