पृष्ठम्:श्रीमद्बृहत्पाराशरहोराशास्त्रम् (सुबोधिनीटीकासहितम्).pdf/१२०

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राधा ★ मां- er ड उचो नेतस्था नाराष्ट्र मा इसपर कर्म दोनों साभवनों केएतके मर ३० सदस्य २० साधारण सभा तथा १० उन्मइंगे। सभी श्य कों द्वारा चुने बागे यदपी सिफा- शिष्ट सामने राष्ट्रस स्वयत्र होंगे कि दिशा- को अंशतः एवीकार करें। प्रादेशिक भाषाय इसके अतिरिककोई बदनाकदिन्दी दा रिकारी द्भ 'आज' साप्ताहिक विशेषांक अगामी में पढ़िये ★ारी महत्वाकांक रोज रात्र भी मई ★ वारिका ★ वाममें भूमि सदा ★गांधी -खाय और ग नसेने विचार ना से दे एभी साथ - मानचि दि सुरक्षित करा लें। यो अादिन्दीको के चार्य स मा दो वयं नये उद भ कहा गया है । किया जा बाद परिवर्तन कठिन एक ऐगी मारा भी की मागे भाषी तथा विषय ४१. ब स. १३१