पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/३०६

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ग्रहः ( २९६ धाकर्षित करना। अपनी ओर खींचना ६ जीतना एक एच में कर लेना । ७ प्रसन्न करना । खुश करना अधिकार में करना प्रभावान्वित करना । ६ धारण करना १० सीखना जानना पहिचानना। समझना ११ विश्वास करना। याव करना । १२ इन्द्रियगोचर करना | १३ वशवर्ती करना १४ अनुमान करना । परिणाम निकालना । १५ बखान करना | वर्णन करना। १६ खरीदना | मोल लेना । १७ वञ्चित करना । छीन लेना लूट लेना १८ धारण करना। पहिन लेना १३ पहचान लेना। २० (ग्रह) रखना । २१ ग्रस लेना । २२ हाथ में ( किसी ) कार्य को लेना । [ निवन्त ] १ लेना। ग्रहण करना। पकड़ना स्वीकार करना २ विवाह में दान कर डालना। ३ सिखलाना। बतलाना। ) ग्रामः 4 पनिः, (पु०) १ सूर्य । २ चन्द्रमा |-पीडनम्, -पीडा, ( स्त्री० ) १ ग्रह के कारण दुःख या क्लेश २ चन्द्र सूर्य का ग्रहण /-राजः, (पु०) १ सूर्य २ चन्द्र ३ वृहस्पति ।-मण्डलं, (न०) --मराडली. (स्त्री० ) ग्रहों का बृद्ध । - युतिः, (स्त्री०) ग्रहों का योग-वर्षः (5०) वर्षफल | - विप्रः ( पु०) ज्योतिषी । - शान्तिः (स्त्री०) जपदानादि से अशुभ ग्रहों के अशुभ फल को दूर करना। संगमम् ( स० ) ग्रहों का योग | ग्रहणम् (न०) १ पकड़ना ग्रहण करना २ पाना । प्रसि अङ्गीकार करना। ३ वर्णन करना | कहना । ४ पहनना धारण करना। ५ चन्द्र और सूर्य का अहण । ६ बुद्धि | समक। ७ ज्ञान | ६ प्रतिध्वनि काँई । १ हाथ । १० ग्रहणः ) ( स्त्री० ) ग्रहणी ) बीमारी | संग्रहणी का रोग दस्तों की इडी | ज़िदी। 1

( पु० ) १ पकड़ना । हाथ साफ करना | २ | हिल (बि०) १ लिया हुआ। स्वीकृत | २ अविनयी ।

पकड़ लेना प्राप्त करना। अङ्गीकार करना । उपलब्धि | ३ चोरी डाँका ४ लूट का माल २ ग्रहण (चन्द्रमा सूर्य का ) । ७ ग्रह ८ वर्णन | निरूपण | दुहराना & ग्रा6 नक। मगर । घड़ियाल । १० भूम | पिचाश ११ बच्चों को कष्ट देने वाली दुष्ट योनि विशेष | १२ ज्ञान | बोध | १३ ज्ञानेन्द्रिय | १४ सतत चेष्टा । निरन्तर प्रयल । १२ अभिप्राय मंशा | मनोरथ | १६ संरक्षकता। अनुग्रह । - अधीन (वि० ) ग्रहों के शुभाशुभ फलों के ऊपर निर्भर ।-अवमर्दनः ( पु० ) राहु का नाम-श्रवमर्दनम् ( म० ) ग्रहों की टक्कर ।-अघोशः, (पु० ) सूर्य -आधारः - आश्रयः, ( पु० ) धुववृत्त सम्बन्धी नक्षत्र मेरु सम्बन्धी नव-आमयः, ( पु० ) १ मिर्गी २ भूतावेश /- आलुञ्चनम्, ( न० ) शिकार पर झपटना और उसके टुकड़े टुकड़े कर डालना - - ईशः (go ) सूर्य / कल्लोलः ( पु० ) राहु । --गतिः, ( स्त्री० ) ग्रहों की चाल -चिन्तकः, (पु०) ज्योतिषी । दैवज्ञ /~-दशा, (स्त्री० ) ग्रह की दशा - नायकः, (पु० ) १ सूर्ये । २ शनि-विग्रहो, (वचन) इनाम और दण्ड। - नेमि, चन्द्रमा । महीतू [स्त्री०- महीनी] १ पाने वाला स्वीकार करने वाला २ जान लेने वाला पहिचान लेने वाला देखने वाला | ३ कर्जदार | ऋणिया । ग्रामः (पु०) १ गाँव | पुरवा पुरा रजाति | समाज | - ३ समूह | समुदाय ४ सरगम | स्वर | राग । अधिकृतः अध्यक्षः ईशः, ईश्वरः, (पु०) गाँव का सुम्ब्रिया चौधरी/अन्तः ( पु० ) ग्राम की सीमा। ग्राम के समीप की जगह -अन्तरं, (न० ) धन्य ग्राम --अन्तिकम्, ( म० ) ग्राम का पड़ोस था सामीप्य । श्राचार, ( 50 ) गाँव की ( रस्म ) ।-आधानं, (न०) शिकार उपाध्यायः, (पु० ) ग्रामयाजक ( कराटकः, ( पु० ) चुगलखोर | पिशुन /- कुमार, ( पु० ) देहाती लड़का |--कूटः, (5०) १ ग्राम का सर्वोत्तम पुरुष | यह /-घातः, (पु०) गाँव की लूट करने वाला 1-घोषिन्, (१०) इन्द्रचर्या ( स्त्री० ) श्रीमैथुन -जालं, (न०) कई एक ग्रामों का समूह /~ी: (श्री०) १ गाँव या समाज का मुखिया या चौधरी २ नेता। सुखिया । ३ नाईं। ४ कामीपुरुष | ( श्री०) -