२११ ) व रेग ८ } ( पु० ) सारस पत्नी का भेद | करणम् ( न० ) १ करना | सम्पन्न करना | २ क्रिया | ३ धार्मिक अनुष्ठान | ४ व्यवसाय | व्यापार । ३ इन्द्रिय ६ शरीर । ७ क्रिया का साधन कारण हेतु १ टीप । दस्तावेज़ । लिखित प्रमाण १० संगीत विद्या में ताली से ताल देना। ११ ज्योतिष में दिन विभाग विशेष - अधिपः, ( पु० ) जीव । प्रामः, ( पु० ) इन्द्रियों की समष्टि। -- त्राणं, (न०) सिर । करालः ( वि० ) १ भयानक | खौफनाक | २ फटा- हुआ। चौड़ा खुला हुआ । ३ बड़ा | लंबा | ऊँचा | ४ श्रलम | विषम | नुकीला -चंद्रः ( वि० ) भयानक डादों वाला 1-वदना, ( स्त्री०) दुर्गा का नाम । करालिकः (g० ) १ वृक्ष | २ तलवार । करिका ( स्त्री० ) खरोंच । नखाघात । | करिणी ( स्त्री० ) हथिनी । करिन ( पु० ) १ हाथी । २ आठ को संख्या -- इन्द्रः, ईश्वरः, चरः, ( पु०) विशाल हाथी । गजराज । --कुम्भः, (पु० ) हाथी के मस्तक का वह भाग जो ऊँचा उठा हुआ हो ।-गर्जितं, ( न० ) हाथी की चिंघाड़। दन्तः ( पु० ) हाथीदाँत । -पः, ( पु०) महावत । - पोतः- शावः, शावकः ( पु० ) हाथी का वचा - बंधः, (पु०) हाथी का खूँटा । –माचलः, (५०) सिंह। --मुखः, (पु०) गणेश जी । (वि० ) हाथी की पीठ पर रखा हुआ झंड़ा - स्कन्धः, (वि०) हाथियों का समूह । करोरः ( पु० ) १ बाँस का अँखुआ। २ अँखु | ३ करील नाम का कटीला एक झाड़। ४ जलकुम्भ | सूखा गोवर |-अग्निः, ( पु० ) अन्ने कंडों की श्राग मन्ती, करंड: ( पु० ) १ संदूकची या छोटी डलिया । करण्डः २ शहद की मक्खी का छत्ता । ३ तलवार । ४ कारगडव (जल) पक्षी करंडिका, करण्डिका करंडी, करण्डी करंधय करन्धय ( स्त्री० ) बाँस की पिटारी । करीषम् (न० ) ) करीषंकपा ( स्त्री० ) प्रचण्ड पवन या आँधी । करीषिणी ( स्त्री० ) सम्पत्ति की अधिष्ठात्री देवी । करुण ( वि० ) कोमल । करुण हृदय । दयापात्र । दया प्रदर्शित करने योग्य | दयोत्पादक । शोका- न्वित ।-~मल्ली, (स्त्री० ) मल्लिका का पौधा । २ सहित्यालङ्कार में वियोग-जन्य प्रेम का भाव । करुणः ( पु० ) १ रहम। दया। अनुकम्पा । कोम- लता । २ दुःख । शोक करंभः, करम्भ. ) ( पु० ) १ घाटा या अन्य करंबः करम्बः ) भोज्यपदार्थ जिसमें दही मिला करुणा ( स्त्री० ) अनुकम्पा । रहम | दया। आई हो । २ कीचड़। यथा - कभवकासापार | ( वि० ) कोमलहृदय । - निधिः, दया का भाण्डार । पर, मय, (वि०) अत्यन्त दयालु । -विमुख, (वि० ) निष्ठुर । सङ्गदिल । करेट: ( पु० ) उँगुली का नख । करेगा: (पु०) १ हाथी । २ कर्णिकार कठचंपा या वनयंपा का पेड़ भूः, -- सुतः, ( पु० ) करटक ( करटकः ( पु० ) १ काक । २ चोरी की कला का विस्तार करने वाले कर्णीरथ का नाम । ३ हितोपदेश और पञ्चतंत्र में वर्णित एक शृंगाल का नाम । करदिन ( पु० ) हाथी । करटु } (वि०) हाथ चूमते हुए । करभः ( पु० ) १ कलाई से लेकर उँगुली के नख तक के हाथ का पृष्ठभाग २ सूँड़ | ३ जवान हाथी । ४ जवान ऊँट । ५ ऊँट । ६ सुगन्धि द्रव्य विशेष | --अरूः, ( स्त्री० ) हाथी की सूंड जैसी जँधाओं वाली स्त्री । करमकः ( पु० ) ऊँट । करभिन् ( पु० ) हाथी । करंब, करम्ब ( वि० ) १ मिश्रित । मिला- करंबित, करम्बित) जुला | रंगबिरंगा | २ जड़ा हुआ। बैठाया हुआ | मनु | करहाट: (पु०) एक देश । सम्भवतः सतारा जिले का आधुनिक करहाद। कमल का डंडुल या कमल- नाल । कमल की जड़ से निकलने वाले रेशे
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