पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/४१२

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धान्या धान्याक का भारदार । — क्षेत्र, (न० ) धनाज का खेत । -चमसः (पु० ) विशेष क्रिया से तैयार किया हुआ चौंवल | चूड़ा। चौरा । – त्वच, (स्त्री० ) अनाज की भूसी । - मायः, ( पु० ) अनाज का | व्यापारी । --राजः, ( पु० ) जौ । - वर्धनं, ( म० ) व्याज पर अनाज उधार देना । — चीजं, बीजं, ( न० ) धनिया | --चीरः, ( पु० ) उर्द । माप । - शीर्षक, ( न० ) अनाज की बाल । - शूकं, (न० ) अन्न की वाल या मुद्दा। -सारः, ( पु० ) कुटा हुआ धनिया | अनाज | धान्या ( स्त्री० ) । धान्याकं ( न० ) ) धान्वन् (वि० ) [ स्त्री०-धान्वनी ] रेगस्तान में अवस्थित धन्वन् । धामकः ( पु० ) माँसा एक प्रकार की तौल । धामन् ( न० ) १ श्रावसस्थान डेरा । २ स्थान | आश्रयस्थल (802) निवासस्थान | ३ किसी घर के निवासी । किसी कुटुम्ब के सदस्य | ४ प्रकाश की किरण । ३ प्रकाश चमक। महिमा । ६ बल पराक्रम प्रताप उत्पत्ति शरीर । १० (सैन्य ) दल । समूह ११ दशा परिस्थिति। केशिन, ~निधिः, ( पु० ) सूर्य | धामनिका धामनी }{ स्त्री० ) धमनी । नाड़ी | शिरा । धार (वि०) १ ग्रहण करने वाला दहन करने वाला। सहारा देने वाला । २ बहने वाला । धारः ( पु० ) १ विष्णु २ अचानक मूसलाधार जलवृष्टि | ३ थोले | ४ गहरी जगह । ५ ऋण। ६ सीमा | धारकः ( पु० ) धारण करने वाला। वर्तन वक्स। ट्रंक आदि । धारण ( वि० ) [ स्त्री० - धारणी ] धारण करने वाला या वाली । धामिक से एक। ६ विश्वास | निश्चय ।-शक्तिः, (स्त्री०) याद रखने की ताकत । धारणी ( स्त्री० ) १ पंक्ति | रेखा २ शिरा | धारयित्री (स्त्री० ) पृथिवी | शमीन | धारा (स्त्री०) १ जल का प्रवाह । धार । २ घड़े का छेद जिससे पानी या अन्य कोई तरल पदार्थ बढे । ५ घोड़े की चाल । ६ सिरा । बाढ़ | धार | ७ पहाड़ का किनारा ८ पहिया बाग़ की दीवाल या घेरा ६ सेना का अभाग । सर्वोञ्चिस्थान | उत्तमता १० समूह | ११ कीर्ति । १२ रात । १३ हल्दी १४ समानता । १५ कान का श्रप्रभाग 1- अयं, के ( पु० ) तीर का चौड़ा फल - अङ्करः, ( पु० ) १ सृष्टिजल की बूँद | २ श्रोला । ३ शत्रुसैन्य के सम्मुख आगे बढ़ना अङ्गः ( पु० ) तलवार -टः, ( पु० ) चातक पक्षी | २ घोड़ा | ३ वादल ४ मदमाता हाथी । -अधिरूढ (वि० ) सर्वोच्च स्थान पर चढ़ा हुआ। (अ) वनिः, (सी० ) वायु | हवा । – अश्रु, ( न० ) आँसुओं का प्रवाह । - आसारः, ( पु० ) मूसलधार जल- वृष्टि उष्ण, (थन से निकला हुआ ) गर्भं । ताता । - गृहं, (न० ) स्नानागार जिसमें फुहारा लगा हो। - धरः, ( पु०) १ बादल | २ तलवार । -निपातः, - पातः (पु० ) १ जलवृष्टि । २ जलप्रवाह-यंत्रम्, ( न० ) फुहारा | फव्वारा -वर्षः, (पु० ) वर्षम् ( न० : - सम्पातः, ( पु० ) मूसलधार या लगातार जलवृष्टि - वाहिन्, ( वि० ) सतत लगातार विष, टेढ़ी तलवार । धारिणी ( श्री० ) पृथिवी धारिन् (वि० ) [ स्त्री० - धारिणी ] ले जाने वाला धारण करने वाला | २ याद रखना | धारणकः ( पु० ) कर्जदार । ऋऋणी । धारणा (स्त्री० ) १ धारण करने की क्रिया या भाव। २ वह शक्ति जिसमें कोई बात मन में धारण की जाती है। बुद्धि समझ | ३ हद् निश्चय पक्का विचार | ४ मर्यादा ५ योग के आठ अँगों में स्मरण रखना | धार्तराष्ट्र: ( पु० ) १ धृतराष्ट्र का पुत्र | २ हंस विशेष जिसके पैर और चाँच काली होती है। धार्मिक (वि० ) [ स्त्री० - धार्मिकी ] १ धर्मात्मा । पुण्यात्मा | ईमानदार | सच्चा | २ न्यायप्रिय । सत्यप्रिय । सत्य पर निर्भर | ३ धर्मिष्ट ।