पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/५०३

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पादुक पादुक (धि० [स्त्री दुमी | पैदल आन वाला पादुका (स्त्री० ) सराव -कार ( पु० मोची जूता बनान याला १ पाहू ( स्त्री० ) मुनी । -कृत (पु० ) मेची पाद्य (वि० ) पैर का | पाद्यम् (न० ) पैर धोने के लिये जल । पानं (न०) १ पान फरना पीना अधर को चूमना २ शराब पीना | ३ शरचत पीना | ४ पानपात्र ! पैनाना | तेज़ करना | ६ रक्षा | बचाव | पानः ( ५० ) कलवार | शराव खींचने वाला - अवारस आगारा, ( पु०) आगरं, (न० ) मदिरागृह अव्ययः (पु० ) अत्यधिक मदिरा गोष्ठी, ( स्त्री० ) १ २ ढोलक या ढोल की दूकान मदिरागृह शराब की दूकान - प ( वि० ) शराब पीने दाला पात्रं, भानं. ( न० ) - भागडं, ( म० ) पानपात्र शराव पीने का प्याला भू भूमिः, भूमी, ( स्त्री० ) पानशाला । मङ्गलं न० ) नदि सपान करने वालों की गोष्ठी - रत, ( वि० ) शराब पीने का लसियल /- वणिज, ( ० ) शराब बेचने वाला |~ विनमः, ( पु० ) नशा । -शौण्डः, ( पु० ) बड़ा शराबी | पानकं (न० ) पेय पदार्थं । शर्वत रस | पानिकः ( पु० ) शराब बेचने वाला कलवार पानिलं ( ० ) पानपात्र शराब पीने का बरतन | पानीयं ( न० ) १ जल | २ पेय पदार्थ | रस शरबत। --नकुलः, ( पु० ) ऊदबिलाव जो मछली खाते है। वर्णिका ( स्त्री० ) बालू । रेती |-- क्षाला, -- शालिका, ( स्त्री० ) पौशाला । प्रपा । वह स्थान जहाँ विना कुछ लिये प्यासे को जल पिलाया जाय। ! पांशः पान । -गोठिका, शरावियों की होली पान्थः ( ४९६ ) - } (पु० ) बटोही । यात्री । पाप (वि० ) १ दुष्ट । २ हानिकारी । अनिष्टकर | | ३ नीच | 8 अशुभ पापियों में भी नीच या गया बीता।-प्रपनुत्तिः, पापोयस ( स्त्री० ) प्रायश्चित्त । यह, (५० ) दुर्दिन बुरा दिन पाप ( न० ) १ दुर्भाग्य २ पाप गुनाह । अपराध | ( पु० ) दुष्टात्मा पापात्मा पापी आदमी | पापः - - 1 ● - आचार, ( वि० ) दुरी राह चलने वाला - धात्मन् (वि० ) दुष्ट हृदय । पापपरायण । दुष्ट । ( go ) पायो पापकर्म करने वाला आशय, चेतस् (वि० ) बुरे इरादे वाला । दुष्टहृदय |--कर, कारिन कृत, ( वि० ) पापपूरित पापी। बदमाश | -क्षयः, ( पु० ) पाप का नाश ग्रहः, ( पु० ) दुष्ट ग्रह । ( यथा, मंगल, शनि, राहु और केतु ) झ. (वि० ) पापनाशक ।-चर्यः, ( पु० ) १ पापी | २ राक्षस (वि० ) दुरी निगाह बाला धो, ( वि० ) दुष्ट हृदय दुष्ट । -नापितः, ( पु० ) चालाक नाई । -- नाशनः, ( दि० ) पापनाशक ।-पतिः (50) प्रेमी। धाशिक ।- पुरुषः, ( पु० ) दुष्ट मनुष्य | फल, - ( वि० ) दुष्ट अशुभ | - बुद्धि- भाव, - मति ( वि० ) दुष्ट हृदय । दुष्ट । धूर्त भाजू, (वि० ) पापपूर्ण | पापी - मुक्त, (वि० ) पाप से छूटा हुआ। पवित्र - मांत्रनं, -विनाशनम्, ( न० ) पापनाशक । पाप छुड़ाने वाला - योनि, ( दि० ) कमीना | अकुलीन । -योनिः ( स्त्री० ) अपकृष्ट दशा में उत्पत्ति । - रोगः, ( पु० ) १ बुरा रोग । २ चेचक | - शील, (त्रि० ) पापकर्मों को करने की प्रवृत्ति रखने वाला 1-सङ्कटा, ( वि० ) पापी हृदय का दुष्ट-सङ्घल्पः, (५०) दुष्ट विचार 1 - - 4 - - रखने पापड, (पु० ) शिकार। आखेट पापल ( वि० ) पाप देने वाला पापकर | पापिन् (वि० ) [ स्त्री० - पापिनी ] पापपूरित । दुष्ट खराब। ( पु० ) पापी । पापिष्ठ । पापिष्ठ (वि० ) बड़ा भारी पापी या दुष्ट । - अधम, (वि० ) | पापीयस् (वि० ) [ स्त्री० – पापीयसी ] अपेक्षा कृत खराब ।