पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/४६९

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पट्टनम् ( ४६२ ) पट्टनम् ( न० ) पट्टना (स्त्री० ) नगर शहर | 1 पहला (स्त्रा० ) मण्डल। जिला | समाज | पट्टिका (स्त्री० ) १ पट्टी ती २ प्रमाणपत्र | सन ३ वस्त्रखण्ड कपड़े का टुकड़ा ४ रेश्मी वस्त्र का कड़ा ५ धाव या चोट की पट्टी- वायकः, ( पु० ) रेशमी वस्त्र बनाने वाला या फेरी।

) ( पु० ) एक प्रकार का बड़ी

पट्टीशः- पट्टीसः ) पैनी नोंक का भाला। पट्टी ( श्री० ) १ माथे का आभूषण विशेष | ख़ौर | २ घोड़े का ज्ञेरवंद या तंग पठिः ( स्त्री० ) पढ़ना अध्ययन करना । पठित (च० ० ) १ पड़ा हुआ। पाठ किया हुआ। दुहराया हुआ २ अधीत । पथविन पा ( धा० आम ) [ पाते, पति ] खरीदना । अदलबदल करना २ मोल भाव करना। ३ दाँव लगाना होड़ बढ़ना। ४ जोखो उठाना। ५ खेल में जीतना । १२ शराब खीचने वाला १६ मकान घर १७ १८ मुठ्ठी भर कोई भी सना का चढ़ाई का खच वस्तु | ११ विष्णु /- अंगना, स्त्री (श्री० ) वेश्या | रंडी | कसबी 1 ~ श्रर्पणम् ( २० ) ठेका :- ग्रन्थिः ( पु० ) संडी | पेठ -धन्धः, ( पु० ) १ सन्धि १ २ इकरारनामा शर्तनामा १ पणता ( बी० ) पणत्वं ( म० ) कीमत मूल्य | दाम। 5 पणनम् (न०) १ खरीदना मोललेना। विनिमय । २ दाँव । ३ विक्री व्यवसाय | पासः (पु० ) विकी की वस्तु । पहोलिका (स्त्री०) १ पट्टा। जो भूमि जोतने का जोते को दिया जाता है। २ लिखित कानूनी व्यवस्थापणायित ( वि० ) : प्रशंसित १२ खरीदा हुआ | बेचा हुआ। मोलभाव किया हुआ। पठ् ( धा० परस्मै० ) ( पठति, पठित ) sपढ़ना चार बार दुहराना पाठ करना २ अध्ययन करना ३ उद्धृत करना। वर्णन करना। ४ प्रकट करना। घोषणा करना ५ पढ़ाना । ६ सीखना | पढ़ना । पठकः ( पु० ) पड़ने वाला। पठनं (२०) १पड़ना पाठ करना २ उल्लेख करना ३ अध्ययन करना। पणाया (स्त्री०) १ लैन दैन। व्यवसाय | २ बाज़ार। ३ व्यापार का लाभ 8 जुआ। २ प्रशंसा | पणिः ( स्त्री० ) याज़ार। मंडी ( पु० ) १ लेोभी। कृपण | कंजूस २ पापी जन । पणिक ( वि० ) २० पण का ( जुर्माना ) । पणित (२० कृ० ) अमोल भाव किया हुआ | २ दाँव पर लगाया हुआ। पणितं (न० ) दाँव । होड़ | पति (०) व्यवसायी सौदागर । पाय (वि०) १ विक्री के लिये । २ मोल भाव करने के लिए।-अंगना, (स्त्री० ) - योषित् (स्त्री०) -विलासिनी. - स्त्री, (खी० ) रंडी | वेश्या । कसवी । -अजिरं, (न० ) गाँव-आजीवा ( पु० ) व्यापारी | ग्राजीवकम् ( न० ) मंडी पेठ ।-पतिः, ( पु०) बड़ा व्यापारी- फलत्वं ( न० ) व्यापार का लाभ 1-भूमिः, (स्त्री० ) मालगोदाम । - वीथिका, वीथी, -शाजा, ( श्री० ) बाज़ार मंडी | २ दूकान | परायः ( पु० ) १ विक्री के लिये कोई भी चीज़ या सामान । २ व्यापार | सौदागरी । यनिज | ३ } - पणः ( पु० ) १ पाँसे से खेलना या दाँव लगाकर खेलना । २ कोई खेल जो दाँव लगाकर या होड़ बदकर खेला जाय। ३ दाँव पर रखी हुई वस्तु । 8 शर्त ठहराव । इकरार । ५ मज़दूरी भावा । ६ पुरस्कार | इनाम | ७ रकुम जो किसी सिक्के में हो या कौड़ियों में ८ सिका विशेष जो कौड़ियों का होता था। ६ मूल्य दाम | १० धनदौलत | सम्पत्ति । १३ विक्री के लिये वस्तु । १२ व्यवसाय 1 बनिज । लैन दैन। १३ दूफान | १४ फेरीवाला । | पयविन (पु० ) शिव जी का नाम । 1 मूल्य | पणवः (पु० ) ढोल ढोलक । सवला ।