पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/४४६

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निवपनम् निवपनम् ( न० ) १ रखेरना उउलना २ बाना ३ पितराक नाम पर किसी बल्लु को देना । निवरा ( स्त्री० ) कारी कम्या अविवाहिता क्षी निधर्तक (चि० ) १ लौटाने वाला । वापिस लाने बाला | २ घंद करने वाला पकड़ने वाला । ३ मिटा देने वाला निकाल देने वाला हटा देने बाला| ४ लौदा कर लाने वाला। निवर्तन (वि०) १लौटाने वाला। २ पीछे हटाने वाला। बंद करने वाला। निवर्तनम् ( न० ) १ त्रापिली | २ बंदी | ३ विरक्ति । ४ अकर्मण्यता । १ ला कर पीछे देने की या लौटाने की किया ।६ परचात्ताप ७ उन्नति करने की अभिलाषा ८ सौ वर्ग गज भूमि अथवा २० याँस संबी जगह | 1 निवसतिः ( स्त्री० ) घर मफान | डेरा रहाइस। निवसयः ( पु० ) ग्राम। गाँव । निवसनम् ( न० ) १ घर मकान | डेरा | २ भीतर पहिमने का कपड़ा | | निवहः ( पु० ) १ समूह | समुदाय | राशि । ढेर | २ सात यवनों में से एक पवन का नाम। निवात ( वि० ) 1 यह स्थान जहाँ पवन न हो । २ शान्त । अवाध सुरक्षित ४ फवच धारण किये हुए। निवातं ( न० ) १ वद स्थान जो पवन से रचित हो । २ उहाँ पवन न हो। ३ सुरक्षित स्थान ४ सुन्द कवच | निधातः ( पु० ) १ आश्रयस्थत आश्रम २ अभेद्य कवच | निवापः ( पु० ) 1 बीज । दाना । अनाज जो योज के काम में आवे। २ पितरों के उद्देश्य से या उनके नाम पर किसी वस्तु का दान में सर्प- क्रिया ३ भेंट नज़र | निवारः ( पु० ) निवारणम् ( न० ) ३१ रोक । वचाव | इटाने या रोकने की किया । २ वर्जन | निषेधकरण । ३ बाधा। रुकावट | निवासः ( पु० ) १ रहन रहाइल २ घर डेरा विश्राम स्थल । २ रात बिताना। ४ पोशाक का कोई वस्त्र । निवृत्त निवासनम् ( न० ) १ आवस्थल २ टिकाव । ३ समययापन | निवासिन् (वि० ) १ रहने वाला निवासी । वासी । २ चख पहनने वाला वस्त्र धारण करने वाला। ( पु० ) ३ बाशिन्दा रहने वाला निविड ( क्रि० १ धना धनघोर निविड ३ अभेद्य ४ मौटा चपटी या टेड़ी नाक का। निविरीम ( दि० ) १ धना सवन। मौदा जाड़ा। ३ टेड़ी नाक वाला | निविशेष ( वि० ) अभिन्न एकसा। समान । सहश निवेशेषः ( पु० ) मित्रता का अभाव । असमानता रहित । निविट ( व० ० ) १ बैठा हुआ स्थित उदरा हुआ जो एकामचित्त किये हो मुकाम ३ लपेदा हुआ। ४ घुसा या घुमाया हुआ। ५ बांधा हुआ। ३ दीक्षा दिया हुआ १७ सुम्यवस्थित | क्रम में रखा हुआ | निवीनं ( म० ) १ जनेऊ की गले में माता की तरह डालना। २ इस प्रकार पहना हुआ जनेऊ । २ गहरा | बढ़ा द निधीतं ( न० ) निवीतः (पु० ) घूंघट | बुरका | निवृत ( १० कृ० ) घेरा हुआ लपेटा हुआ 1 निवृतं ( निवृतः 10 निवृतिः ( स्त्री० ) भोदनी | पावर | निवृत्त ( ६० कृ० ) १ छाया हुआ । २ गया लौटा हुआ । वापिस हुआ । प्रस्थान किये हुए | ३ रुका हुआ | बंद किया हुआ | ४ विरक्त | ५ असदाचरण के लिये पश्चात्ताप किये हुए। ६ समाप्त किया हुआ -आत्मन् ( पु० ) १ ऋषि । २ विष्णु कार ( वि० ) विना किसी अन्य हेतु या उद्देश्य के कारणः, (30) धर्मात्मा मनुष्य | वह मनुष्य जिसमें साँसारिक वासनाएं न रह गयी हों।-मांस, (वि० ) जिसने मांस खाना ध्याग दिया हो। - राग, ( वि० ) जितेन्द्रिय | जिसने अपनी इन्द्रियों को वश में कर लिया हो। वृत्ति (वि० ) किसी पेशे को त्यागना। -हृदय, ( वि० ) वह जो अपने न० ) } (5०) } घूँघट | पुरका । चादर। पिछौरा ।