पृष्ठम्:श्रीमद्बृहत्पाराशरहोराशास्त्रम् (सुबोधिनीटीकासहितम्).pdf/४६९

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अष्टकवर्गाध्यायः (९) कहोरासमा विदुः ॥ शुदस्ते ते शाक्यरास्ते शव- र्जिताः ॥ ५९ ॥ सुतमे लमशशिजशशांकार्याकिंभार्गवा: ।। ज्ञारों शून्यं सितार्केन्दुगुरुलग्नशनैश्चराः ॥६० ॥ सर्वे रविं टीका । तनुभावे लमशुक्रेन्दवः त्रयः, धनभावे ते पूर्वोक्ता एवं त्रयः- सहजभावे ते पूर्वोक्तास्त्रयः, झायराच षट्, सुखभावे इवर्जितास्ते नामाको राः पंच, सुतभावे लझराशिजशशांकार्याकिंभार्गवाः षढ़ रिमावे द्वारो बो जायामाने शून्य रेखामदाभावः, मृत्युभावे सिताऽकेंन्दुगुनेः षट्, धर्मभावे रविं विना रविरहिताः सर्वे सप्त. कर्मभावे शुक्रगुरुमंदामयः. आयमावे सर्वे अष्टावपि, व्ययमाचे कुजेन्डरवयः त्रयः एते क्रमागुतम्य भाषा | 3 देते हैं. छठे घरमें शुक्र, लभ, बुध, शनि रेखा देते हैं. सातवें घर में लक्ष, गुरु. मंगल, सूर्य चंद्र रेखा देते हैं. आठवें घरमै गुरु, सूर्य, मंगल, रेखा देते हैं. नवे घर शुक्र, सूर्य, चंद्र, बुध रेखा देते हैं. ग्यारहवें घर में सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, लग्न ररेखा देते हैं, दसवें घरमें गुरु, बुध, अथ उदाहरणार्थ शुक्ररेखा कोष्टकमिदम सूर्य, शुक, लम और मंगल रेखा देते हैं. ऐसी च॑. स. इ. १. V. का. क्र. "न गुरुके मारह भावांकी रेखा कही. यहां सकभी दिखाया है ।। ५६ ॥ ५७ ॥५८॥ अब शुक्रके बारह भावोंमें रेखा देनेवालेके नाम लिखते हैं. शुकसे पहिले घरमें लभ, शुक्र, चंद्र, रेखा देते हैं. दूसरे घर में लम, शुक्र, चंद्र, रेखा देने- बाले है. तीसरे घरमें लम, शुक्र, चंद्र, बुध.p शनि, मंगल रेखा देते हैं. वधे घरमें लम- १० शुक्र, चंद्र, मंगल, सूर्य रेखा देते हैं. पांतवें ३ ४ ७. A • अ + DORIZES बुध, गुरु, शनि, शुक्र रेखदेते हैं. छठे घरको बुध, मंगल, खा