पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/४०७

विकिस्रोतः तः
एतत् पृष्ठम् अपरिष्कृतम् अस्ति

धनक धनकः धनाया 5 } (पु० ) लालच | लोभ । ( धनु ( पु० ) कमान | अपहार ( पु० ) १ पुसाना २ लूट श्रान्त (शि० १ धन क दान से सम्मानित | धनुस (वि० ) कमानधारी । ( न० ) १ कमान १२ मूल्यवान भट कर सन्तुष्ट रखा हुआ | २ बनी । ; नाप विशेष जो ४ हाथ के बराबर का होता है। अमीर अर्थिन्, (वि० ) लालची | कंजूल | ३ वृत्त की गुलाई ४ धनुष राशि | ५ वीरान। -श्राढ्य (वि० ) धनी | धनवान् | अमीर । (=धनुष्कर ) ( वि० ) धनुर्धारी । श्राधा (०) खजाना। कोपागार |-- --करः ( पु० ) कमान बनाने वाला - शविर (पु०) खजानची। कुवेर |- काण्ड ( धनुःकाण्डम् ) तीर कमान । उध्मन् (पु० ) (= यथोप्सन ) धन की -खण्डन्, (=धनुः खण्डम् ) कमान का एक गर्माहट या गर्मी पेपिन, ( पुः ) महाजन जो भाग गुगः ( पु० ) (धनुर्गुणः, ) रोदा | अपना रुपया माँगे । लिः (पु० ) कुबेर । कमान की डोरी-ग्रहः, (१०) (धनुर्ब्रहः) -क ( पु० ) धन का नाश/नार्व- तीरन्दाज ज्या (स्त्री० ) (धनु) गर्विन (वि०) पास रुपयों के सोड़े होने के कारण कमान की छोरी ।-~द्रुमः, (१०) (=धनु मः) अभिमानी। आतं, (न०) सम्पत्ति | सब प्रकार बाँस। धरः, -भृतः, (पु) (धनुर्धरः) की मूल्यवान् अधिकृत सामग्री - दा ( पु० ) तीरन्दाज़ - पाणिः, ( वि० ) (पाणिः) उदार दानी पुरुष । २ कुबेर की उपाधि | धनुप लिये हुए।-मार्गः, (पु.) (=धनुर्मार्गः ) ३ श्रम्ति का नाम-दण्डः, (पु०) अर्थदण्ड । धनुषाकार रेखा। -विद्या, (खो०) (धनुर्विद्या) जुर्माना /- दायिन् ( पु० ) अग्नि (पतिः, धनुष चलाने की विद्या । -वृत्त (धनुवृतः ) (पु० ) कुबेर ! --पालः, (पु० ) १ खजानथी । ( पु० ) १ बाँस | २ अश्वत्थ वृक्ष। -वेदः, २ कुबेर | पिशाचिका, पिशाची. ( श्री० ) (धनुर्वेदः) ( पु० ) अथर्ववेद के अन्तर्गत एक धन का लालच । धनलिप्सा | - प्रयोगः (5०) उपवेद जिसमें बाद चलाने की विद्या का वर्णन है। अधिक व्याज 1 ~ मूलं, (न० ) पूंजी | मूल - | धनू ( स्त्री० ) कमान । धन -जोभः ( 50 ) --व्यगः | धन्य (वि० ) १ धन देने वाला ( पु० ) ३ खर्च २ फजूलखर्ची | अपव्यय | ! हो । २ धनवान | ३ भाग्यवान स्थानं ( म०) फोणगार /- हरः, ( पु० ) उत्तराधिकारी २ चोर | ३ गन्धविशेष | - ० 1 ४ सर्वोत्कृष्ट सर्वोत्तम । पुण्यात्मा |~वादः, ( पु० ) १ शावाशी प्रशंसा | वाह वाह शुक्रिया | २ कृतज्ञताद्योतक शब्द । - (स्त्री०) जवान स्त्री या लड़की। ४०० ) धनंजयः ) ( पू० ) १ अर्जुन का नाम । २ अग्नि की धन्यं ( न० ) सम्पत्ति । धनदौलत धनञ्जयः । उपाधि | धनवत् ( वि०) धनी | धनवान् । धनिकः ( पु० ) १ घनी पुरुष २ महाजन | उत्तमर्थ । ३ पति ॥ ४ ईमानदार व्यापारी । ५ प्रिवङ्गु बृह। घनिन् (वि०) [ स्त्री० – धनिनी ] अमीर | धनवान् । ( पु० ) १ घनी आदमी | २ महाजन | घनिष्ट (वि० ) बड़ा धनवान् । धनिष्ठा ( श्री० ) २३ व मत्र | धनी ) बनीका | धन्वन् ( जिससे धन मात सुकृती | सुखी। धन्यः ( पु० ) भाग्यवान या सुकृती जन । २ नास्तिक | निमकहराम |३ एक जादू का नाम । घन्या (स्त्री०) १ उपमाता २ वनदेवी | ३ मनु की एक कन्या जो ध्रुव को व्याही थी। ४ आमलकी । छोटा आँवला | ५ धनिया । [ वाला। धन्यंमन्य (वि०) अपने को धन्य या भाग्यवान मानने धन्याकं ( न० ) धनिया। धनिया का पौधा | धन्वं ( न० ) कमान - धिः, (पु० ) कमान रखने का बक्स । धन्वन् ( पु० न० ) खुश्क ज़मीन | रेगखान पड़ती 1