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श्रीललितासहस्रनामावलिः
शम्बव्यं | राग मघन्य |
सरदारमयं | नि मंदरें |
शर्वाण्ये | मदनाशिन्यै |
शर्मदायिये | श्रों-४ निश्चिन्तयं |
शय | ओं-४ निरहङ्कारायै |
श्रीक्रयं | निमंहर्य |
सध्दयं | मोहनाशिन्धे |
शरच्चन्द्रनिभाननाये | निर्ममयं |
ओ-४ शTदयं | ममताहन्थ्य |
ओ-४ शान्तिमये | निष्पापाये |
निराधाराये | पापनाशिन्यै |
निरञ्जनायें | निष्क्रोधये |
निलपाय | क्रोधशमन्ये |
निर्मलाये | ओ-४ निलभायै |
नित्यायै | ओ-४ लोभनाशिन्यै |
निरकायै | भिस्संशययं |
निराकुलायं | संशयघ्न्ये |
नेशे णयं | निर्भवायै |
अ-४ निष्कलये | म वनशुन्यं |
ऑों-४ शान्तायै | निविकल्प।र्थ |
तिक्रभायै | निराबाधयं |
निरुपcल वर्षे | नदय |
नित्यमुक्तायै | भेदन शिन्यं |
निविकारायै | ओ-४ निर्नाशयं |
निष्प्रपञ्चयं | आ-४ मृत्युमथन्य |
निरञ्जय।ये | निष्क्रिययै |
नित्यशद्वयं | निष्परिग्रहायै |
नित्य बद्धयं | निस्तुलापें |
ओ-४ निरवद्यायं | नीलचिकुरायै |
अ-४ निरन्तरायं | निरपायायै |
निष्कारणाय | नरत्यययं |
निष्कलङ्कायै | दुगमयं |
निरीश्वरः | दुले गये |
नीरागये | अ-४ दुर्गायै |