उज्मक उज्मकः ( पु० ) १ बादल । २ भक्त । उज्झनम् (न०) त्याग स्थानन्तरकरण छोड़ देना | उंद्र ( धा० पर० ) [ उंबृति, डंचित ] खेत में उन्छ । सिख उठ जाने चाद के पड़े हुए अनाज के दाने बीनना एकत्र करना । उंद } ( पु० ) की उन्हः उत्कर्तनम् उतथ्यः (g०) अंगिरस के एक युग का नाम जो बृह- स्पति के ज्येष्ठ भ्राता थे ।-अनुजः, अनु जन्मन् ( पु० ) देवाचार्य बृहस्पति उत्कवि० ) १ अभिलाषी चाह रखने वाला । २ दुःखी | उदास शोकान्वित | ३ अमनस्क | अनाज के दानों का संग्रह करने | अचुक ) ( वि०) विना अंगिया या कयुकी धारण क्रिया -वृत्ति, शील, (वि०) Ta किये हुए | में छूटे हुए अनाज के कयों को कर उत्कबुक उकट (वि० ) १ बड़ा लंबा चौड़ा | २ बलवान् । शक्तिशाली भयकर ३ अत्यधिक अधिक ४ बहुतायत से अत्यधिक सम्पन्न | ५ नशे में चूर | मदमाता। पागल। मदोत्कट ६ श्रेष्ठ उच्च ७ विषम । 1 खेत पेट भरने वाला। उंडनम् ) ( म० ) अनाज की मंडी यागंज में पढ़े अनाज के दानों को एकत्र करने उच्चनम् की क्रिया। उटं ( न० ) जः, ( पु० ) जम्, उड्डः ( स्त्री० ) १ १ नक्षत्र | तारा । २ जल उड (न० ) ) राशिचक्र | , ( म०) -फ. (पु० ) -- पम्, ( न० ) बड़ी घरनई। | उत्कट: ( पु० ) १ हाथी का मद। २ मदमाता हाथी उत्कंठ ) ( वि० ) 9 ऊपर को गर्दन उठाये हुए। उत्कण्ठ ) उदमी ( पु० ) २ सस्पर। उत्सुक उकंटः | [ श्रो०-उत्कंठा ] मैथुन करने का ढंग उत्कराठः ) विशेष | -पः, (पु० ) चन्द्रमा । - पतिः (०) उत्कंठा | { स्त्री० ) १ प्रबल इच्छा | लालसा । राज ( पु० ) चन्द्रमा आकाश ज्योम | अन्तरिष पथः - ( पु० ) उत्कण्ठा व्याकुलता । २ किसी प्यारे पुरुष की प्रिय वस्तु के मिलने की प्रयल इच्छा | ३ खेद | शोक | उत्कंठित ) ( व० कृ० ) | चिन्तित | उत्कण्ठित ) शोकान्वित किसी प्यारे पुरुष या प्रिय- वस्तु के मिलने की प्रबल इच्छा | उत्कंठिता ) ( स्त्री० ) सङ्केत स्थान पर प्यारे के न उत्कण्ठिता ) आने पर तर्क वितर्क करने वाली नायिका आठ प्रकार की नायिकाओं में से एक। उत्कंधर (वि० ) ) गर्दन उठाए हुए | उडुंबरः उडम्बरः ) विशेष पत्र पत्ता २ घास तृण ( न० ) झोपड़ी। कुटी । ) ( पु० ) १ गूलर का पेड़ | २ घर की डवोड़ी | ३ हिजड़ा । नपुंसक | ४ कोढ ( यह नपुंसक लिंग भी होता है ) उडुंबरम् उडम्बरम् ( न० ) १ गुलर का फल | २ तांवा | उड्डयनम् ( न० ) उच्चान ( पक्षियों का ) । [मीम | उड्डामर ( वि० ) १ मनोहर । समीधीन। सर्वोत्तम । २ भयानक । उड्डीन ( म० ० ) उड़ता हुआ । ऊपर उड़ता हुआ | | उत्कन्धर (वि० ) ) उड्डीनम् (न० ) उदान | चिड़ियों का विशेष प्रकार उत्कंप का उड़ान | उत्कम्प (वि० )) उंडेरक उण्डेरकः उड्डीयनम् ( न० ) उड़ान उड्डीशः (पु० ) शिवजी का नाम । उडू: (०) उड़ीसा प्रान्त का प्राचीन नाम । ( पु० ) आटे का लड़हू । रोट [ सूचक अव्यय । उत् ( अव्यय० ) सन्देह, प्रश्न विचार और प्रचण्डता, उत ( अन्यथा० ) सन्देह, अनिश्चितता, अनुमान, अथवा था, और, सङ्गति सूचक अव्यय | (वि० )) काँपते हुए । उत्कंपः ( पु० ) उत्कम्पः उत्कंपनं ( न० ) उत्कम्पनम् ( न० ) उत्करा ( पु० ) १ देर ३ फर्क | (पु० ) ( चँकँपकपी सिहुरन [1] समूह | २ टाल गोला उत्कर्करः (पु० ) ) चाय यंत्र विशेष एक प्रकार उत्कर्तनम् ( न० ) ) का बाजा । २ तराश | चीरना फावना ३ जब से उखापना ।
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