पृष्ठम्:बीजगणितम्.pdf/३०१

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२६४. बीजगणिते यावत्तावत्धन के अपवर्तन देने से या ५ रू० या ० रू १२५ • C 12 समशोधन करने से यावत्तावत् का मान २५ आया, बर्गेण वर्ग . गुपयेद् -' इसके अनुसार २५ का वर्ग ६२५ हुआ इससे याव १ याक २ इन राशियों में उत्थापन देने से राशि हुए ६२५ | १२५० | इनके घन हुए २४४१४०६२५/१६५३१२५००० इनकायोग २१६७२६५६२५ हुआ इसका मूल ४६८७५ हुआ। और राशियों के वर्ग ३६०६२५ | १५६२५०० हुए इनका योग १६५३१२५ हुआ इसका घनमूल १२५ आया | इसीभांति अन्यत्र भी अपवर्तन में ध्यान दो | उदाहरणम्- यत्र त्र्यत्रक्षेत्रे धात्री मनुसंमिता सखे बाहू । एक: पञ्चदशान्य- स्त्रयोदश वदावलम्बकं तत्र ।। ५४ ।। ओबाधाज्ञाने सति लम्बज्ञानमिति लग्वा. बाधायावत्तावन्मिता कल्पिता या १, एतदूना शचतुर्दशान्याबाधा या रू १४ स्वाबाधा न्यासः या १ १२ | व२७१४ १ ऋत्र पाठ्यक्कमृणाबाघोदाद्दूरणमपि द्रष्टव्यम् ।