नटनम् नटनम् ( न० ) १ नृत्य | नाच | २ नाटकीय अभि- नय । हावभाव प्रदर्शन | ( ४१३ ) नदी (स्त्री० ) १ नट की स्त्री । २ नाचने वाली स्त्री | ३ अभिनय करने वाली स्त्री | ४ अभिनय करने वाले नट की स्त्री १ वेश्या -- सुतः, (५०) नर्तकी का पुत्र नट्या (स्त्री०) अभिनय करने वाले नटों का समुदाय नई ) ( पु० ) १ एक जाति का सरपत । अगारं, नडः ) आगारं, ( न० ) नरकुल की भौंपड़ी । - प्रायः ( वि० ) सरपत के बाहुल्य से सम्पन्न । -वनं, ( स्त्री० ) सरपत का वन । - संहतिः, ( स्त्री० ) सरपत का समूह | नडश (वि० ) [ स्त्री०-नडशी ] सरपतों से ढका हुधा । नक नन्दक नदी (स्त्री० ) नदी ईनः, ईशः कान्तः ( पु० ) समुद्र । -कुलप्रियः, ( पु० ) एक प्रकार का नरकुल 1-ज, (वि० ) जलोत्पन्न । -जः, (पु०) भीष्म । -जं, (न० ) कमल । –तरस्थानं, ( न० ) उतरने का स्थान | घाट | - दोहः, ( पु० ) भाड़ा| उतराई | किराया | - धरः, ( पु० ) शिव 1 -- पतिः, ( पु० ) १ समुङ्ग । २ वरुण । —पूरः, ( पु० ) उमड़ी हुई नदी ।—भवं, (न० ) नदी-लवण 1- मातृक, ( न० ) नदी के जल या नहर के जल से सींचा जाने वाला देश - रयः, ( पु० ) नदी की धार। – घंकः, (पु० ) नदी का मोड़ 1 - णः, -स्नः, (पु० ) १ नदीजल में स्नान । २ नदी के खतरनाक स्थानों को जानने वाला ३ अनुभवी । चतुर । – सर्जः, ( पु० ) अर्जुन वृत्त । नद्र (व० ० ) १ बंधा हुआ | अटका हुआ । चारों ओर से लपेटा हुआ | पहनाया हुआ । २ ढका हुआ। जड़ा हुआ। गुथा हुआ । जुड़ा हुआ। मिला हुआ। नडिनी (स्त्री० ) वह नदी जिसमें सरपत अधिक हों। नडिल (वि० ) ) [ स्त्री० --नडिती, नड्डूती ] ( वि० ) ) सरपतों की विपुलता । संरपतों से ढका हुआ । सरपतों का । नड्या ( स्त्री० ) सरपतों का सूढा । नड्डुल ( वि० ) सरपतों की अधिकता । नत (व० कृ० ) १ झुका हुआ। प्रणाम करता हुआ । बिनीत ! २ बूड़ा हुआ । उदास । ३ देवा ( पु० ) वह वृत्त जिसका केन्द्र भूकेन्द्र पर वृत्त करते समय ! शः हो धौर जो विषुवन रेखा पर लंब हो | इस का उपयोग ग्रहों की स्थिति निश्चित होता है।--अङ्गः, (वि०) १ वदन झुकाये हुए २ प्रणाम करने वाला १- अङ्गी, ( स्त्री० ) औरत ( स्त्री० ) - नासिक, ( वि० ) चपटी नाक का । —भ्रूः, टेढी भौं वाली स्त्री | नत (न०) मध्यान्हरेखा से किसी भी ग्रह का फासला नंदू .} (धा० पर०) [नन्दति, नन्दित] प्रसन्न होना । नन्दु नतिः (स्त्री० ) १ झुकाव प्रणाम | २ टेढ़ापन | | नंदः ( ( पु० ) १ प्रसन्नता । हर्ष । आह्लाद । २ घुमाव | प्रणाम करने के लिये शरीर झुकाना । नद् ( धा० पर० ) [ नति, नहित] शब्द करना। | गर्जना । प्रतिध्वनि करना। २ बोलना | चिल्लाना। दहाइना थरथराना । नन्दः ( ग्यारहइंच लंबी ) वीणा विशेष | ३ मेंहक । ४ विष्णु । ५ यशोदा के पति का नाम - आत्मतः, -नन्दनः, ( पु०) श्रीकृष्ण । -पालः, ( पु० ) वरुण 1 नदः ( पु० ) १ बड़ी नदी | २ जलप्रवाह | नाला । ३ समुद्र । --राजः, ( पु० ) समुद्र । नदधुः (पु०) १ शोर । गर्जना | २ बैल का दहाड़ना। नद्धम् ( न० ) बंधन पट्टी गाँठ। नदी (स्त्री० ) चमड़े का तस्मा । , ननांदू, नन्दू } ( स्त्री॰ ) पति की यहिन । नन्द । ननान्ह बहिन । ) नांद्वपतिः, नन्दूपतिः } (पु० ) पति की ननांदुपतिः, नन्दुः पतिः ) का पति । नन्दोई ननु (अन्य ) एक अव्यय जिसका व्यवहार कोई बात पंछने, सन्देह प्रकट करने या वाक्य के आरम्भ में किया जाता है । नंदक | (वि०) १ प्रसन्न करने वाला | २ कुटुम्ब को नन्दक / प्रसन्न करने वाला। नंदकः ) ( पु० ) १ मेंढक । २ कृष्ण की तलवार का नन्दकः । नाम । ३ कोई भी तलवार । ४ असमता ।
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