पृष्ठम्:बीजगणितम्.pdf/२७९

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२७२ बीजगणिते - इसी भांति बृहत् आबाधा- याव १ रु द या २ याव ४ को बृहत् भुज क १३ के वर्ग रू १३ में घटादेने से वही लम्ब वर्ग आया याव व १ याव ३६ रू ६४ www. -प्रकारान्तर से लम्ब वर्ग का साधन करते हैं- के अनुसार विलोम होता है- याव ४ ने ‘लम्बगुणं भूम्यर्धे स्पष्टं त्रिभुजे फलं भवति - ' इस सूत्र विधि करने से क्षेत्रफल ४ भूमि या १ के आधे से या रु ८ या १ रु ६४ याव १ है इसलिये समीकरण के अर्थ न्यास । -उसका वर्ग. के वर्ग याव व १ याव १६ ख ६४ यावव १ याव ३६ रू ६४ याव ४ -पहिले सिद्ध किये हुए लम्ब के समान रु ६४ यात्र १ समच्छेद और छेदगम करने से हुए यावव याव ३६ रु ६४ यावव. याच. समशोधन करने से हुए रु २५६ ५ -भागा हुआ लम्ब याव व १ याव ३६ रू० यावव. याव रू३२० अब 'अव्यक्तवर्गादि यदावशेषं --' इस वक्ष्यमाण मध्यमाहरण के प्र कार से दोनों पक्ष में अठारह के वर्ग ३२४ को जोड़ देने से मूल आया याव १ रू १८ याव. यहां ' अव्यक्त पक्षणगरूपतोडल्पं ---' इस विधि के अनुसार दो प्रकार का यावत्तावत् वर्ग मान आया २० | १६ | पहिला मान २० अनुपपन्न