पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/१८

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अगकम् शुभाशुभ घटनाओं को बतलाने की विद्या । सामु द्विक विद्या | २ व्याकरण शास्त्र, जिससे ज्ञान की वृद्धि हो । बृहद्संहिता का ५१ वाँ अध्याय जिसमें इस विद्या का विस्तार पूर्वक वर्णन है।- वीरः ( पु० ) मुख्य या प्रधान शूर । -वैकृतं ( न० ) १ अङ्गों की चेष्टा से हृदय का भाव बतलाने की किया । २ सिर हिला कर स्वीकृति बतलाने की क्रिया | ३ आँख मारना। शरीर की बदली हुई सूरत :--संस्कारः ( पु० ) - संस्किया ( स्त्री० ) १ङ्गों की शोभा बढ़ाने वाले कर्म- संहतिः ( स्त्री० ) सुन्दर अङ्गसंस्थान या अङ्ग विन्यास । धङ्गसौष्ठव । अङ्गप्रत्यङ्ग की श्रेष्ठता या परस्पर ऐक्य | शरीर | शरीर की दृढ़ता। -सङ्गः ( पु० ) ऐक्य शारीरिक स्पर्श सङ्गम सेवकः ( पु० ) निज नौकर-हारः ( पु० ) नृत्य विशेष धंगों की मटकौल ।-हारिः । १ मटकै २ रंगभूमि | ३ नाचने का कमरा | नाचघर /-हीन ( वि० ) अपूर्णाङ्ग | बुंजा । लंगड़ा | विकलाङ्ग | कम् (न० ) १ शरीर का अवयव । २ अंगकम् शरीर । अंगण अङ्गणम् (न० ) देखा "अनम्" । अंगतिः, अङ्गतिः (पु०) १ सवारी । गाड़ी । बध्धी । अग्नि | ३ ब्रह्म । ४ श्रग्निहोत्री ब्राह्मण । अंगदम् अङ्गदम् (न०) बाहुभूपण जोशन बाजूबंद । दः (०) १ वालि के पुत्र का नाम । २ उर्मिला की कोख से उत्पन्न लक्ष्मण के एक पुत्र का नाम। इनकी राजधानी का नाम अंगढ़िया था । ३ दक्षिण दिशा के दिग्गज का नाम । अंग-अंग अङ्गम् (न० ) १ आँगन । सहन | चौक | २ सवारी | ३ चलना | टहलना । घूमना । अंगना अना (स्त्री० ) अच्छे अंगोवाली स्त्री । .२ सार्वभौम नामक दिग्गज की हथिनी । ३ ( ज्योतिष में) कन्याराशि |-जन ( पु० ) स्त्रीजाति । – प्रिय ( वि० ) स्त्रियों का प्रेमी /- प्रियः (पु०) अशोक अंगस्, अस् (पु० ) पक्षी । अगीकृत अंगार: (पु०) अंगारं ( म० ) अङ्कारः (पु०) अङ्गारं (न०) १ जलता हुआ या ठंडा, कोयला । "उष्णोदविचार श्रोतः कृष्णास्यते करम् ।" -~-हितोपदेश । २ मङ्गल ग्रह । ( न० ) लाल रंग । -धानिका ( स्त्री० ) अंगीठी | बरोसी | - पात्री (स्त्री० ) ) शकटी (स्त्री० ) अंगीठी | बरोसी। वल्लुरी-वल्ली ( स्त्री० ) कितने ही पौधों का नाम है। विशेष कर गुआ या घुचची का । अंगारकः ( पु० ) अंगारकं (न०) अङ्गारकः (पु०) कं ( न० ) : कोयला | २ मङ्गलग्रह । ३ भौमवार | ४ चिनगारी | - मणिः ( पु० ) मूँगा । अंगारी–अङ्गारी ( स्त्री० ) अंगीठी | बरोसी । अंगारक अङ्गारकत ( वि० ) जलाया हुआ। भूना हुआ | तला हुआ । अंगारिका, अङ्गारिका (स्त्री०) १ अँगीठी | बरोसी । २ गन्ने का डंडुल । ३ किंशुक की कली । अंगार ( स्त्री० ) १ छोटी अंगीठी । २ थेल ( लता । अंगारित, अङ्गारित ( वि० ) १ जलाया हुआ । २ भूना हुआ। ३ अधजल । अंगिका, अङ्गिका (स्त्री० ) चोली | अँगिया | अंनिन् (वि० ) १ दैहिक | देहभृत । मूर्तिमान् । शरीरधारी | २ मुख्य | प्रधान । जिसमें उपभाग हो । " एक एव भवेदंगो भृङ्गारो वीर एव था ।" -साहित्यदर्पण | अंगिर, अंगिरस अङ्गिरा, अङ्गिरस (पु० ) १ एक प्रजापति का नाम जिनकी गणना दस प्रजापतियों में है । एक वैदिक ऋषि। ३ बहुवचन में अंगिरा के सन्तान । ३ वृहस्पति का नाम । ४ साठ संवत्सरों में से छठवें का नाम । ५ कतीला ( गोंद बिशेष ) अंगीकारः अङ्गीकारः ( पु० ) - कृतिः ( स्त्री० ) -- करणं ( न० ) १ स्वीकृति | मंजूरी | २ रज़ामंदी । प्रतिज्ञा | अंगोकृत, अङ्गीकृत ( वि० ) स्वीकृत | मंजूर अङ्गीकार किया हुआ |