पिंगळा, पिङ्गजा पिंगला ( स्त्री० ) १ उल्लू विशेष | २ शिंशपा पिङ्गला वृद्ध ३ धातु विशेष ४ शरीरस्थ नाही विशेष । २ एक पुराणप्रख्यात वेश्या का पिचल पिचलम् समूह | १ मोचरल | ६ केला | कवच | टाँग की पिडरी सौंप का विष । १० सुपाडी | - बाणः ( पु० ) वाज पक्षी । पिच्छल ( वि० ) चिकना | स्पटन वाला | नाम । पिंगलिका ) ( स्त्री० ) सारस पक्षी | २ उल्लू | पिच्चिका (स्त्री० ) मयूर पत्रों का मोरछल । पिङ्गलिका पक्षी । पिंगा ) ( स्त्री० ) १ हल्दी | २ केसर | ३ हरताल | | पिच्छिल (वि० ) १ चिकना | रपटन वाला २ पिङ्गा ) ४ चण्डिका देवी । वाला । ( ५०३ ) पिंगाशं । ( न० ) चोखा सोना । पिङ्गाशम् ) पिंगाशः पिङ्गाशः पिंगाशी ) पिङ्गाशी ) } ( स्त्री० ) नील का पौधा । पिचंडः, पिचण्ड: ( पु० ) पिचंड, पिचण्डम् (न० पिचिडः, पिचिराडः (पु० ) / पिचिडम्, पिचिण्डम् (न०) पिचंडकः पिचण्ड: S पिचिंडकः पिचिण्डकः, ( पु० ) टाँग की पिडुरी | पिचिडिल ) ( वि० ) बड़े पेट का | बड़ी तोंद पिचिण्डिल ) चाला। ( पु० ) गाँव का मुखिया या ज़मींदार । २ मछली विशेष | पेट उदर | ( पु० ) श्रौदरिक | पेटू । मरभुखा । पिचुः ( पु०) १ रुई । २ दो तोले के बराबर की तौल जिसे कर्प कहते हैं। ३ कोद रोग विशेष -तलं, पिच्छिल ( पु० ) [ स्त्री० - पिच्छिला ] - पिच्छिल, ( न० ) : भात का माँड़ । २ एक प्रकार की चटनी । ३ दही जिसके ऊपर छाली हो । - त्वच् ( पु० ) नौरंगी का पेड़ | पिंजू ) (धा०श्रात्म० ) [ पिके ] रंगना | २ स्पर्श पिञ्जु | करना | ३ सजाना । (उभय० ) [ पिञ्जयति, पिञ्जयते ] १ देना | २ लेना | ३ चमकना | 8 शक्तिवान् होना । ५ रहना | बसना | ६ वध करना । चोटिल करना । पिंज विचम् S पिंजः ) पिञ्जः ) पिंजा ) पिक्षा 5 पिंजट: । पिञ्जयः । ( न०) रुई | - मन्दः, – मर्दः, ( पु० ) नीम का | पिंजनम् ) पेड़ पिचुनः ( पु० ) १ रुई । २ विभिन्न प्रकार के पक्षियों का साधारण नाम पेचट (वि० ) बंदमुठ्ठी । पिञ्चटः (पु० ) आँख की सूजन। पेन्चटम् ( २० ) १ जस्ता | सीसा । पिंजर) पिचर ) ( न० ) ताकत । शक्ति | ( पु० ) १ चन्द्रमा २ कपूर | ३ वध | हत्या | ४ ढेर | ( स्त्री० ) १ चोट | अनिष्ट | २ हल्दी | ३ रुई। पेचा ( स्त्री० ) १६ मोती की लड़, जिसका खास वज़न होता है। पिच्छे ( न० ) १ मयूर का पूंछ का पर | २ मयूर की पूंछ | ३ बाण में लगे पर १ ४ ढैना | बाजू | ५ | पिञ्जरित कलँगी । चोटी । पेच्छ (पु० ) पूंछ | पेच्छाः ( स्त्री० ) १ म्यान | गिलाफ । खोल २ पिंजलं चाँवल का माँद । ३ पंक्ति | अवली | ४ ढेर | | ( पु० ) आँख का कीचड़ पिञ्जनम् । जाती हैं। ( न०) चुना की धनुही जिससे रुई धुनकी ( वि०) सुनहला | भूरा पिंजरं ) ( न० ) १ सोना । २ हरताल | ३ अस्थि- पिञ्जरम् पंजर ४ पिंजड़ा। 1 पिंजरः ) ( पु० ) १ सुनहला या भूरा रंग | २ पीला पिञ्जरः 5 रंग । पिंजरकं पिञ्जरकम्) पिंजरित ( न० ) हरताल | ( वि० ) पीले रंग का । भूरे रंग का । पिंजल ( वि० ) १ बहुत घबढ़ाया हुआ था परेशान २ भयभीत | पिजलम् ) ( न० ) १ हरताल | २ कुश की पत्ती ।
पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/५१०
दिखावट