पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/१९७

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( ११० ) ऋ डू संस्कृत या नागरी वर्णमाला का श्राठवाँ वई । इसका उच्चारणस्थान मूद्र है। ॣ (अव्यया०) भय, बचाब या रोक, असेना, विकार, अनुकम्पा अथवा स्मृतिव्यजक अव्यय विशेष भ्रू ए

संस्कृत वर्णमाला का नयाँ वर्ष । शिक्षा में इसे |

सन्ध्यतर माना है। इसका उपारस्थान कराठ और तालु हैं। संस्कृत में मात्रानुसार इसके दीर्घ और दो ही भेद हैं। ल नोट: -वर्णमाला में ऌ, और ल भी हैं, किन्तु इनसे कोई शब्द आरम्भ नहीं होता। " + (पु०) विष्णु का नाम । (अन्यया०) स्मरण, ईष्यां, दया, आह्वान, तिरस्कार अथवा धिकार बोधक अभ्यय विशेष । एक एक (सर्वनाम० वि० ) १ एक इकहरा | अकेला : केवल २ जिसके साथ अन्य कोई न हो । ३ वही। उसी जैसा। समान। ४ । अपरिवर्तित । २ अद्वितीय | ६ मुख्य प्रधान | एकमेव । ७ बेजोड़ में बहुतों में यादो में से एक अक्ष ( वि० ) १ एफ पुरी वाला। २ काना |-अक्षः, ( पु० ) १ काक । २ शिवजी का नाम-थक्षर. ( वि० ) एक अक्षर का /- अक्षरं, (न० ) ओंकार । अझ (वि० ) १ एक ही ओर ध्यान लगाये हुए । २ ध्यानावस्थित ३ अचञ्चल । - अध्यं १ (न०) ध्यानावस्थित /~-अङ्ग (पु०) शरीररचक १ वुद्ध या मङ्गल ग्रह।-अनुदिष्ठं, ( न० ) एक पितृ के उद्देश्य से किया हुआ मृत कर्म (श्राद्ध) --ग्रन्त (वि० ) १ सुनसान | २ एक थोर अलहदा पृथक ३ एक ओर ध्यान लगाये हुए। ४ अत्यधिक विशाल । २ नितान्त निपट निसन्देह । निरन्तर ।-अन्तः ( पु० ) सुनसान स्थान। अन्तं, अन्तेन, अन्तःअन्ते (धन्यया०) १ अकेला। विशाल । नित्य | सदैव । २ अधिकता से। नितान्त । समूचा -अन्तिक, (वि०) अन्तिम । -श्रयन, (वि०) 1 ऋ: ( पु० ) १ भैरव का नाम : २ एक दानव था दैत्य का नाम । ॠ ( ध० पर० ) [ ऋणाति ईर्ण } जाना | हिलना। में /- 11- 1 ऐसा रास्ता जिस पर केवल एक ही चलने की पग- डण्डी हो। अयनम् (न० ) १ एकाग्रचित्त । २ निरालास्थान | ३ अड्डा मिलने की जगह | ४ एकेश्वरवाद ।-अर्थः, (पु०) १ एक ही वस्तु २ एक ही अर्थ । समान अर्थ - अहन्. अहः, (पु०) १ एक दिन की स्वाद २ एक ही दिन में पूरा होने वाला यज्ञ।-श्रातपत्र (वि०) एकछत्रराज्य ( साम्राज्य सूचक चिन्ह ) एकछत्र ।-आदेशः दो या अधिक अक्षरों के स्थान पर एक अक्षर का प्रयोग आवलिः, यावली (स्त्री०) १ इक- हरी मोती की माला | २ काव्यालङ्कार विशेष - उदकः ( पु०) सम्बन्धी | सगोत्री । - उदय, (पु०) --उदरा. (स्त्री०) सगा। भाई। सगी वहिन :-- उदिष्टम् एकोद्दिष्टम् (न०) एक के उद्देश्य से किया हुआ श्राद्ध । वार्षिक श्राद। - ऊन, (वि०) एक कम | --एक, (वि०) एक एक करके /--- - एकं (न०) --एकैकः (अव्यय०) एक एक करके अलग -शोघः ( पु० ) अविच्छिन्न प्रवाह | ~कर, (वि० ) एक ही काम करने वाला। -करा ( वि० ) १ एक हाथ वाला | २ एक किरन वाला ~~कार्य, (वि० ) मिल कर काम करने वाला। सहयोगी कार्यम्, (न० ) एक ही काम एक ही व्यवसाय - कालः, (पु० ) एक समय एक ही समय 1-कालिक,- कालीन, (वि०) १ एक ही बार होने वाला | २ सहयोगी समवयस्क कुण्डलः, ( पु० ) १ कुबेर का नाम | २ बलभद्र जी का नाम । ३ शेष जी का नाम। गुरु, गुरुक, (वि०) एक ही - अलग