पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/५३८

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प्रगल्भा २ निर्भय । निथर बहादुर ३ वाग्मी ४ हाजिर जवाद। प्रत्युत्पन्नमति २ प्रतिज्ञ ६ प्रौद ७ पूर्ण वृद्धि को प्राप्त पका हुआ। हृद। निपुण | ६ अभिमानी। अहकारी। घमंडी १० निलंग्ज । वेशमं बेहया ११ आदर्श। प्रसिद्ध । [एक || प्रगल्भा ( स्त्री० ) साहसी स्त्री । नायिकाओं में से | प्रगाढ ( ५० कृ० ) १ तर भींगा हुआ डूबा हुआ २ अधिक । बहुत ३ | मज़बूत | ४ कहा। सगत | कठिन । 1 प्रगाढं ( म० ) १ तंगी । हीनता । अभाव | २ तपस्या शारीरिक रूप प्रगाढं अन्यथा प्रगातृ ( पु० ) उत्तम गवैया ! अत्यधिकता से । २ ता से १ उपयुक्त गुण प्रधाः (पु० ) १ यंगळे के दरवाज़े के सामने प्रथमः ( पु० प्रगुण ( वि० ) 1 सीधा ईमानदार धर्मात्मा २ प्रधागणः ( पु० )[ बरामदा | २ ताँबे का बरतन । छाया हुआ स्थान । वरसाती | अच्छे गुणों वाला १ योग्य प्रधानः ( पु० ) ३ लोहे की गढ़ा या धन । गाला। वान् । निपुण पड़ चतुर । प्रघस ( वि० ) पेटू | मरभुक्खा। प्रणित (वि० ) 3 सीधा किया हुआ । २ चिकनाया प्रघसः ( पु० ) : राक्षस | २ भुक्खड़पन । पेटूपन | प्रगृहीत ( ३० कृ० ) १ जो भली भाँति ग्रहय किया | प्रघातः ( पु० ) १ यत्र | २ युद्ध | लड़ाई गया हो । २ प्राप्त स्वीकृत | ३ जिसका उच्चारण | मधुणः ( पु० ) महमान । अतिथि। सन्धि के नियमों का ध्यान रखे बिना किया | मधूर्ण: ( पु० ) महमान | अतिथि गया हो। घोषः (पु० ) १ आवाज़ | शोर । २ गर्जन | प्रचक्रं ( न० ) सेना जो रवानगो में हो। प्रवक्षस् पु० नामान्तर | प्रगृहां ( न० ) वह स्वर जिस पर सन्धि के नियमों का प्रभाव न पड़े और जो स्वतंत्र रीति से लिखा जाय और बोला जाय। 1 प्रचर प्रग्रहवाम् (न० ) १ पकड़ना धरना । थामना । २ सूर्य या चन्द्र ग्रहण का आरम्भ ३ लगाम राससंगम दमन प्राइ (पु० ) पकड़ धाम २ ढोना । जे जाना । २ तराजू की डोरी | ४ लगाम । रास प्रग्रीवं ( न० ) | १ रंगा हुआ कलस या बुर्जी । ग्रीवः ( ० ) / २ किसी मकान के चारों ओर लकड़ी का बनाया हुआ घेरा ३ तवेक्षा १२ वृक्ष की फुनगी। प्रघटकः ( पु० ) नियम । सिद्धान्त | आदेश | प्रघटा ( स्त्री०) किसी विज्ञान के धारम्भिक सिद्धान्त - विद्, ( पु० ) फालतू विषय पढ़ने वाला। बकवादी । हस्पति ग्रह २ ब्रह्मस्पति का भगे (अव्यया० ) बड़े तड़के । भोर ही ।-तन, ( वि० ) प्रातःकाल किया जाने वाला।--निश, -शय, (वि० ) जो सबेरा होने पर भी सोता रहें। प्रगोपनम् ( न० ) रक्षण | बचाव | प्रमथनम् ( न० ) चुनना। गूधना प्रग्रहः ( पु० ) धारण ग्रहण १ २ चन्द्र या सूर्य के प्रचयः ३ (पु० ) अहगा का आरम्भ ३ लगाम रास | ४ रोक थाम ५ बन्धन | कैद र बंधुआ कैदी | ७ | ( घोड़े आदि पशुओं का ) साधना | किरण | 1 ३ तराजू की बोरी | १० स्वर जिसमें सन्धि के नियम लागू न हों। प्रचंड ) ( वि० ) अत्यन्त तीन वेज्ञ | उम्र प्रचण्ड प्रखर २ मजबूत बलवान भयानक । ३ अतिउष्प । क्रोधमूहित । गुस्सैल । २ साहसी । ६ भयङ्कर ७ असा दुस्सह - आतपः, (पु० ) भयङ्कर गर्मी (~घोण, (वि०) लंबी नाक वाला।सूर्य, (वि० ) ऐसी कड़ी धूप जो सही न जाय | संग्रह एकत्रकरण २ देर । प्रचायः ) राशि | ३ वृद्धि | बढ़ती । ४ साधारण मेल मिलाप । प्रचयनं ( न० ) संग्रह | एकत्रीकरण | प्रचरः ( पु० ) १ रास्ता मार्ग सड़क २ रीति | रिवाज़ |