पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/१९०

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उणनाभ वेशकीमती कीर्ति ( वि० ) प्रसिद्ध । सुपरिचित-क्रमः, (पु०) विष्णु भगवान की उपाधि (वामनावतार की ) -गाय, (वि० ) | महान लोगों से प्रशंसित-सार्गः, ( ५० ) | लंबा मार्ग 1- विक्रम. ( वि० ) पराक्रमी बलवान 1- स्वन, ( वि० ) अतिउच्च रव | गम्भीर रत्र | तार स्वर - हारः, ( ० ) | मूल्यवान हार । वर्णनाभः (पु० ) मकड़ी उर्जा ( स्त्री० ) १ ऊन १ नमदा : २ दोनों भौंवों के [ भूमि | बीच का केरामण्डल देखो “कर्णा" | उर्धटः (पु० ) बछड़ा | २ वर्ष । उर्वरा ( स्त्री० ) : उपजाऊ भूमि | २ ( सामन्यतः ) उर्वशी (स्त्री०) १ विषम वासना उत्कट अभिलाषा | | २ स्वर्गवासिनी इन्द्र की एक प्रसिद्ध अप्सरा | -रमणः, सहायः, वल्लभः, (पु० ) पुरुरवा | का नाम । - उर्वारुः (४०) १ एक प्रकार की ककड़ी| २ खरबूजा उर्वो ( सी० ) १ भूमि | २ पृथिवी | ३ मैदान | --ईशः, ईश्वर, पतिः, -घवः, (पु०) राजा । - - घर, (पु० ) १ पर्यंत । २ शेषनाग/-भृत् (५० ) १ राजा । २ पहाड़। कहः, ( पु० ) वृक्ष। पेड़। उलपः (पु०) १ वेल । लता २ कोमल तृण । उलूकः ( पु० ) 1 उल्लू | घुघू | २ इन्द्र का नाम । उलूखलं (न० ) उखरी । उलूखलकम् (न०) खल | इमामदस्ता । उलूखलिक (वि० ) खल में कूटा हुआ। उलूत: ( पु० ) अजगर सर्प । उलूपी ( स्त्री० ) नागराज एक कुमारी का नाम, जो अर्जुन को व्याही थी और अर्जुन के धौरस और उलूपी के गर्भ से बभ्रुवाहन नामक एक तीर उत्पन्न | हुआ था, जिसने युधिष्ठिर के राजसूययज्ञ की | दिग्विजय यात्रा में अर्जुन को परास्त किया था। उल्का (स्त्री० ) १ प्रकाश | तेज | २ लुक | आठा। आकाश से टूट कर गिरा हुआ तारा ३ मशाल । ४ अनि । अंगारा। -धारिन, (वि० ) मशा- - उल्लुण्ठा लची पातः, (पु० ) -मुखः, एक राजस। एक उस्कुषी ( स्त्री० ( पु० ) [लकड़ी । १ राक्षसी । दानवी । २ अधी उल्लं ) ( न० ) १ गर्भपिण्ड | गर्भवासी कच्चा बच्चा । उल्वं २ भग | योनि । ३ गर्भाशय उल्लण । ( वि०) १ गाड़ा | गनिँदार | २ अधिक । उल्वण ) विपुल | ३ दृढ़ | मङ्गवृत | बड़ा प्रादु र्भूत । प्रत्यक्ष उल्मुकः ( पु० ) १ अधजली लकड़ी। २ मशाल । उल्लंघनम् (न० ) ) १ लाँघना। डाँकना । २ अति- उल्लनम् (न०) क्रमण | ३ विरुद्वाचरण | उल्लुज ( वि० ) १ हिलने डुलने वाला | २ घने वालों वाला | उल्लसनम् ( न० ) १ हर्ष | आल्हाद । २ रोमाञ्च । उल्लसित ( व० ० ) १ चमकीला । दमकदार । प्रभावान् | कान्तिवान । २ प्रसन्न | धनन्दित । उल्लाघ (वि०) १ रोग से बुडा हुआ। रोग छुटने पर किञ्चित प्राप्त बल २ निपुण पटु चालाक ३ विशुद्ध ४ हर्षित प्रसन्न । उल्लापः (पु० ) १ वाणी। शब्द | २ अपमानकारक शब्द। आरोपयुक्त भाषण | श्राक्षेप | ३ तार स्वर से पुकारना या बुलाना ४ बीमारी या भावावेश के कारण परिवर्तित फण्ठस्वर | सङ्केत | इशारा सूचना । उल्लाप्यम् ( न० ) एक प्रकार का नाटक । उल्लासः ( पु० ) १ हर्ष । आनन्द | २ चमक थामा। दीप्ति ३ एक अलङ्कार, जिसमें एक गुण या दोष से दूसरे के गुण या दोष दिसलाये जाते हैं। इसके चार भेद माने गये हैं। ४ ग्रन्थ का एक भाग पर्व । काण्ड । उल्लासनम् ( न० ) दीसि चमक आभा | उल्लिङ्गित (वि० ) प्रसिद्ध । प्रण्यात । मशहूर । परिचित | [ हुआ। उल्लीडर (वि०) चिकनाया हुआ। मला हुआ। रगवा उल्लुचनम् (न० ) १ तोड़ना कटना २ बाल को खींचना या उखाड़ना उल्लुगठनम् ( म० ) १ श्लेषवाक्य । व्ययवाक्य । उल्लुण्ठा ( स्त्री० ) ) व्योकि । विपरीतार्थक वाक्य ।