पृष्ठम्:बीजगणितम्.pdf/५६०

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भावितम् । या ४ १७ या ५ रू ० उक्तवत् यावत्तावन्मान १७ आया और कालकमान ५ व्यक्तही कल्पना कियाथा इसभांति राशि १७ । ५ हुए । कालकमान ६ मानने से उक्त- . रीति के अनुसार राशि १० । ६ हुए । उदाहरणम् - चत्वारों राशयः के ते यद्योगो नखसंगुणः । सर्वराशि हतेस्तुल्यो भावितज्ञ निगद्यताम् १०२ ॥ अत्र राशि:या १ शेषा दृष्टाः ५।४।२ । अतः प्रथमबीजेन लब्धं यावत्तावन्मानम् १९ । एवं जाता राशयः ११ । ५ । । २ | वा २८ | १०|३|१|वा ५५ | ६ | ४ | १ | वा ६० | ८ | ३ | १ | एवं बहुधा ! उदाहरण--- वेंचार कौन राशि हैं जिनका योग बीस से गुरणा उनके घात के तुल्य होता है । .. ! पहिला राशि या १ है और शेष राशि व्यक्त कल्पना किये ५ । ४ । २ उनका योग या १ रू ११ बीस से गुणा या २० रू २२० सर्वराशि- तुल्य हैं घात या ४० के या २० रू २२० या ४० रू० समशोधनसे पहिले राशि का मान ११ आया और राशि व्यक्त 'कल्पना किये उनका क्रमसे न्यास ११ । ५ । ४ । २ | इसीभांति शेष राशि १० | ३ | १ वा ६ । ४ । १ वा ८ | ३ | कल्पना करने से पहिला राशि २८ वा ५५ वा ६० हुआ ॥