पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/१८१

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उपधानीय स्नेह । कृपा | ५ धार्मिक अनुष्ठान ६ सर्वोत्तम गुण विशिष्टता । ७ विष। जहर । उपधानीयं ( न० ) तकिया । उपधारणं (२०) १ विचार आलोचना | २ किसी ऊपर रखी या लगी हुई चीज़ को लग्गी में अटका कर खींच लेने की क्रिया उपधिः ( पु० ) १ जालसाजी | बेईमानी | २ सत्य का अपलाप जान बूझ कर सत्य को छिपाना ३ ३ भय | धमकी। विवशता । कपट | | ४ पहिया या पहिया का स्थान विशेष | उपधिकः ( go ) दगाबाज़ | धोखेबाज़ | प्रवञ्चक । छली। कपटी | उपधूपित (वि०) १ सुवासित | वफारा दिया हुआ | २ मरणासन्न | ३ अत्यन्त पीढ़ित | उपधूपितः ( पु० ) मृत्यु | उपधृतिः ( स्त्री० ) प्रकाश का एक किरण । उपध्मानः ( पु० ) होठ । ओठ । उपध्मानम् ( न० ) फूँक । सांस । उपनक्षत्रम् (न० ) सहकारी नक्षत्र गौण नक्षत्र ऐसे नक्षत्रों की संख्या ७२६ कही जाती है । उपनगरं ( न० ) नगर प्रांत । उपपुर नगर का बाहिरी भाग उपनत ( व० कृ० ) आगम | आया हुआ | प्राप्त । उपनिष्कर उपनायिका ( श्री० ) नाटकों में प्रधान नायिका की सखी या सहेली। [ जैसे मालतीमाधव में मद- यन्तिका - ] 1- उपनाह: ( पु० ) १ बीटा। वंदल | २ घाव या फोड़े पर लगाने की मलहम या लेप | ३ सितार की खूंटी। उपनाहनम् ( न० ) १ मलहम या लेप लगाने की क्रिया | २ प्लासटर लगाने की क्रिया।। उबटन उपनागरिका (स्त्री० ) अलङ्कार में वृत्ति अनुप्रास का एक भेद विशेष | इसमें कर्णमधुर वर्णों का प्रयोग किया जाता है। उपनिनेपः (पु०) अमानत | धरोहर [ऐसी धरोहर जिसकी संख्या, तौल आदि धरोहर रखने वाले को बतला कर दिखला दी जाय। मिताक्षराकार ने ऐसी धरोहर की यह परिभाषा दी है:- “उपनिष्ठेपो नाम रूपसंख्यामदर्शनने रक्षणार्थं परस्य हस्ते मिहिनं द्रव्यं."] उपनिधानम् ( न० )१ समीप रखना | २ धरोहर रखना। ३ धरोहर अमानत । उपनिपातित्र (वि० ) आता हुआ। आगत । [ प्रणाम करना । | उपनिबंधनम् (न०) १ किसी कार्य को सुसम्पन्न करने का साधन | २बंधन | यस्ता । पुस्तक के ऊपर की ज़िल्द । उपनायकः ( पु० ) १ नाटकों में या किसी साहित्य अन्थ में प्रधान नायक का साथी या सहकारी। [जैसे रामायण में लक्ष्मण | ]२ आशिक । उपपति । प्रेमी | उपनिधिः ( पु० ) सील मोहर लगा कर और बंद कर के रखी हुई अमानत । धरोहर । गिरवी रखी हुई वस्तु | बंधक रखी हुई द्रव्य उपनिपातः (पु०) १ समीप गमन | समीप आगमन । २ अचानक घटित घटना या धाक्रमण । घटित हुआ । उपनतिः ( स्त्री० ) १ समीप आगमन २ झुकाव । उपनयः ( पु० ) १ समीप लाना | जाकर लाना । २ प्राप्ति उपलब्धि लगन। ३ उपनयन संस्कार ४ न्याय में वाक्य के चौथे अवयव का नाम । उपनयनम् (न०) १ निकालना। पास ले जाना । २ उपनिमंत्रणम् (न०) आमंत्रण | प्रतिष्ठा । अभिषेक । उपनिवेशित (वि० ) स्थापित । दूसरे स्थान से धाकर बसा हुआ। भेंट करने की क्रिया । चढ़ावा ३ यज्ञोपवीत | उपनिषद् (स्वी०) १ वेद की शाखाओं के ब्राह्मणों के ये अन्तिम भाग धारण कराना । व्रतवंध जनेऊ । जिनमें आत्मा और परमात्मा आदि का वर्णन किया गया है। २ वेद के गुप्तार्थ प्रकाशक ग्रन्थ | ३ ब्रह्मविद्या ब्रह्मसम्बन्धी सत्य- ज्ञान ४ वेदान्त दर्शन | ५ रहस्य | एकान्त | ६ समीप या पड़ोस का भवन । ७ समीप उपवेशन | ब्रह्मविद्या की प्राप्ति के लिये गुरु के निकट उपवेशन | उपनिष्करः ( पु० ) गली । राजमार्ग । मुख्य मार्ग | प्रधान रास्ता ।