पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/५३

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अनुलासः } ( पु० ) मोर । मथुर । अनुलासः अनुजास्यः अनुलेपः ( पु० ) । किसी तरल वस्तु की तह अनुलेपनम् ( न० ) ) चढ़ाना | सुगंधित वस्तुओं को शरीर में लगाना उबटन करना । २ उबटन | लेप । अनुलोम ( वि० ) १ केश सहित । श्रेणीक्रम | नियमित अनुकूल | २ सङ्कर ( जाति ) - अर्थ (वि० ) अनुकूल कथन । ज, - जन्मन् (वि० ) यथाक्रम उत्पत्ति । पिता की अपेक्षा होनवर्ण माता की सन्तान । वर्णसङ्कर | अनुलोमम् ( अव्यया० ) यथाक्रम | स्वाभाविक क्रम से। अनुलोमा (बहुवचन) सङ्करजातियां | दोगली जातियां । अनुवण (वि.) : अत्यधिक नहीं। न अधिक न कम | २ अस्पष्ट | अव्यक्त | अनुवंशः (पु० ) गोत्रपट | वंशावलीपत्र । अनुवक ( वि० ) बहुत टेढ़ा । अनुवचनं (न) पुनरावृत्ति | पठन | शिक्षण | अनुवत्सरः (पु० ) वर्ष संवत्सर । अनुवर्तनम् ( न ) १ अनुगमन | आज्ञापालन । समर्थन । २ प्रसन्नता | कृतज्ञता | ३ पसंदगी | ४ परिणाम। फल । २ किसी पूर्ववर्ती सूत्र की पूर्ति । अनुवाक ( पु० ) अन्यविभाग। ग्रन्थखण्ड । अध्याय या प्रकरण का एक हिस्सा । वेद के अध्याय का एक भाग। अनुवाचनम् ( न० ) पढ़वाना । पाठ कराना । शिक्षा दिलाना। २ स्वयं बांचना या पढ़ना । अनुवेल लिये किसी अंश का बार बार पढ़ना किसी ऐसे विषय का जिसका निरूपण हो चुका हो, व्याख्या रूप में या प्रमाण रूप में पुनः पुनः कथन । २ समर्थन | ३ सूचना । अफवाह ४ भाषान्तर | उत्था | तर्जुमा । अनुवातः ( पु० ) हवा का रुख । जिस ओर की हवा हो उस ओर। अनुवादक अनुवादिन (वि० ) १ उल्था करने वाला | भाषान्तर करने वाला । २ अर्थवोधक | व्याख्या- सूचक | सङ्गतिविशिष्ट अनुवाद्य ( स० का० कृ० । व्याख्या करने योग्य | उदाहरणीय । अनुविधायिन (वि० ) आज्ञाकारी । अनुवश ( बि० ) दूसरे का वशवर्ती | दूसरे की इच्छा | अनुविनाशः ( पु० ) पीछे से विनाश | पर निर्भर | परवश आज्ञाकारी । अनुवार (अव्यया० ) बार बार । समय समय पर अक्सर । अनुवासनम् ( न० ) ) यादि से सुवासित । श्वस्त्र के अनुवासः ( पु० ) १ सुगन्ध | सौरभ । २ धूप छोर को अतर से तर कर सुवासित करना । अनुवासनः (पु० ) पिचकारी । अनुवासित (वि० ) सुवासित । सुगन्धित अनुवित्तिः ( स्त्री० ) प्राप्ति | उपलब्धि । अनुद्धि (व० कृ० ) छिदा हुआ। सुराख किया हुआ । वमी चलाया हुआ | २ फैला हुआ। छापा हुआ। श्रोतप्रोत । परिपूर्ण | व्याप्त । संमिश्रित । ३ सम्बन्धयुक्त ४ जड़ा हुआ । अनुविधानं ( न० ) १ आज्ञापालन | २ आज्ञानुसार कार्य करना । अनुविष्टम्भ ( पु० ) परिणाम स्वरूप बाधा में पड़ा हुआ। अन्त में रुद्ध । अनुवृत्त (व० कृ० ) आज्ञापालन | अनुवर्तन । २ अवाधित । विना रोका टोका हुआ | सतत | अनुवृत्तः (पु० ) । प्रविष्ट | व्याप्त पालित। अनुवृत्तिः ( स्त्री० ) १ स्वीकृति । आज्ञापालन | समर्थन । अनुसरण सातत्य । निरवच्छिन्नता । २ पुनरावृत्ति । अनुवादः (पु० ) ३ दुरुक्तिः । ब्याख्या करने के लिये | अनुवेलं (अव्यया० ) कभी कभी । यदाकदा । प्रायः । या उदाहरण देने के लिये अथवा पुष्ट करने के समय समय। सदैव ।