पद्मिनी ३ . -~-जान्छना, ( श्री० ) १ लक्ष्मी देवी का नामान्तर २ सरस्वती देवी का नामान्तर सारा का नामान्तर । वासा, (सी० ) लक्ष्मी का नामान्तर समसिनः, ( पु० ) ब्रह्मा का नामान्तर/स्नुषा, ( स्त्री० ) १ गङ्गा का नामान्तर २ लक्ष्मी का नामान्तर ३ दुर्गा का नामान्तर - हासः, (५०) विष्णु का नामान्तर - पद्म ( ४३८ ) 2 -- ( सी० ) लक्ष्मी का नामान्तर कर्णेका ( श्री० ) 1क्सल का बाजकोप २ कमलव्यूह बना कर खड़ी हुई सना का मध्यवर्ती भाग - कलिका, ( स्त्री० ) कमल की कली। अनखिला कमल का फूल-फाष्ठ, ( २० ) पशाख । दवा विशेष । केशरम् ( न० ) केश, ( पु० ) कमल की तिरी । कोश, कोपः, ( पु० ) १ फमल का सम्पुट कमल के बीच का | पद्म ( न० ) १ कमल । (१०) यथा-- बत्ता जिसमें बीज होते हैं । २ फरमुद्रा विशेष । खण्डम् -पण्डन, (ज० ) कमल समूह - गन्ध, गन्धि, (वि० ) कमल जैसी खुशबू वाला /-गन्धम् ( न० ) -गन्धिः ( न० ) पद्मकाष्ट पद्माख-गर्भः, (पु० ) ब्रह्मा का नामान्तर | २ विष्णु का नामान्तर ३ शिव का नामान्तर । ४ सूर्य का नामान्तर । ५ कमलपुष्प का भीतरी या मध्यभाग-गुणा, गुहा, ( श्री० ) १ धन की अधिष्ठात्री देवी लक्ष्मी का नामान्तर | २ लवङ्ग । लौंग 1-जः, -जातः, -भवः, -भूः, - योनिः, सम्भवः, ( पु० ) १ कमल से उत्पन्न ब्रह्मा जी का नामान्तर तन्तुः, ( पु० ) कमजनाल/नाभिः, -नाभः, ( पु०) विष्णु का नामान्तर ।-नालं, (२०) कमल नाल :-निधिः, (५०) कुबेर की नवनिधियों में से एक: २ बुधदेव का नामान्सर ३ सूर्य का नामान्तर ४ विष्णु का नामान्तर-पुष्पः, ( पु० ) कनेर का पेड़ -बन्धः, ( पु० ) एक प्रकार का चित्र- काव्य जिसमें यक्षरों को ऐसे क्रम से लिखते हैं, जिससे कमल का आकार बन जाता है।- --बन्धुः, (पु० ) 1 सूर्य | २ मधुमत्रिका/ बीज, | न० ) कमल के बीज । -भासः, (पु०) शिव जी का नामान्तर 1 ~ मालिनी, धन की अधिष्ठात्री देवी लक्ष्मी जी (पु० ) -रागम् (न० ) मानिक या लाल नामक रत्न । --रूपा, ( स्त्री० ) लक्ष्मी देवी का नामान्तर । -रेखा, (स्त्री० ) सामुद्रिक शास्त्रा- नुसार हथेली की कमलाकार रेखा लाञ्छनः, - पाणिः, ( पु० ) 1 ब्रह्मा का नामान्तर । | पद्मकिन ( पु० ) १ हाथी । २ भोजपत्र का पेड़ | पद्मा ( स्त्री० ) १ श्रीविनी लक्ष्मी जी का नामान्तर | २ लवंग | लौंग । ( पु० ) १ मा | २ कुबेर | ३ सूर्य | ४ राजा | "तं तोयं पर्चे दुस्" २ कमल सदृश थामूषण विशेष । ३ कमल की आकृति या आकार। ४ कमल की जड़ ₹ हाथी के चेहरे और सेंद पर की रंगामेज़ी या चित्रकारी जो उसे सजाने को प्रायः लोग किया करते हैं। ६ कमलव्यूह | ७ संख्या विशेष ८ सीसा रास्ता । १ शरीर स्थित चन्द्र १० मानव शरीर के चिन्ह विशेष। तिल मस्सा १ दारा धब्बा। पद्मः ( पु० ) १ मन्दिर विशेष | २ हाथी । ३ सर्प जाति विशेष ४ श्रीरामचन्द्र की उपाधि | ५ कुबेर की नवनिधियों में से एक । स्त्रीनैथुन का एक आसन विशेष रतिबन्ध | 1 1 पद्मकं ( न० ) १ पद्मव्यूह कमल ज्यूह | २ हाथी के चेहरे और सुंद पर के रंगीन ग | ३ बैठने का आसन विशेष । पद्मावती (स्त्री० ) १ लक्ष्मी का नामान्तर २ एक नदी विशेष का नाम । पद्मिन् (वि० ) १ कमल रखने वाला | २ धब्बेदार। (पु० ) १ हाथी । २ विष्णु का नामान्तर | (स्त्री० ) | पद्मिनी ( स्त्री० ) १ कमल का पौधा २ - रागः, कमलसमुदाय | ३ वह सरोवर या ताल जिसमें कमलों की बहुतायत हो । ४ कमलनाल २ हथिनी ६ कोफशास्त्र के अनुसार स्त्रियों की चार जातियों में से सर्वोत्तम जाति। इस जाति की स्त्री अत्यन्त कोमलाङ्गी सुशीला रूपवती और पति- बता होती है।
पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/४७५
दिखावट