पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/१८०

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उपअल्पनम उपजल्पनम् उपजल्पितम् ( १७३ ) } (न०) वार्तालाप । उपजाप: ( पु० ) १ सुपचाप कान में कहना या यत- लाना १२ बैरो के मित्र के साथ सन्धि के गुपचुप | उपदिश ( स्त्री० पैगाम राजक्रान्ति के लिये असन्तोष का दीज वपन | ३ अनैक्य | विच्छेद उपविशो (स्त्री० उपजीवक ( पु० ) दूसरे के आधार पर रहने उपजीवन् । वाला | परतंत्र | अनुचर उपजीवनम् (न०) १ जोविका | रोज़ो | २ | उपजीविको (खी०) । निर्वाह | ३ जीविका का साधन, सम्पत्ति आदि । उपोषः (पु० ) उपजोषणम् (न०). उपहा (स्त्री० ) ; वह १ हो, परम्परा से प्राप्त न हुआ हो । २ ऐसे कार्य का अनुष्ठान जो पूर्व में कभी न किया गया हो । उपढौकनम ( न० ) नज़र | भेट उपहार | उपतायः (पु०) १ गर्मी २ उपयता | क्लेश | पीड़ा | शोक | ३ सङ्कट विपत्ति ४ रोग | बीमारी। २ शीघ्रता | बड़ी | [कष्ट देना । उपतापनम् ( म० ) १ गर्माना १२ सम्बत करना। उपतापिन (वि०) 1 गर्माया हुआ गर्म उप् | २ सन्तप्त पीड़ित बीमार [ नक्षत्र का नाम । उपतिष्यं ( न० ) अश्लेषा नपत्र का नाम | पुनर्वसु उपत्यका ( स्त्रो० ) पर्वत के नीचे की भूमि पहाड़ की तलहटी। पहाड़ की तराई । उपदंशः (पु० ) १ वह भड़कावे । २ डसना बीमारी । आतिशक | 1 उपत्रान उपदा (सी०) १ नज़राना भेंड उपदानं 7 ( म० ) १ यति । उपदानकम् ) स्थियत । वस्तु जो प्यास या भूख को डंक मारना । गर्मी की २ घूंस | रिश्वत । चढ़ावा | २ दाम | उपदशः ( वि० ) [ बहुवचन ] लगभग दस | उपदर्शकः ( पु० ) १ पथप्रदर्शक | २ द्वारपाल १३ साची। गवाह । 9 उपदिशा । के कोय | २ पेशानी | उपजीव्य ( स० का० कृ०) १ जीविका देने वाला | २ संरकता प्रदान करते हुए ३ लिखने के लिये सामग्री प्रदान करने वाला। 1 "सधैर्या कविमुख्यामामुपजीथ्यो भविष्यति ।” -महाभारत 1 उपदेशिन् (वि० ) उपदेश । मसीहत देने वाला। उपजीव्यः ( पु० ) १ संरचक | २ आधार या प्रमाण उपदेष्टु (पु० ) शिक्षक गुरु वीचागुरु 7 जिससे कोई लेखक अपने लेख की सामग्री पावे। उपदेहः ( पु० ) १ सलहम | २ ढकना । दिशाओं आग्नेयी नैती। वायवी | उपसः (पु०). उपदेवता (स्त्री) छोटा देटिदेवता । उपदेशः (०) १ शिक्षा नसीहत | हित की बात। कथन] २ दीक्षागुदमन्त्र | ३ सविशेष विव विवरण | ३ व्याज । वहाना। मिस । उपदेशक (वि० ) शिक्षा देने वाला। नसीहत करने- स्नेह | २ भोगविलास | उपदोहः ( पु० ): गाय का स्तन | स्तर के ऊपर की घुँडी | २ दोहनी | पात्र जिसमें दूध दुहा जाय । शान जो स्वयं प्राप्त किया उपद्रवः (दु०) ३ उत्पात। आकस्मिक वाथा । सङ्घट। गढ़- २ चोडफेंट | विपत्ति आफत ३ ऊधम बड़ दूंगा फसाद | गदर रोग का लक्षण | उपधर्मः ( पु० ) गौष धर्म या नियम | उपधा ( स्त्री० ) १ छल। प्रवञ्चना जाल । फरेव | २ सत्यता या ईमानदारी की परीक्षा--भूतः, (पु०) वह नौकर जिसके ऊपर बेईमानी का इल ज्ञाम लगाया गया हो।-शुचि (वि० ) परी चित जाँचा हुआ | वाला । उपदेशक (पु०) शिक्षक पथप्रदर्शक दीचागुरु उपदेशनं (न०) शिक्षा | मसीहत सीख। उपधातुः ( पु० ) १ निकृष्ट धातु अथवा प्रधान धातुओं के समान / धातु वे ये हैं :- प्रोषाः स्वधिकं तारमाक्षिकं । त्यं कांस्यंत शिरं व शिलान्तु ॥ २ शरीर के रस रतादि सात धातुओं से बने हुए दूध, पसीना, चर्बी धादि। वे ये हैं:-- - मोसा स्वेदो दन्ताः केशव व नषा || उपधानं ( न० ) १ जिस पर रख कर सहारा लिया जाय। २ सकिया। २ विशेषता । व्यक्तित्व ४ 1