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पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/४८३

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परिक परिकम्पम् रोडई परिग्रह परिकर: ( 50 ) ) खींचने की क्रिया | खींच परिकर्षण ( न० ) / कर निकालने की किया। उखाड़ने की क्रिया | विनष्ट किया हुआ। ६ छोटा किया हुआ | घटाया हुआ | ७ दिवाला निकाले हुए। परिक्षोव ( वि० ) नशे में बिल्कुल चूर | परिक्षेपः (g० ) इधर उधर भ्रमण करना । टह- लना । २ फैलाना | बन्बेरना । ३ घेरना । छेकना । ४ घेरने की सीमा या घेरा। परिकल्कनम् (२०) धोखा छल कपट | बदमाशो | परिकल्पनम् ( न० ) ) ते करना । निचित परिकल्पना ( स्त्री० ) ( करना | २ कलावट । ! रचना | आविष्कार | ३ सम्पन्नकरण | ४ विभक्त ! परिखा ( स्त्री० ) खाई । किसी नगर या गढ़ के करण | बंटवारा। बाहिर की नहर जो नगर या गढ़ की रक्षा के लिये सौदी जाती है। खंदक | परिखातम् ( न० ) १ खाई । सं २ हल | पहिये से वनी लीक या लकीर। ३ खुदाई। परिखेदः (पु० थकावट | श्रान्ति । परिख्यातिः ( स्त्री० ) कीर्ति । नालवरी । प्रसिद्धि | परिगणनम् ( न० ) ? भलीभाँति गिनना । पूरा परिगणना ( स्त्री० ) ) पूरा गिनना | ठीक ठीक क्यान या कथन | i परिपूर्ण ! परिकांचितः ( पु० ) भक्त | साधु । संन्यासी | परिका ( ऋ० ० ) १ फैला हुआ। विखरा हुआ | २ घिरा हुआ। भीड़भाड़ से युक्त परिकूटं ( न० ) धुस्स ! खाई । परिकोपः ( पु०) महान् क्रोध रोप | परिक्रमः ( पु० ) ३ टहलना । २ फेरी देना । चागे | ओर घूमना | ३ क्रम सिलमिला। ४ एक के पीछे एक दूसरे का आना । ७ प्रविष्ट होने वाला घुसने वाला। -सहः ( पु० ) बकरा : परिकयः ( पु० ) ) मज़दूरी । भाड़ा | २ परियणम् ( न० ) ( मज़दूरी पर काम में लगाना | ३ क्रय | खरीद ४ विनिमय पक्षटौ- परिगत ( ० ० ) १ घेरा हुआ | २ चारो ओर छाया हुआ । ३ जाना हुआ। समझा हुआ । ४ भरा हुआ। ढका हुआ। २ प्राप्त किया हुआ। अल । अदलाबदली । ५ सन्धि जो रुपये देकर परिगलित ( च० ० ) १ डूवा हुआ । २ टकराया पाया हुआ | ६ स्मरण किया हुआ | J की गयी हो । हुआ गिरा हुआ ३ अश्यता को प्राप्त ४ पिघला या गला हुआ। २ वहा हुआ । परिगर्हणम् (न०) बड़ा भारी कलङ्क या दोषारोपण | परिगूढ ( व० कृ० ) १ नितान्त २ जो समझ ही में न आवे । वही कठिनाई से समझ में आने २ । परिक्रिया ( स्त्री० ) १ लाई से घेरना | २ घेरना । परिकान्त ( व० ० ) थका हुआ। परिश्रान्त परिदः (पु० ) तरी । नमी । सील । परिकेश: ( पु० ) थकाई । थकावट कष्ट कड़ाई। परिचयः (पु० ) : नाश । गलाव | २ अदृश्य हो जाने की क्रिया समाप्त होने की क्रिया । बरवादी | हानि : घाटा । चसफलता | परिक्षाम (वि०) दुबला। लड़ा हुआ। परिक्षालनम् ( न० ) १ भुजाई। सफाई । २ धोने के लिये जल । परिक्षित ( व० कृ० ) १ खाई आदि से घेरा हुआ | २ बिखरा हुआ। ३ घेरा हुआ | ४ विछा हुआ। ५ त्यागा हुआ | छोड़ा हुआ। परिक्षीण ( व० कृ० ) 1 नष्ट हुआ। अन्तधन हुआ। २ नष्ट किया हुआ । क्षीण किया हुआ | ३ दुवला या लटा हुआ घिसा हुआ । निघन हुआ | ४ नितान्त नाश को प्राप्त हुआ ! ५ खाया हुआ | | वाला । परिगृहीत ( च० ० ) १ पकड़ा हुआ । काँपे में आया हुआ | २ आलिङ्गन किया हुआ । छाती से लगाया हुआ । चिपटाया हुआ घेरा हुआ | ४ स्वीकृत किया हुआ | लिया हुआ | पाया हुआ। ४ माना हुआ | २ आश्रय दिया हुआ । अनुग्रह किया हुआ । ६ अनुसरण किया हुआ | आज्ञा का पालन किया हुआ । ७ विरोध किया हुआ | परिगृह्णा ( सी० ) विवाहिता स्त्री । परिग्रहः (पु० ) पहनाव उड़ाव ६ सम्पत्ति | पकड़ | २ छिकाव | घिराव | ३ ४ प्राप्ति | उपलब्धि । ५ स्वीकृति धनदौलत | ७ विवाह में पाना ।