पृष्ठम्:संस्कृत-हिन्दी शब्दकोशः (चतुर्वेदी).djvu/१३६

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आघर्षित ( १२६ पति ( ० ० ) १ चोटिल किया हुआ | २ बहस में हराया हुआ | ३ सजायात्रता | दडित | आधानम् (न० ) १ रखना। ऊपर रखना १२ लेना। प्राप्त करना। फिर से लेना। वापिस लेना। २ हवन के अग्नि को स्थापित करना ४ करना बनाना । ५ भीतर डालना । देना । ६ पैदा करना | तैयार करना | ७ बंधक | धरोहर अमानत आधानिकः ( पु०) गर्भाधान संस्कार । आधारः (पु०) १ आश्रय आसरा | सहारा अवलंब | २ व्याकरण में अधिकरण कारक | ३ थाना । आलवाल | ४ पात्र २ नीव | बुनियाद | मूल | ६ ( योगशास्त्र में वर्णित ) मूलाधार ७ बाँध | | महर आधि: (०) मन की पीड़ा । २ शाप | अकोसा। विपत्ति । ३ बंधक घरोहर ४ स्थान आवास- स्थान | २ ठिकाना | स्थान | ६ कुटुम्ब के भरण पोषण के लिये चिन्तित मनुष्य-ज्ञ, (वि० ) पीड़ित । -भोगः (पु० ) भोगबंधक।-स्तेनः | ( पु० ) बंधक घरी हुई वस्तु का विना वस्तु के मालिक की अनुमति के भोग करने वाला। आधिकरणिकः ( पु० ) न्यायाधोश | जज | अभ्यास से उत्पन्न | आधिकारिक ( वि० ) [ स्त्री०-प्राधिकारिकी ] | प्राध्वनिक (वि० ) [ स्त्री० –प्राध्वनिकी ] यात्री | १ सर्वप्रधान । सर्वोत्कृष्ट २ सरकारी दफ्तर सम्बन्धी । आधिक्यं ( ० ) १ बहुतायत । अधिकता । ज्यादती । २ सर्वोत्कृष्टता | सर्वोपरिता | आधिदैविक ( पु० ) [ सी० - आधिदैविकी ] १ देवताकृत | देवताओं द्वारा प्रेरित यक्ष, देवता, भूत प्रेत आदि द्वारा होने वाला २ प्रारम्भ से यात्रा करने में चतुर यात्रा करने वाला। प्राध्वर्यच ( वि० ) [ स्त्री० आध्वर्यवी ] श्रध्वर्यु सम्बन्धी अथवा यजुर्वेद से सम्बन्ध रखने वाला। आध्यर्यवम् (न०) १ यज्ञ में कार्यविशेष | २ विशेषतः अध्वर्यु का कार्य करने वाला ब्राह्मण ३ यजुवेंद जानने वाला। धानः ( पु० ) उत्पन्न १ आधिपत्यं ( न० ) १ प्रभुत्व | स्वामित्व अधिकार । २ राजा के कर्तव्य | यथा । "यायडो| पुत्रं मरवाधिपश्ये " आधिभौतिक (वि० ) [ स्त्री० - ) आनतिः तत्वों से उत्पन्न । अथवा शरीर धारियों द्वारा प्राप्त प्राणि सम्बन्धी । [ शासन | आधिराज्यं ( न० ) राजकीय आधिपत्य सर्वश्रेष्ठ आधिवेदनिकं (न० ) सम्पत्ति प्रथम स्त्री का धन जो पुरुष द्वारा दूसरी श्री से विवाह करने पर उसे दिया जाय। विष्णु स्मृति में लिखा है। यथ द्वितोवविवादार्थिना पूर्वखिये पारितोषिकं धनं दनं तदाधिवेदनिके प्राधुनिक (वि० ) [ स्त्री०- अधुनिकी] अब का। हाल का। आजकल का साम्पतिक । नवीन | वर्तमान काल का । इदानीन्तन । आधोरण (पु० ) हाथीसवार अथवा मद्रावत। आध्मानम् ( न० ) १ धौकनी से धौकना । फूकना । (आ) बाद | २ शेत्री डींग ३ भौकनी। ४ पेट का फूलना। अलंधर रोग | श्राध्यात्मिक (वि० ) [ स्त्री० प्राध्यात्मिकी ] १चारमासम्बन्धी पवित्र २ परमात्मा ३ आत्मसम्बन्धी ४ मन से उत्पन्न (दुःख, शोक) आध्यानम् (२०) १ चिन्ता | फिक्र । २ शोकमय स्मृति ३ ध्यान | आाध्यापकः ( पु०) शिक्षक | दीवागुरु | आध्यासिक ( वि० ) [ स्त्री० - आध्यासिकी ] व्याघ्र सपदि जीवों द्वारा कृ ( पीड़ा ) | जीव स्वांस लेना वायु को भीतर खींचना | २ फूंकना । आनक ( पु० ) १ नगादा बड़ा ढोल । २ गरजने वाला बादल /- दुन्दभिः ( पु० ) श्रीकृष्ण के पिता वसुदेव जी की उपाधि | दुन्दभिः या महाभारत । - दुन्दमी, (खो०) वड़ा ढोल नगाड़ा। - आधिभौतिकी ] | थानतिः ( स्त्री० ) सुकना। नीचा होना प्रणाम । a ३ सम्मान | आतिथ्य अतिथि सत्कार। 1 सं० श० कौ०-१७