पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/५७२

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प्रस्रव प्रस्रव (पु० )सड कर वह निकलन धार ३ से दूध का करना २ ( पगार सूत्र | मस्त्र (२०) १ बहाव । २ छाती या ऐन से दूध का बहना या निकलमा ३ चश्मा | सोता | ५ फव्वारा ६ दह या कुण्ड |७ पसीना ८ मत्रोत्सर्ग | स्त्रवणः (पु० ) एक पर्वत का नाम । प्रस्नावः (१०) १ वहाव उमइन । २ पेशाय | सूत्र || प्रनावाः (पु० ) ( बहुवचन ) आँसूओं का टमड़ना या गिरना । प्रन (व० १०) उमदा हुआ। टपका हुआ निकला | प्रस्वनः प्रस्वानः } (पु०) ज़ोर का कोलाहल या शोरगुल । प्रस्वापः (पु० ) १ निद्रा । २ व २ स्त्र विशेष जिसके कारण शत्रु सैन्य सो जाती हो । प्रस्वापनं (ग०) : निद्रा लाने वाला । २ अस्त्र विशेष जो शत्रु सैन्य को निद्रिस करता है। प्रस्विन्न ( ब० कृ० ) पसीने से तर प्रस्वेदः (पु० ) बहुत अधिक पसीना

प्रस्वेदित ( व० कृ० ) १ पसीने से तराबोर | २ गर्म । महयनम् (न० ) हनन वध इत्या लाचार । म ( वि० ) १ मारने वाला । प्रहार करने वाला। आक्रमणकारी २ लड़ने वाला योद्धा | ३ तीरंदाज़ | गोली चलाने वाला। (5) अत्यधिक हर्षं । २ लिङ्ग का उत्थान महर्पण (०) अत्यन्त आनन्दित करना । महर्षणः (पु० ) वनामक ग्रह । महर्षी ) ( श्री० ) १ हल्दी २ एक पर्यवृत्त का महर्षिणीनाम जिसमें १३ अक्षर होते हैं। प्रहर्मुलः ( पु० ) बुध ग्रह प्रहसनम् ( न० ) १ अट्टहास । प्रसनता । २ मजाक | उपहास। दिल्लगी । हँसी । ३ रूपक विशेष | हंमाने वाला नाटक । फार्स । निम्नश्रेणी का सुखासमाक प्रहसन्नी (०) चमेली विशेष । पृथिका | वासन्ती २ बरी कदाई । कडाह । म्हसित ( १० इ० ) हँसता हुआ | । प्रहसितम् ( न० ) हास्य | हँसी प्रसन्नता | प्रहस्तः (पु० ) १ चपेटा थप्पड़ | २ रावण के अमात्य एवं सेनापति विशेष का नाम

महरकः ( वि०.) घड़ियाली अथवा यह श्रादमी भी जो पहरे पर हो और घंटा बजाता हो । प्रहरगां (न० ) १ प्रहार चार २ फेंकना हटाना ३ आक्रमण हमला ४ चोट २ स्थानान्तरित करना निकाल देना ६ आयुष | हथियार ७ युद्ध पदार डोली या गाड़ी। 1 प्रहरणीयम् (न० ) अस्त्र | हथियार । महत (च० ० १ घायल हत। वत्र किया हुआ । २ पीटा हुआ। ३ भगाया हुआ हराया हुवा ४ फैला हुआ। बढ़ा हुआ | ५ अविच्छिन । ६ ( कोई मार्ग जो पैरों से) कचरा हुआ हो । ७ सीखा हुआ। प्रहरः ( पु० ) दिन का आठवाँ भाग | समय का मान. विशेष |

रेनू (पु० )

२ महाणं ( न० ) त्यागना। वेंकना | छोड़ देना | प्राणिः ( ० ) १ माग | २ कमी | अभाव । प्रहारः ( पु० ) १ आघात | वार | चोट | २ बध मे तलवार का घाव ३ लात की चोट ठोकर ४ गोली मारना। --शार्म (वि०) प्रहार से घायल है -प्रार्तम् ( न० ) प्रहार की दारुव पीड़ा। प्रहारणम् ( इ० ) काम्य दान | मनचाहा दान | महासः (पु० ) १ अट्टहास २ चिढ़ाना बनाना जीट उड़ाना ३ ब्यङ्गयोक्ति | पवाक्य | ४ नचैया नद| २ शिव ६ प्राकव्य प्रदर्शन । ७ प्रभास नामक तीर्थस्थल विशेष । 1 ग्रहासिन् (पु० ) विदूषक । मसखरा । हँसोड़ा। प्रहः (पु० ) कूप । इनारा। प्रहित ( ० ० ) १ स्थापित | २ बढ़ाया हुआ | ३ भेजा हुआ रवाना किया हुआ छोड़ा हुआ (जैसे तीर ) २ नियत किया हुआ। ६ उपयुक्त ( उचित |