पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/१८४

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उपरीतक उपरीतकः ( पु० ) रतिक्रिया का आासन या विधि | विशेष | [ प्रकार का नाटक | उपरूपकम् (४०) अठारह प्रकार के नाटकों में घटिया | उपरोध: ( पुं० ) १ रोकटोक । बाधा । अड़चन | २ उत्पात । होहल्ला ग्राफ । ३ आड़ पड़। रोक ४ रथा अनुग्रह उपरोधक (वि०) १ रोकने वाला | २ ढकने वाला। करने वाला घेरने वाला। उपरोधकम् (न०) भीतर का कोठा निजका कमरा । उपरोधनम् ( न०) रोकटोक वाधा अड़चन उपल: ( पु० ) १ पत्थर चट्टान | २ रन । उपलकः ( पु०) पत्थर उपला (सी०) १ बालू । रेत | २ साफ की हुई चीनी । उपलक्षणम् (न०) अवलोकन | निहारण | चिन्ह करण । २ चिन्छ। पहचान । विशिष्टता । ३ | पदवी ४ एक प्रकार की अजहरस्वार्थ लक्षया | उपलब्धिः ( स्त्री०) १ प्राप्ति । २ आलोचन। बोध । ज्ञान बुद्धि । भति । ४ अनुमान फल्पना | उपर्लभः । ( पु० ) १ प्राप्ति उपलब्धि २ उपलम्भः तलाश | पहचान । अवगति | खोज उपलालनम् (न० ) प्रियपात्र | लाड़ला । दुलारा उपलालिका (बी०) प्यास । तृषा । उपलिङ्गम् (न० ) दुर्निमित्त । अशकुन । उपलिप्सा (स्त्री०) कामना । अभिलाषा । उपलेपः ( पु० ) १ लेप । मालिश | उबटन २ जीपना | पोतना | ३ रोक सुन्न पड़ जाना। उपलेपनम् (न० ) १ मालिश, लेप या उबटन करने की क्रिया २ लेप उबटन मलहम उपवनं ( न० ) बार। उद्यान | उपवः (पु० ) विस्तृत विवरण उपवर्णन ( न० ) विस्तृत विवरण | उपर्वतनम् ( न० ) अखाड़ा कसरत करने का स्थान । २ जिल्ला या परगना । २ राज्य | ४ दुलदल | 1 ( १७७ ) उपवसथः (पु० ) ग्राम। गाँव । उपवस्तम् ( म० ) उपवास कढाका। व्रस । उपवास (पु० ) १ व्रत । उपोषण । निराहार रहना । २ भतीय अनि का प्रज्वलित करना। उपशास्त्र ले जाना। समीप लाना। उपवाहनम् (न० ) उपवाः ( पु० ) उपवाल्या ( स्त्री० ) राजा की सवारी । | उपविद्या ( स्त्री० ) लौकिक विद्या । घटिया ज्ञान ! उपविष: ( पु०) ) १ यनावटी ज़हर । २ घटिया ज्ञहर। उपविषम् (न०) ) मादक विष; यथा अफीम। धतूरा उपचायति ( क्रि०) वीणा बजाना | उपवीतं ( न० ) उपनयन संस्कार । उपवृंहणम् ( न० ) बढ़ती वृद्धि सञ्चय | उपवेदः ( पु० ) वे विधाएँ जिनका मूल वेद में है। ये चार हैं गया धनुर्वेद, गन्धर्ववेद, आयुर्वेद, स्थापत्य धनुर्वेद विद्या का मूल यजुर्वेद में, गन्धर्व विद्या का सामवेद में, आयुर्वेद विद्या का ऋग्वेद में और स्थापत्य का अथर्ववेद में है। उपवेशनम् ) होना । उपवेशः ) ( न० ) बैठना । जमना स्थित । उपवैधं (न० ) दिन के तीन काल, प्रातः, मध्यान्ह और सायं त्रिसन्ध्या । उपव्याख्यानम् (न० ) पीछे से लगायी या जोड़ी हुई व्याख्या या टीका | उपव्याघ्रः (पु०) चीता । उपशमः ( पु० ) १ निस्तब्ध हो जाना शान्त हो जाना।२ विराम | अवसान | ३ निवृत्ति | इन्द्रियनिग्रह | शान्ति । ४ निवारण का उपाय | इलाज | चारा । उपशमनम् (न० ) १ निस्तब्धता | शान्ति । विरति । २ हास । ३ विलोप । अवसान | 1 उपशयः (वि० ) १ दाव घात | भाँद बनैले पशुओं के रहने का स्थान २ बगल में लेटना । उपशल्यं ( न० ) प्रान्त | मैदान। उपशाखा (खी०) छोटी डाली या छोटी शाख। उपशान्तिः (स्त्री०) १ विराम। अन्त । शान्ति | हास। २ बुझाना। ( जैसे भूख को या प्यास को ) कम करना । उपशायः ( पु० ) बारी बारी से सोना । उपशालं ( न० ) भवन के पास का छोटा घर । मकान के सामने का घेरा या हाता (अन्य ) घर के समीप या पास। उपशास्त्र ( न० ) छोटी पुस्तक या कोई छोटी कला । सं० श० कौ० २३