पृष्ठम्:बीजगणितम्.pdf/७७

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७० बीजगणिते- क १८३ अनेन भाज्ये गुणिते योगे च कृते जातम क ५६२५ क ६७५ | भाजके च क २२५ अनया हृते भाज्ये लब्धम क २५ क ३ । जैसा ( १ ) उदाहरण में भाज्य क र क ४५० क ७५ क ५४ और भाजक क १८ क ३ है। यहां क ३ को ऋण माना तो क १८ कई भाजक हुआ। अब इस भाजक से भाज्य को गुण दो गुरुय = क ९ क ४५० क ७५ क ५४ गुणक- क १८ क ३ क १६२ क ८१०० क १३५० क १७२ क २७ क १३५० क २२५ क १६२

गुणनफलक ५६२५ क. ६७५ यहां धन और ऋणकरणियों का योग करने से क ८१०० क २२५ क २७२ क २७ ये करणियां अवशिष्ट रहीं इनमें पहिली दूसरी और ती सरी चौथी करणी का योग करने से भाज्य में 'क ५६२५ क ६७५ हुई | इसीभांति भाजक की करणियों को भी गुण दो । गुण्य = क १८ क ३ गुणक- क १८ कई क ३२४ क ५४ गुणनफल क २२५ यहां भी करणियों का योग करने से क २२५ अवशिष्ट रही, यह छेद है इसका भाज्य में भाग दो ।