पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/५१८

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पढ़ ( न० ) ) १ राहू पँट: ( पु० अली कोई भी पात्र स्थान गिलाफ़ खोल परत | पल्ला ।२ ३ पत्तों का बना होना ४ २ श्रीमी फली ६ खान पलक ८ घोड़े का सुम (पु० ) चौखट (व० ) : रोकः / सदाशिक तिलक । 1 जायफल:उटजं, ( न० ) सफेद /-/ पंड्रा: ) ( पु० बहु० ) भारत के एक प्रान्त का उदकः, ( go ) नारियल । - ग्रीवः (पु० ) पुरा 5 प्राचीन नाम और उस प्रान्त के निवासी । -कैलिः, ( पु० ) हाथो । पुराय ( वि० ) पवित्र ( शुद्ध २ अछा गुणी | नेक ईमानदार न्याय ३ शुभ मङ्गलात्मक अनुकूल ४ प्रसनकारक | आल्हादप्रद | मनो- हर सुन्दर मधुर सुगन्धि ६ धूमधड़ाके १ वरतन धड़ा | कलला । २ ताँबे का !

बरतन-पाकः (०) दवाइयों बनाने का विशेष विधान - भेदः, (४०) १ नगर कस्वा २ वाद्ययंत्र विशेष | बाजा || ३ वर बाद 1 - भेदनं, (न० ) नगर शहर /- पुटकं ( न० ) १ नह २ कोई भी शिवला वरनन । २ दौना। ४कमल स्वायफल परत पुढकिनी ( श्री० ) १ कमल २ कमल समूह पुटिका (स्त्री) इलायची । पुति ( वि० ) १ रगड़ा हुआ 1 पीसा हुआ । २ सकुड़ा हुआ | ३ सिला हुआ। टकियाया हुआ | | ४ चिरा हुआ। पुढी (देखो पुट) पुडू (घा० पर० ) त्यागना छोड़ना २ विदा करना निकाल देना ३ उमदन ४ खोज निकालना। पुंड ) ( घा० पर० ) ( पुराडति ) पीसना पीस ऍण्ड ) कर चून कर डालना । कूटना | पुण्ड: } ( S० ) चिन्ह | निशान 1 1 1 पुंडरीकं ) ( न० ) 1 फसलपुप्प, विशेष कर सफेद डरीक ) रंग का | २ सफेद | पंडरीकः ) ( पु० ) सफेद रंग | आग्नेयी पण्डरीकः । दिशा का दिमाज ३ चीता ४ सर्प विशेष | २ चाँचल विशेष ६ कोड रोग विशेष ७ गजज्वर ८ सम्र वृक्ष विशेष | २ जल का घड़ा 10 अग्नि ११ माथे पर साम्प्रदायिक तिलफ चिन्ह | 1 i पंडरीकात्तः पण्डरीकाक्षः ( पु० ) विष्णु का नामान्तर । } (पु०) १ एक प्रकार की ईख र कमल पुराइन ।३ सफेद कमल ४ माथे पर का तिलक । ५ कीट विशेष 1 पुंडू: पुराडूर पुराया ( पु० ) १ लाल जाति कमल । ३ सफेद कमल } की ऊख : २ ४ माथे का तिलक | ५ कोश | पंडूका ) ( पु० ) १ ईख की एक जाति । २ का उत्सव सम्बन्धी पुरायं / न० ) १ नेकी भलाई धार्मिक श्रेष्ठता | पुण्यकार्य पुरावकार्य । ३ पवित्रता | विशुद्धता ४ पशुओं के पानी पीने के लिये हौदी। हौद । पुण्या ( श्री० ) तुलसी का पेड़ अहं, (अहन के बदले ) आनन्द का या मङ्गल दिवस सुदिन |--- उदयः ( पु० ) सौभाग्योदय । -उद्यान, ( वि० ) सुन्दर उद्यान रखने वाला।- कर्त्त ( पु० ) पुण्यात्मा या धर्मात्मा आदमी। फर्मन् ( वि० ) शुभकार्य करने वाला पुण्यात्मा ईमानदार । ( न० ) पुण्य का कार्य । --कालः, ( पु० ) दान पुण्य का समय 1-कीर्ति, (वि०) शुभनाम या नामवरी वाला प्रख्यात प्रसिद्ध । -कृत्, (वि०) पुण्यात्मा । नेक धर्मात्मा कृत्या, (श्री०) धर्मकार्य । क्षेत्रं, (न०) १ तीर्थ स्थान | २ आर्यावर्त का नाम /-गन्ध, ( वि० ) मधुर सुगन्धि युक्त --गृहं, (न० ) वह घर ● जहाँ लोगों को खैरात बाँटी जाती है। २ देवालय | -जनः ( पु० ) 1 धर्मात्मा आदमी | २ दानव । दैव्य | ३ यक्ष |-ईश्वरः, ( पु० ) कुबेर 1- जित, (वि० ) धर्मकर्म से जीता हुआ - तीर्थ, (न० ) यात्रा का स्वान। तीर्थस्थान - दर्शन, (वि० ) सुन्दर । मनोहर :-दर्शनः ( पु० ) नीलकण्ठ पक्षी --दर्शनं, (न० ) देवालयों में दर्शन --- पुरुषः, ( पु० ) पुण्यात्मा या धर्मात्मा जन-प्रतापः (g० ) पुण्य या ·