पृष्ठम्:बीजगणितम्.pdf/४०३

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बीजगणिते - नी ५. रू ४ या १ समीकरण करने से यावत्तावत् की उन्मिति पी ४ रू ३ या १ समीकरण करने से यावत्तावत् की उन्मिति नी ५ रू ४ या १ या १ इसमें ४ का भाग देने से ३ शेष रहता है और लब्ध पीतक आता है तो हर ४ और लब्धि पी १ का घात शेष ३ युत भाज्य राशि या १ के तुल्य है इसलिये लो ३ रू २ या १ आई फिर I पी ४ रू ३ या १ फिर या १ इसमें ३ का भाग देने से २ शेष रहता है और लब्ध लोहितक आता है तो हर ३ औौर लब्धि लो १ का वात शेष २ युत भाज्य राशि या १ के तुल्य है इसलिये आई । समीकरण करने से यावत्तावत् की उन्मिति लो ३ रू २ या १ यहां एक यावत्तावत् वर्ष की चार उन्मिति मिलीं इनका वर्णस्यैक- ज्योन्मितीनां बहुस् – 'इसके अनुसार समीकरण करना चाहिये तो पहिली और दूसरी यावत्तावत् उन्मिति का समीकरण के लिये न्यास । का ६ रू ५ या १ ... नी ५ रु ४ या १ आई । .A